रामोत-गिलआद क्षेत्र में बेन-गेबेर था। उसके अधीन मनश्शे के पुत्र याईर के नाम पर बसे हुए गांव भी थे, जो गिलआद प्रदेश में थे। इनके अतिरिक्त उसके अधिकार में अर्गोब क्षेत्र भी था, जो बाशान प्रदेश में था। इस क्षेत्र में परकोटे वाले साठ महानगर थे, जिनके द्वार की अर्गलाएं कांस्य धातु की थीं।
मनश्शे के पुत्र याईर ने अर्गोब का समस्त क्षेत्र, अर्थात् गशूरी और मआकाती राज्यों की सीमा तक बाशान देश लिया था और अपने नाम पर इन गांवों का नाम हब्बोत-याईर रखा, जैसा आज तक है।)