गिनती 20:2 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) वहाँ इस्राएली मंडली के लिए जल उपलब्ध नहीं था। अत: वे मूसा और हारून के विरुद्ध इकट्ठे हो गए। पवित्र बाइबल उस स्थान पर लोगों के लिए पर्याप्त पानी नहीं था। इसलिए लोग मूसा और हारून के विरुद्ध शिकायत करने के लिए इकट्ठे हुए। Hindi Holy Bible वहां मण्डली के लोगों के लिये पानी न मिला; सो वे मूसा और हारून के विरुद्ध इकट्ठे हुए। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) वहाँ मण्डली के लोगों के लिये पानी न मिला; इसलिये वे मूसा और हारून के विरुद्ध इकट्ठे हुए। सरल हिन्दी बाइबल इस्राएल के घराने के पीने के लिए वहां जल उपलब्ध ही न था. वे लोग मोशेह तथा अहरोन के विरोध में एकजुट हो गए. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 वहाँ मण्डली के लोगों के लिये पानी न मिला; इसलिए वे मूसा और हारून के विरुद्ध इकट्ठे हुए। |
‘मैंने इस्राएलियों का बक-बकाना सुना है। तू उनसे यह कह, “तुम गोधूलि के समय मांस खाओगे और प्रात:काल रोटी से तृप्त होगे। तब तुम्हें ज्ञात होगा कि मैं प्रभु, तुम्हारा परमेश्वर हूं।” ’
प्रात:काल तुम उसकी महिमा देखोगे; क्योंकि प्रभु ने अपने विरुद्ध तुम्हारा बक-बकाना सुना है। हम क्या हैं कि तुम हमारे विरुद्ध बक-बक करते हो?’
सब इस्राएली मूसा और हारून के विरुद्ध बक-बक करने लगे। उन्होंने मूसा और हारून से कहा, ‘भला होता कि हम मिस्र देश में मर जाते! अथवा इसी निर्जन प्रदेश में मर जाते!
किन्तु शर्त यह है कि तुम, प्रभु के विरुद्ध विद्रोह मत करो। तुम उस देश के लोगों से मत डरो; क्योंकि वे तो हमारे लिए मात्र रोटी सदृश हैं और हम उनको आसानी से निगल सकते हैं। उन पर से संरक्षण की छाया हट चुकी है और प्रभु हमारे साथ है। उन लोगों से मत डरो।’
कोरह ने समस्त मंडली को मूसा तथा हारून के विरुद्ध मिलन-शिविर के द्वार पर एकत्र कर लिया। तब प्रभु का तेज समस्त मण्डली को दिखाई दिया।
वे मूसा और हारून के विरोध में एकत्र हुए। उन्होंने उनसे कहा, ‘बहुत हो चुका! अब बस करो! समस्त मंडली, सब व्यक्ति पवित्र हैं। उनके मध्य प्रभु है। तब आप अपने को प्रभु की धर्मसभा से ऊपर क्यों समझते हैं?’
जब मंडली मूसा और हारून के विरुद्ध इकट्ठी हो रही थी, तब दोनों ने मिलन-शिविर की ओर मुख किया। उन्होंने देखा कि मेघ ने उसको आच्छादित कर लिया है, और प्रभु का तेज दिखाई दे रहा है।
वे परमेश्वर और मूसा के विरुद्ध बोलने लगे, ‘आप हमें मिस्र देश से निकालकर इस निर्जन-प्रदेश में क्यों लाए? क्या हमें मारने के लिए? यहाँ न रोटी है और न पानी। हम इस रोटी से, जिससे तृप्ति नहीं होती, ऊब गए हैं।’