(क्योंकि मनुष्य तेरे नाम, तेरे सामर्थी हाथ और उद्धार के हेतु फैली हुई तेरी भुजाओं के विषय में सुनेंगे), जब वह इस भवन में आकर तुझसे प्रार्थना करेगा,
गिनती 15:14 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) यदि तुम्हारे साथ कोई प्रवासी व्यक्ति निवास करता है अथवा कोई अन्य जाति का व्यक्ति तुम्हारे मध्य अनेक पीढ़ियों से रहता चला आ रहा है और वह प्रभु को अग्नि में सुखद सुगन्ध में चढ़ावा चढ़ाना चाहता है, तो वह वैसा ही करेगा, जैसा तुम करोगे। पवित्र बाइबल और भविष्य के सभी दिनों में, यदि कोई व्यक्ति जो इस्राएल के परिवार में उत्पन्न नहीं है और तुम्हारे बीच रह रहा है तो उसे भी इन सब चीजों का पालन करना चाहिए। उसे ये वैसे ही करना होगा जैसा मैंने तुमको बताया है। Hindi Holy Bible और यदि कोई परदेशी तुम्हारे संग रहता हो, वा तुम्हारी किसी पीढ़ी में तुम्हारे बीच कोई रहने वाला हो, और वह यहोवा को सुखदायक सुगन्ध देने वाला हव्य चढ़ाना चाहे, तो जिस प्रकार तुम करोगे उसी प्रकार वह भी करे। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) और यदि कोई परदेशी तुम्हारे संग रहता हो, या तुम्हारी किसी पीढ़ी में तुम्हारे बीच कोई रहनेवाला हो, और वह यहोवा को सुखदायक सुगन्ध देनेवाला हव्य चढ़ाना चाहे, तो जिस प्रकार तुम करोगे उसी प्रकार वह भी करे। सरल हिन्दी बाइबल यदि तुम्हारे बीच कोई परदेशी है, चाहे थोड़े समय से या स्थायी रूप से, पीढ़ी-पीढ़ी से, और वह अग्निबलि भेंट करना चाहता है, कि यह याहवेह के लिए सुखद-सुगंध हो जाए, वह भी ठीक यही करेगा. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 “और यदि कोई परदेशी तुम्हारे संग रहता हो, या तुम्हारी किसी पीढ़ी में तुम्हारे बीच कोई रहनेवाला हो, और वह यहोवा को सुखदायक सुगन्ध देनेवाला हव्य चढ़ाना चाहे, तो जिस प्रकार तुम करोगे उसी प्रकार वह भी करे। |
(क्योंकि मनुष्य तेरे नाम, तेरे सामर्थी हाथ और उद्धार के हेतु फैली हुई तेरी भुजाओं के विषय में सुनेंगे), जब वह इस भवन में आकर तुझसे प्रार्थना करेगा,
‘हारून, उसके पुत्रों एवं समस्त इस्राएली समाज से बोलना। तू उनसे यह कहना : जब इस्राएल के वंशज अथवा उनके मध्य में निवास करने वाले प्रवासी अपनी मन्नत हेतु अथवा प्रभु को अग्नि-बलि के रूप में स्वेच्छा-बलि के हेतु चढ़ावा चढ़ाएंगे
विदेशी व्यक्ति से प्राप्त ऐसे पशु अपने परमेश्वर के आहार के रूप में मत चढ़ाना। उनके शरीर पर दोष है, वे विकृत हैं, इसलिए ग्रहण नहीं किए जाएंगे।’
हरएक देशी व्यक्ति प्रभु को अग्नि में अर्पित सुखद सुगन्ध चढ़ाने के लिए ये कार्य इसी पद्धति से करेगा।
तुम्हारी धर्मसभा में तुम्हारे लिए तथा तुम्हारे मध्य निवास करने वाले प्रवासी व्यक्ति के लिए एक ही संविधि होगी। यह तुम्हारी पीढ़ी से पीढ़ी तक स्थायी संविधि होगी। प्रभु की दृष्टि में तुम और प्रवासी दोनों समान हैं।