ईष्र्या पुरुष को क्रोध से अन्धा बना देती है; जब वह बदला लेगा तब वह तुझ पर दया नहीं करेगा।
गिनती 5:14 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) यदि पति में ईष्र्या की भावना जागती है, और वह अपनी पत्नी के प्रति, जिसने स्वयं को भ्रष्ट कर लिया है, ईष्र्यालु हो जाता है, अथवा यदि पति में ईष्र्या की भावना जागती है और वह अपनी पत्नी के प्रति, जिसने स्वयं को भ्रष्ट नहीं किया, ईष्र्यालु हो जाता है पवित्र बाइबल किन्तु पति शंका करना आरम्भ कर सकता है कि उसकी पत्नी ने उसके विरुद्ध पाप किया है। वह उसके प्रति ईर्ष्या रख सकता है। चाहे वह सच्ची हो चाहे नहीं। Hindi Holy Bible और उसके पति के मन में जलन उत्पन्न हो, अर्थात वह अपने स्त्री पर जलने लगे और वह अशुद्ध हुई हो; वा उसके मन में जलन उत्पन्न हो, अर्थात वह अपनी स्त्री पर जलने लगे परन्तु वह अशुद्ध न हुई हो; पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) और उसके पति के मन में जलन उत्पन्न हो, अर्थात् वह अपनी स्त्री पर जलने लगे और वह अशुद्ध हुई हो; या उसके मन में जलन उत्पन्न हो, अर्थात् वह अपनी स्त्री पर जलने लगे परन्तु वह अशुद्ध न हुई हो; सरल हिन्दी बाइबल यदि पति को पत्नी पर संदेह हो जाता है, क्योंकि उसने स्वयं को अपवित्र कर लिया है. दूसरी स्थिति में, पति अपनी पत्नी पर संदेह करने लगता है, उसे पत्नी पर संदेह हो जाता है, जबकि पत्नी ने स्वयं को दूषित किया ही नहीं है, इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 और उसके पति के मन में संदेह उत्पन्न हो, अर्थात् वह अपनी स्त्री पर जलने लगे और वह अशुद्ध हुई हो; या उसके मन में जलन उत्पन्न हो, अर्थात् वह अपनी स्त्री पर जलने लगे परन्तु वह अशुद्ध न हुई हो; |
ईष्र्या पुरुष को क्रोध से अन्धा बना देती है; जब वह बदला लेगा तब वह तुझ पर दया नहीं करेगा।
ओ मेरे प्रियतम! मुझे मुहर की तरह अपने हृदय पर अंकित कर लो। ताबीज के समान अपनी बाँह पर बांध लो, क्योंकि प्रेम मृत्यु जैसा शक्तिशाली है, और ईष्र्या कबर के समान निर्दयी है। उसकी लपटें आग की लपटों जैसी होती हैं, उसकी ज्वाला बड़ी उग्र होती है।
प्रभु यों कहता है : ‘अब तू उस दिन की प्रतीक्षा कर, जब मैं तेरे विरुद्ध स्वयं गवाह के रूप में खड़ा होऊंगा। मैंने यह निर्णय किया है: मैं राष्ट्रों को एकत्र करूंगा, मैं राज्यों को इकट्ठा करूंगा; मैं उन पर अपना क्रोध उण्डेलूंगा; उन पर अपनी क्रोधाग्नि बरसाऊंगा। मेरी ईष्र्या की अग्नि से समस्त पृथ्वी भस्म हो जाएगी।
अथवा यदि किसी पति में ईष्र्या की भावना जाग्रत हो और वह अपनी पत्नी के प्रति ईष्र्यालु हो जाए, तो वह पत्नी को प्रभु के सम्मुख खड़ा करेगा। पुरोहित इस व्यवस्था को स्त्री पर लागू करेगा।