इसके अतिरिक्त जब विश्राम-दिवस पर, नवचन्द्र पर्व पर तथा अन्य पर्वों पर अन्न-बलि चढ़ाई जाएगी, तब जितने उप-पुरोहितों की आवश्यकता पड़ेगी उतने उप-पुरोहित प्रभु के सम्मुख नियमित रूप से उपस्थित होंगे।
गिनती 28:1 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) प्रभु मूसा से बोला, पवित्र बाइबल तब यहोवा ने मूसा से बात की। उसने कहा, Hindi Holy Bible फिर यहोवा ने मूसा से कहा, पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) फिर यहोवा ने मूसा से कहा, सरल हिन्दी बाइबल याहवेह ने मोशेह को आज्ञा दी, इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 फिर यहोवा ने मूसा से कहा, |
इसके अतिरिक्त जब विश्राम-दिवस पर, नवचन्द्र पर्व पर तथा अन्य पर्वों पर अन्न-बलि चढ़ाई जाएगी, तब जितने उप-पुरोहितों की आवश्यकता पड़ेगी उतने उप-पुरोहित प्रभु के सम्मुख नियमित रूप से उपस्थित होंगे।
देखिए, मैं अपने प्रभु परमेश्वर के नाम पर एक मन्दिर बनाना चाहता हूँ। मैं उसको इस कार्य के लिए अर्पित करूंगा कि उसमें इस्राएली जाति की स्थायी धर्म-प्रथा के अनुसार हमारे प्रभु परमेश्वर के सम्मुख सुगन्धित धूप-द्रव्य जलाए जाएं, निरन्तर भेंट की रोटियां अर्पित की जाएं, और प्रतिदिन सबेरे और शाम तथा पवित्र विश्राम-दिवसों, नवचन्द्र-दिवसों और निर्धारित पर्वों पर अग्नि-बलि चढ़ाई जाए।
तत्पश्चात् पुरोहित यहोयादा ने प्रभु के भवन के लिए पहरेदार नियुक्त किए। ये पहरेदार लेवी-कुल के पुरोहितों तथा उप-पुरोहितों के निर्देशन में सेवा-कार्य करते थे। लेवी-कुल के पुरोहितों तथा उप-पुरोहितों को राजा दाऊद ने प्रभु के भवन में सेवा-कार्य का दायित्व सौंपा था कि वे प्रभु को अग्नि-बलि चढ़ाएं; जैसा कि मूसा की व्यवस्था में लिखा है। राजा दाऊद के आदेश के अनुसार वे आराधना के समय स्तुति गाते तथा आनन्द-उल्लास प्रकट करते थे।
राजा अपनी सम्पत्ति से सबेरे-शाम की अग्नि-बलि, विश्राम-दिवस की अग्नि-बलि, नवचन्द्रपर्व की अग्नि-बलि तथा प्रभु की व्यवस्था में लिखित निर्धारित पर्वों की अग्नि-बलि देता था।
वह मूसा की व्यवस्था के नियमानुसार निर्धारित पर्वों पर − विश्राम-दिवस, नवचन्द्र पर्व, तथा तीनों वार्षिक त्योहारों − बेखमीर रोटी के पर्व, सप्ताहों के पर्व और मण्डपों के पर्व − पर बलि चढ़ाया करता था। वह पर्व के निश्चित दिन बलि चढ़ाता था।
इसके अतिरिक्त और भी आवश्यक वस्तुएं−जैसे स्वर्ग के परमेश्वर को चढ़ाई जाने वाली अग्नि-बलि के लिए बछड़े, मेढ़े और भेड़ें तथा यरूशलेम के पुरोहितों की मांग के अनुसार गेहूँ, नमक, अंगूर-रस और तेल उनको प्रतिदिन दिए जाएं। इस कार्य में एक दिन की भी भूल-चूक न हो,
यह धनराशि “अर्पण की रोटी” , नित्य अन्न-बलि, नित्य अग्नि-बलि, विश्राम-दिवस, नवचन्द्र पर्व, निर्धारित त्योहार, पवित्र अर्पण, इस्राएली कौम के प्रायश्चित के लिए की जानेवाली पाप-बलि, तथा हमारे परमेश्वर के भवन के सब कार्यों में व्यय की जाएगी।
तुम अपनी निस्सार भेंटें मेरे पास मत लाओ; उनकी सुगन्ध से मुझे घृणा हो गई है। तुम्हारा नवचन्द्र-पर्व मनाना, विश्राम-दिवस मनाना, धर्मसम्मेलन के लिए एकत्र होना, और धर्ममहासभा के साथ-साथ अधर्म भी करते जाना, यह मैं नहीं सह सकता।
‘मेरे निज लोगों में परस्पर लड़ाई-झगड़ा, वाद-विवाद होने पर वे न्यायाधीश होंगे, और मेरे न्याय-सिद्धान्तों के अनुसार मुकदमे का फैसला करेंगे। ‘वे मेरे निर्धारित पर्वों से सम्बन्धित मेरी सब विधियों, संविधियों का पालन करेंगे। वे मेरे विश्राम दिवस को पवित्र करेंगे।
इस्राएल देश के शासक का यह कर्त्तव्य है कि वह इन नियत पर्वों, नवचन्द्र दिवसों, और विश्राम-दिवसों पर अग्नि-बलि, अन्न-बलि और पेय-बलि का प्रबंध करे। वह इस्राएली जनता की ओर से प्रायश्चित करने के लिए पाप-बलि, अन्न-बलि, अग्नि-बलि और सहभागिता-बलि का प्रबंध करेगा।’
‘जब त्योहारों और नियत पर्वों पर अग्नि-बलि अर्पित की जाएगी, तब उसके साथ अन्न-बलि चढ़ाने का यह नियम है: प्रत्येक बछड़े और मेढ़े के साथ दस किलो अन्न, और मेमनों के साथ यथाशक्ति अन्न और प्रत्येक दस किलो के साथ साढ़े सात लिटर तेल।
हारून ने लोगों का चढ़ावा चढ़ाया। पाप-बलि का बकरा जो लोगों के लिए था, उसे उसने लिया और उसका वध किया। तत्पश्चात् उसे भी प्रथम पाप-बलि के सदृश पाप के हेतु अर्पित किया।
तत्पश्चात् उस पर अपने हाथ रखे और उसे अपना उत्तराधिकारी नियुक्त किया, जैसी प्रभु ने उनको आज्ञा दी थी।
‘तू इस्राएली समाज को यह आज्ञा देना, उनसे कहना, “तुम मेरा चढ़ावा, अग्नि में अर्पित मेरा आहार, मेरी सुखद सुगन्ध निर्धारित समय पर चढ़ाने का ध्यान रखना।”
इसलिए किसी को यह अधिकार नहीं कि वह खान-पान, पर्व, अमावस्या या विश्राम-दिवस के विषय में आप लोगों पर दोष लगाये।