जब निवास-स्थान उतारा गया, तब उसके वाहक गेर्शोन वंशीय एवं मरारी वंशीय लोगों ने प्रस्थान किया।
गिनती 4:24 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) ‘गेर्शोन वंशीय गोत्रों के ये कार्य हैं, जिन्हें वे करेंगे और जिन का भार वे वहन करेंगे : पवित्र बाइबल “गेर्शोन परिवार को यही करना चाहिए और इन्हीं चीज़ों को ले चलना चाहिएः Hindi Holy Bible सेवा करने और भार उठाने में गेर्शोनियों के कुल वालों की यह सेवकाई हो; पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) सेवा करने और भार उठाने में गेर्शोनियों के कुलवालों की यह सेवकाई हो; सरल हिन्दी बाइबल “गेरशोनियों के परिवारों के लिए ठहराई हुई सेवा इस प्रकार है: सेवा करना तथा भार उठाना. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 सेवा करने और भार उठाने में गेर्शोनियों के कुलवालों की यह सेवकाई हो; |
जब निवास-स्थान उतारा गया, तब उसके वाहक गेर्शोन वंशीय एवं मरारी वंशीय लोगों ने प्रस्थान किया।
मिलन शिविर में गेर्शोन वंशीय पुरुषों को यह दायित्व सौंपा गया था : वे निवास-स्थान, आच्छादन सहित तम्बू, मिलन-शिविर के द्वार का परदा,
आंगन के परदे, निवास-स्थान तथा वेदी के चारों ओर के आंगन के द्वार का परदा, और उनकी रस्सियों से सम्बन्धित समस्त सेवाकार्य करते थे।
जब पड़ाव के प्रस्थान के समय हारून और उसके पुत्र पवित्र-स्थान तथा उसके सब सामान को ढक देंगे, तब कहात वंशीय पुरुष उसको उठाने के लिए आएंगे। किन्तु वे पवित्र वस्तुओं का स्पर्श नहीं करेंगे, अन्यथा वे मर जाएंगे। मिलन-शिविर की ये ही वस्तुएँ कहात वंशीय पुरुष ढोकर ले जाएंगे।
तुम उनके साथ ऐसा व्यवहार करना जिससे जब वे परम पवित्र वस्तुओं के निकट आएंगे तब वे नहीं मरेंगे वरन् जीवित रहेंगे : हारून और उसके पुत्र भीतर जाएँगे और वे प्रत्येक व्यक्ति को उसका सेवा-कार्य तथा भार सौंपेंगे।
तू तीस वर्ष से पचास वर्ष तक की आयु के पुरुषों को गिनना, जो मिलन-शिविर के आन्तरिक कार्यों को करने के लिए सेवा-दल में भरती हो सकते हैं।
वे निवास-स्थान के परदे, आच्छादन सहित मिलन-शिविर, उसके ऊपर का सूंस के चमड़े का आच्छादन, मिलन-शिविर के द्वार का परदा,
गेर्शोन वंशियों के समस्त कार्य, जिन्हें वे करेंगे तथा जिन वस्तुओं का भार वे वहन करेंगे, हारून तथा उसके पुत्रों के आदेशानुसार किए जाएंगे। जो वस्तुएँ वे वहन करेंगे, उनका दायित्व तू उन्हें सौंपना।
जो तीस वर्ष से पचास वर्ष तक की आयु के थे, जो मिलन-शिविर के आन्तरिक कार्यों को करने के हेतु सेवा-दल में भरती हो सकते थे, वस्तुओं का भार वहन कर सकते थे,
प्रत्येक व्यक्ति कार्य करने अथवा भार वहन करने के लिए प्रभु के कथन के अनुसार मूसा के द्वारा नियुक्त किया गया। जो आज्ञा प्रभु ने मूसा को दी थी, उसके अनुसार मूसा ने उनको गिना।