जब वह पवित्र-स्थान में, भीतरी आंगन में सेवा-कार्य करने के लिए प्रवेश करेगा, तब वह प्रायश्चित के लिए पाप-बलि चढ़ाएगा।’ स्वामी-प्रभु की यही वाणी है।
गिनती 6:9 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) ‘यदि किसी व्यक्ति की उसके निकट अचानक ही मृत्यु हो जाए और उसके सिर के समर्पित केश अशुद्ध हो जाएँ, तो वह शुद्धीकरण दिवस पर उनको मुड़वा लेगा। वह सातवें दिन उनको मुड़वाएगा। पवित्र बाइबल यह संभव है कि नाजीर किसी दूसरे व्यक्ति के साथ हो और वह दूसरा व्यक्ति अचानक मर जाए। यदि नाज़ीर मरे व्यक्ति को छुएगा तो वह अपवित्र हो जाएगा। यदि ऐसा होता है तो नाजीर को सिर से अपने बाल कटवा लेना चाहिए। वे बाल उसके विशेष दिए गए वचन के भाग थे। उसे अपने बालों को सातवें दिन काटना चाहिए क्योंकि उस दिन वह पवित्र किया जाता है। Hindi Holy Bible और यदि कोई उसके पास अचानक मर जाए, और उसके न्यारे रहने का जो चिन्ह उसके सिर पर होगा वह अशुद्ध हो जाए, तो वह शुद्ध होने के दिन, अर्थात सातवें दिन अपने सिर मुंड़ाए। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) “यदि कोई उसके पास अचानक मर जाए, और उसके न्यारे रहने का जो चिह्न उसके सिर पर होगा वह अशुद्ध हो जाए, तो वह शुद्ध होने के दिन, अर्थात् सातवें दिन अपना सिर मुड़ाए। सरल हिन्दी बाइबल “ ‘किंतु यदि उसके निकट ही किसी व्यक्ति की मृत्यु अचानक हो गई हो, जिसके परिणामस्वरूप वह अपने समर्पित बालों को अशुद्ध कर देता है, तब वह उस दिन, जब वह स्वयं को अलग कर लेता है, अपने बाल मुंडवा ले. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 “यदि कोई उसके पास अचानक मर जाए, और उसके अलग रहने का जो चिन्ह उसके सिर पर होगा वह अशुद्ध हो जाए, तो वह शुद्ध होने के दिन, अर्थात् सातवें दिन अपना सिर मुँड़ाएँ। |
जब वह पवित्र-स्थान में, भीतरी आंगन में सेवा-कार्य करने के लिए प्रवेश करेगा, तब वह प्रायश्चित के लिए पाप-बलि चढ़ाएगा।’ स्वामी-प्रभु की यही वाणी है।
शुद्ध होने वाला व्यक्ति अपने वस्त्र धोएगा, सब बाल मुंड़वाकर जल में स्नान करेगा, और वह शुद्ध हो जाएगा। इसके पश्चात् वह पड़ाव में प्रवेश करेगा, किन्तु सात दिन तक अपने तम्बू के बाहर निवास करेगा।
वह सातवें दिन सिर के सब बाल मूंड़ेगा। वह दाढ़ी और भौंहों के सब बाल मूंड़ेगा। तत्पश्चात् वह अपने वस्त्र धोएगा, जल में स्नान करेगा, और वह शुद्ध हो जाएगा।
समर्पण-व्रतधारी व्यक्ति मिलन-शिविर के द्वार पर अपना समर्पित सिर मुड़वाएगा। तत्पश्चात् वह अपने समर्पित सिर के केश उठाएगा और उनको सहभागिता-बलि के नीचे की अग्नि में डाल देगा।
पौलुस बहुत दिन तक कुरिन्थुस में रहे। इसके पश्चात् वह भाई-बहिनों से विदा ले कर प्रिस्किल्ला तथा अिक्वला के साथ, जलमार्ग द्वारा सीरिया देश चले गये। उन्होंने किसी व्रत के कारण किंख्रेअय बन्दरगाह में सिर मुंड़ा लिया।
सात दिन की अवधि पूरी होने पर थी कि आसिया के यहूदियों ने पौलुस को मन्दिर में देख कर समस्त जनसमूह को भड़का दिया। वे पौलुस को पकड़ कर