उन्होंने यूसुफ से कहा, ‘हमने स्वप्न देखे हैं। किन्तु यहाँ उनका अर्थ बतानेवाला कोई नहीं है।’ यूसुफ बोला, ‘क्या यह सच नहीं है कि स्वप्नों के अर्थ बताना केवल परमेश्वर का कार्य है? कृपाकर, मुझे सुनाइए।’
गिनती 20:10 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) मूसा और हारून ने चट्टान के सामने धर्मसभा को एकत्र किया, और मूसा ने कहा, ‘अरे विद्रोहियो, मेरी बात सुनो! क्या हम इस चट्टान से तुम्हारे लिए पानी बाहर निकालें?’ पवित्र बाइबल तब उसने तथा हारून ने लोगों को चट्टान के सामने इकट्ठा होने को कहा। तब मूसा ने कहा, “तुम लोग सदा शिकायत करते हो। अब मेरी बात सुनो। हम इस चट्टान से पानी बहायेंगे।” Hindi Holy Bible और मूसा और हारून ने मण्डली को उस चट्टान के साम्हने इकट्ठा किया, तब मूसा ने उससे कह, हे दंगा करनेवालो, सुनो; क्या हम को इस चट्टान में से तुम्हारे लिये जल निकालना होगा? पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) मूसा और हारून ने मण्डली को उस चट्टान के सामने इकट्ठा किया, तब मूसा ने उस से कहा, “हे दंगा करनेवालो, सुनो; क्या हम को इस चट्टान में से तुम्हारे लिये जल निकालना होगा?” सरल हिन्दी बाइबल मोशेह एवं अहरोन ने सारी सभा को उस चट्टान के सामने इकट्ठा किया और उनसे कहा, “विद्रोहियो, अब मेरी सुनो. क्या अब हमें तुम्हारे लिए इस चट्टान से जल निकालना होगा?” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 और मूसा और हारून ने मण्डली को उस चट्टान के सामने इकट्ठा किया, तब मूसा ने उससे कहा, “हे बलवा करनेवालों, सुनो; क्या हमको इस चट्टान में से तुम्हारे लिये जल निकालना होगा?” |
उन्होंने यूसुफ से कहा, ‘हमने स्वप्न देखे हैं। किन्तु यहाँ उनका अर्थ बतानेवाला कोई नहीं है।’ यूसुफ बोला, ‘क्या यह सच नहीं है कि स्वप्नों के अर्थ बताना केवल परमेश्वर का कार्य है? कृपाकर, मुझे सुनाइए।’
यूसुफ ने फरओ को उत्तर दिया, ‘नहीं, मैं नहीं जानता। परन्तु परमेश्वर फरओ को कल्याणकारी उत्तर देगा।’
देख, वहाँ मैं तेरे सम्मुख होरेब पर्वत की चट्टान पर खड़ा रहूँगा। तू चट्टान पर प्रहार करना। तब उससे जल निकलेगा कि लोग उसे पी सकें।’ मूसा ने इस्राएलियों के धर्मवृद्धों की आंखों के सामने ऐसा ही किया।
‘हारून अपने मृत पूर्वजों में जाकर मिल जाएगा। वह उस देश में प्रवेश नहीं करेगा, जिसे मैंने इस्राएली समाज को प्रदान किया है, क्योंकि तुम लोगों ने मरीबा के जल-स्रोत पर मेरे आदेश के प्रति विद्रोह किया था।
परन्तु मैं तुम से कहता हूँ, जो कोई अपने भाई अथवा बहिन पर क्रोध करता है, वह कचहरी में दण्ड के योग्य ठहराया जाएगा। यदि वह अपने भाई अथवा बहिन से अपशब्द कहे, तो वह धर्म-महासभा में दण्ड के योग्य ठहराया जाएगा और जो कोई अपने भाई अथवा बहिन से कहेगा, ‘अरे मूर्ख’, तो वह नरक की आग के योग्य ठहराया जाएगा।
न तो रोपने वाले का कोई महत्व है और न सींचने वाले का, बल्कि बढ़ाने वाले अर्थात परमेश्वर का ही महत्व है।
यदि आप क्रुद्ध हो जायें, तो इस कारण पाप न करें-सूरज के डूबने तक अपना क्रोध कायम नहीं रहने दें।
हम सब बारम्बार गलत काम करते हैं। जो कभी गलत बात नहीं कहता, वह पहुँचा हुआ मनुष्य है और वह अपने पूर्ण शरीर को नियंत्रण में रख सकता है।