उप-पुरोहितों में से कुछ व्यक्ति मन्दिर के सेवा-कार्यों में प्रयुक्त होने वाले पात्रों की देख-भाल करते थे। जब पात्र भण्डार-गृह से बाहर निकाले जाते अथवा सेवा-कार्य के बाद भण्डार-गृह के भीतर रखे जाते थे, तब उनको गिनते थे।
गिनती 4:12 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) वे पवित्र-स्थान के सेवा-कार्य में प्रयुक्त होने वाले समस्त पात्रों को लेकर नीले वस्त्र में रख देंगे और उनको सूंस के चमड़े के आच्छादन से ढक देंगे। तत्पश्चात् उसको वाहक-खम्भे पर रखेंगे। पवित्र बाइबल “पवित्र स्थान में उपासना के उपयोग में आने वाली सभी विशेष चीज़ों को एक साथ इकट्ठा करो। इन्हें एक साथ इकट्ठा करो और इनको नीले कपड़े में लपेटो। तब इसे सुइसों के चमड़े से ढको। इन चीजों को ले जाने के लिए इन्हें एक ढाँचे पर रखो। Hindi Holy Bible तब वे सेवा टहल के सारे सामान को ले कर, जिस से पवित्रस्थान में सेवा टहल होती है, नीले कपड़े के भीतर रखकर सूइसों की खालों के ओहार से ढांपे, और डण्डे पर धर दें। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तब वे सेवा टहल के सारे सामान को लेकर, जिससे पवित्रस्थान में सेवा टहल होती है, नीले कपड़े के भीतर रखकर सूइसों की खालों के आवरण से ढाँपें, और डण्डे पर धर दें। सरल हिन्दी बाइबल “इसके बाद वे पवित्र स्थान में प्रयोग के लिए ठहराए गए सभी बर्तन लेकर उन्हें एक नीले रंग के वस्त्र में रख देंगे, इसे सूंस की खाल से ढांक देंगे, और तब उठाने के डंड़े इसमें पिरो देंगे. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तब वे सेवा टहल के सारे सामान को लेकर, जिससे पवित्रस्थान में सेवा टहल होती है, नीले कपड़े के भीतर रखकर सुइसों की खालों के आवरण से ढाँपें, और डंडे पर धर दें। |
उप-पुरोहितों में से कुछ व्यक्ति मन्दिर के सेवा-कार्यों में प्रयुक्त होने वाले पात्रों की देख-भाल करते थे। जब पात्र भण्डार-गृह से बाहर निकाले जाते अथवा सेवा-कार्य के बाद भण्डार-गृह के भीतर रखे जाते थे, तब उनको गिनते थे।
कुछ सेवक मन्दिर के लकड़ी के सामान, समस्त पवित्र पात्रों, मैदा, अंगूर के रस, तेल, लोबान और सुगन्धित धूप-द्रव्यों की देख-भाल करते थे।
हूराम-अबी ने राख उठाने के पात्र, फावड़ियां और चिलमचियां बनाईं। इस प्रकार हूराम ने काम पूरा किया। उसने राजा सुलेमान के आदेश के अनुसार प्रभु के भवन के लिए ये-ये वस्तुएं बनाई थीं :
यह सब सामग्री-राख उठाने के पात्र, फावड़ियां, कांटे तथा अन्य सब पात्र जिनको हूराम-अबी ने प्रभु के भवन के लिए राजा सुलेमान के आदेश से बनाया, झिलमिलाते पीतल की थी।
राजा सुलेमान ने परमेश्वर के भवन की ये वस्तुएं भी बनाईं: स्वर्ण वेदी और मेज, जिसपर ‘प्रभु-भेंट की रोटी’ रखी जाती थी;
कैंचियां, रक्त छिड़कने के पात्र, धूपदान और करछे−ये शुद्ध सोने के थे; परमपवित्र स्थान के दरवाजों तथा मध्यभाग के दरवाजों के कब्जे−ये भी सोने के थे।
अपने निवास-स्थान के नमूने तथा उसके समस्त उपकरणों से सम्बन्धित जो वस्तुएँ मैं तुझे दिखाता हूँ, उन्हीं के अनुरूप तू उसे निर्मित करना।
सज्जापूर्ण पोशाकें−पुरोहित हारून की पोशाक, उसके पुत्रों की पोशाकें जिन्हें वे पुरोहित के कार्य करते समय पहनेंगे−
जब वे पवित्र निवास-स्थान में सेवा करेंगे तब वे मिलन-शिविर के समस्त उपकरणों की देखभाल करेंगे, और इस्राएली समाज का उत्तरदायित्व संभालेंगे।
वे स्वर्णवेदी पर नीला वस्त्र बिछाएंगे और उसको सूंस के चमड़े के आच्छादन से ढक देंगे। तत्पश्चात् वे उसमें डण्डे लगाएंगे।
वे उसके ऊपर सूंस के चमड़े का आच्छादन डाल देंगे, और आच्छादन के ऊपर पूरा नीला वस्त्र फैलाएंगे। तत्पश्चात् वे मंजूषा में डण्डे लगाएंगे।
वे भेंट की रोटी की मेज पर पूरा नीला वस्त्र बिछाएँगे, और उस पर परात तथा धूपदान एवं पेयार्पण की सुराहियाँ और चषक रखेंगे। निरन्तर अर्पित की जाने वाली रोटी भी मेज पर रखी जाएगी।
वे नीला वस्त्र लेंगे और उससे प्रकाशवान दीपाधार, उसके दीपक, गुलतराश, गुलदान तथा तेल के सब पात्र, जिनके द्वारा दीपकों में तेल डाला जाता है, ढक देंगे।