‘जब कोई व्यक्ति दूसरे व्यक्ति के खेत अथवा अंगूर-उद्यान को अपने पशुओं से चराएगा या वह अपने पशुओं को खुला छोड़ेगा कि वे दूसरे के खेत को चर जाएँ, तब वह अपने ही खेत और अंगूर-उद्यान की सर्वोत्तम उपज से उसकी क्षति-पूर्ति करेगा।
गिनती 16:14 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) इसके अतिरिक्त आप हमें दूध और शहद की नदियों के देश में भी नहीं ले गए, और न हमें खेत और अंगूर-वाटिकाएँ प्रदान कीं कि हम उनपर अधिकार करें। अब क्या आप हम लोगों की आंखों में धूल झोंकना चाहते हैं? हम नहीं आएंगे!’ पवित्र बाइबल हम लोग तुम्हारा अनुसरण क्यों करें? तुम हम लोगों को उस नये देश में नहीं लाए हो जो सम्पन्न है और जिसमें दूध और मधु की नदियाँ बहती हैं। तुमने हम लोगों को वह देश नहीं दिया है जिसे देने का वचन यहोवा ने दिया था। तुमने हम लोगों को खेत या अंगूर के बाग नहीं दिये हैं। क्या तुम इन लोगों को अपना गुलाम बनाओगे? नहीं! हम लोग नहीं आएंगे।” Hindi Holy Bible फिर तू हमें ऐसे देश में जहां दूध और मधु की धाराएं बहती हैं नहीं पहुंचाया, और न हमें खेतोंऔर दाख की बारियों के अधिकारी किया। क्या तू इन लोगों की आंखों में धूलि डालेगा? हम तो नहीं आएंगे। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) फिर तू ने हमें ऐसे देश में जहाँ दूध और मधु की धाराएँ बहती हैं नहीं पहुँचाया, और न हमें खेतों और दाख की बारियों के अधिकारी किया। क्या तू इन लोगों की आँखों में धूल डालेगा? हम तो नहीं आएँगे।” सरल हिन्दी बाइबल इसके अलावा, आप हमें ऐसे किसी देश में नहीं ले आए हैं, जहां दूध और मधु का भण्ड़ार है, और न ही आपने हमें ऐसी मीरास दी है, जहां खेत तथा अंगूरों के बगीचे हैं. क्या मतलब है आपका, आप इनकी आंखें निकालना चाह रहे हैं? हम वहां नहीं आएंगे!” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 फिर तू हमें ऐसे देश में जहाँ दूध और मधु की धाराएँ बहती हैं नहीं पहुँचाया, और न हमें खेतों और दाख की बारियों का अधिकारी बनाया। क्या तू इन लोगों की आँखों में धूल डालेगा? हम तो नहीं आएँगे।” |
‘जब कोई व्यक्ति दूसरे व्यक्ति के खेत अथवा अंगूर-उद्यान को अपने पशुओं से चराएगा या वह अपने पशुओं को खुला छोड़ेगा कि वे दूसरे के खेत को चर जाएँ, तब वह अपने ही खेत और अंगूर-उद्यान की सर्वोत्तम उपज से उसकी क्षति-पूर्ति करेगा।
किन्तु सातवें वर्ष उसे परती रहने देना। उसे वैसे ही छोड़ देना जिससे तेरी प्रजा के दरिद्र व्यक्ति खाएँ। जो शेष रहे, उसे वन पशु खाएँ। तू ऐसा ही अपने अंगूर उद्यान और जैतून कुंज के विषय में करना।
मैं वचन देता हूं कि तुम्हें मिस्र देश की पीड़ित दशा से निकालकर कनानी, हित्ती, अमोरी, परिज्जी, हिव्वी, और यबूसी जातियों के देश में, ऐसे देश में ले जाऊंगा, जहां दूध और शहद की नदियां बहती हैं।”
मैं मिस्र-निवासियों के हाथ से उन्हें मुक्त करने के लिए, इस देश से निकालकर उन्हें एक अच्छे और विशाल देश में, ऐसे देश में जहां दूध और शहद की नदियां बहती हैं, अर्थात् कनानी, हित्ती, अमोरी, परिज्जी, हिव्वी और यबूसी जातियों के देश में ले जाने के लिए उतर आया हूं।
परन्तु मैंने तुमसे कहा है, “तुम उनके देश पर अधिकार करोगे। मैं उनके देश को तुम्हें दूंगा कि तुम उस पर अधिकार करो। उस देश में दूध और शहद की नदियां बहती हैं।” मैं प्रभु, तुम्हारा परमेश्वर हूँ, जिसने तुम्हें अन्य जातियों से अलग कर पवित्र किया है।
उन्होंने मूसा को वृत्तान्त सुनाया। उन्होंने कहा, ‘जिस देश में आपने हमें भेजा था, उसमें हम गए। निस्संदेह उसमें दूध और शहद की नदियाँ बहती हैं। देखिए, ये उस देश के फल हैं।
यदि प्रभु हम पर प्रसन्न होगा तो वह हमें उस देश में प्रवेश कराएगा। वह हमें उस देश को प्रदान करेगा जहाँ दूध और शहद की नदियाँ बहती हैं।
आपने क्यों हमें मिस्र देश से बाहर निकाला? क्या इस बुरे स्थान में लाने के लिए? यह स्थान अन्न, अंजीर, अंगूर और अनार का स्थान नहीं है। यहाँ पीने के लिए पानी भी उपलब्ध नहीं है।’
पलिश्तियों ने शिमशोन को पकड़ लिया और उसकी आंखें निकाल लीं। वे उसे गाजा नगर ले गए। वहां उन्होंने शिमशोन को पीतल की जंजीरों से बांध दिया। शिमशोन बन्दीगृह में चक्की पीसता था।
किन्तु अम्मोनी जाति के राजा नाहश ने उनसे कहा, ‘मैं इस शर्त पर तुमसे सन्धि करूँगा। मैं तुममें से प्रत्येक व्यक्ति की दाहिनी आँख निकालूँगा। इस प्रकार मैं समस्त इस्राएली जाति को अपमानित करूँगा।’