‘प्रभु धन्य है! उसने अपने वचन के अनुसार अपने निज लोग इस्राएलियों को एक विश्राम-स्थल प्रदान किया। जो-जो वचन उसने अपने सेवक मूसा से कहे थे, उनमें से एक वचन भी निष्फल नहीं हुआ।
गिनती 14:34 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) जितने दिन तक तुमने उस देश का भेद लिया, अर्थात् चलीस दिन तक, उनकी संख्या के अनुसार, दिन पीछे एक वर्ष, तुम चालीस वर्ष तक अपने अधर्म का भार वहन करते रहोगे। इस प्रकार तुम मेरी अप्रसन्नता को जानोगे। पवित्र बाइबल तुम लोग अपने पाप के लिए चालीस वर्ष तक कष्ट भोगोगे। (तुम लोगों ने इस देश की छानबीन में जो चालीस दिन लागए उसके प्रत्येक दिन के लिए एक वर्ष होगा।) तुम लोग जानोगे कि मेरा तुम लोगों के विरुद्ध होना कितना भयानक है। Hindi Holy Bible जितने दिन तुम उस देश का भेद लेते रहे, अर्थात चालीस दिन उनकी गिनती के अनुसार, दिन पीछे उस वर्ष, अर्थात चालीस वर्ष तक तुम अपने अधर्म का दण्ड उठाए रहोगे, तब तुम जान लोगे कि मेरा विरोध क्या है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) जितने दिन तुम उस देश का भेद लेते रहे, अर्थात् चालीस दिन, उनकी गिनती के अनुसार, दिन पीछे एक वर्ष, अर्थात् चालीस वर्ष तक तुम अपने अधर्म का दण्ड उठाए रहोगे, तब तुम जान लोगे कि मेरा विरोध क्या है। सरल हिन्दी बाइबल यह उसी अनुपात में होगा, जितने दिन तुमने उस देश का भेद लिया था; चालीस दिन-भेद लेने के, एक दिन के लिए इस निर्जन प्रदेश में एक वर्ष, कुल चालीस वर्ष. तब तुम अपने पाप के कारण कष्ट भोगोगे और मुझसे विरोध का परिणाम समझ जाओगे. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 जितने दिन तुम उस देश का भेद लेते रहे, अर्थात् चालीस दिन उनकी गिनती के अनुसार, एक दिन के बदले एक वर्ष, अर्थात् चालीस वर्ष तक तुम अपने अधर्म का दण्ड उठाए रहोगे, तब तुम जान लोगे कि मेरा विरोध क्या है। (प्रेरि. 13:18) |
‘प्रभु धन्य है! उसने अपने वचन के अनुसार अपने निज लोग इस्राएलियों को एक विश्राम-स्थल प्रदान किया। जो-जो वचन उसने अपने सेवक मूसा से कहे थे, उनमें से एक वचन भी निष्फल नहीं हुआ।
यह सब इसलिए हुआ, क्योंकि प्रभु ने अपने नबी यिर्मयाह के माध्यम से ऐसा ही कहा था। विश्राम-कालों का पालन न करने के कारण अब इस्राएल देश को विश्राम मिला। सत्तर वर्ष तक देश उजाड़ पड़ा रहा, और उसने विश्राम मनाया।
क्या उसकी करुणा सदैव के लिए मिट गई? क्या उसकी प्रतिज्ञाएं सदा-सर्वदा को समाप्त हो गईं?
वह चालीस वर्ष तक उस पीढ़ी से घृणा करता रहा। प्रभु ने यह कहा था, ‘ये हृदय के भ्रष्ट लोग हैं, ये मेरे मार्गों को नहीं जानते हैं।’
मूर्तिपूजक और नबी − दोनों अपने-अपने कुकर्म का दण्ड भोगेंगे। नबी का दण्ड और मूर्तिपूजक का दण्ड समान होगा।
स्वामी-प्रभु यों कहता है, ‘तूने मुझे भुला दिया, अपना मुंह मुझ से फेर लिया, और कीचड़ के समान मुझे फेंक दिया। अत: अब तू अपनी कामुकता और व्यभिचार के कुकर्म का फल भोग।’
मैं तेरे लिए दिनों की संख्या निश्चित कर देता हूं : तू तीन सौ नब्बे दिन तक उनका दण्ड सहेगा। एक दिन एक वर्ष के बराबर है। इस्राएल प्रदेश की जनता को तीन सौ नब्बे वर्ष तक दण्ड मिलेगा।
जब तू तीन सौ नब्बे दिन तक इस्राएल-कुल के दण्ड को भोग चुकेगा, तब तू दूसरी बार लेटना। इस बार दाहिनी करवट लेटना। तू दाहिनी करवट पर यहूदा प्रदेश की जनता का दण्ड भोगेगा। मैं तेरे लिए चालीस दिन निश्चित करता हूँ। एक दिन एक वर्ष के बराबर है।
“तेरी कौम और तेरे पवित्र नगर के लिए वर्षों के सत्तर सप्ताह निश्चित किए गए हैं। इन वर्षों के व्यतीत होने में सब प्रकार के अपराध समाप्त हो जाएँगे, पाप का अन्त हो जाएगा, अधर्म का प्रायश्चित कराया जाएगा, धार्मिकता शाश्वत बना दी जाएगी, दर्शन और नबूवत सत्य प्रमाणित होगी और “परम पवित्र’ को अभ्यंजित किया जाएगा।
यदि एफ्रइम-निवासी अपने पुत्र-पुत्रियों का पालन-पोषण कर उन्हें बड़ा करने का प्रयत्न करेंगे, तो मैं उनके पुत्र-पुत्रियों को बालिग बनने के पूर्व ही समाप्त कर दूंगा। जब मैं उनके पास से चला जाऊंगा, उनकी दशा दयनीय होगी!
तुम अपनी मौसी अथवा फूफी से संभोग मत करना; क्योंकि ऐसा करना अपनी निकट कुटुम्बिनी का अनादर करना है। वे अपने अधर्म का भार स्वयं वहन करेंगे।
मैंने कृपा नामक अपनी लाठी ली और उसको तोड़ा। इसका यह अर्थ है: जो विधान प्रभु ने सब राष्ट्रों के साथ स्थापित किया था, उसको उसने तोड़ दिया।
किन्तु लेवीय लोग मिलन-शिविर के सेवा-कार्यों को करेंगे, और अपने अधर्म को भी स्वयं वहन करेंगे। यह तुम्हारी पीढ़ी से पीढ़ी तक स्थायी संविधि है। इस्राएली समाज में उनकी पैतृक सम्पत्ति नहीं होगी।
प्रभु का क्रोध इस्राएल के प्रति भड़क उठा था। जब तक वह पीढ़ी नष्ट नहीं हो गई, जिसने प्रभु की दृष्टि में बुरा कर्म किया था, तब तक, चालीस वर्ष तक वह उन्हें निर्जन प्रदेश में भटकाता रहा।
मैंने, तुम्हारे प्रभु परमेश्वर ने तुम्हारे हाथों से किए गए सब कार्यों पर आशिष दी है। मैं इस विशाल निर्जन प्रदेश में यात्रा के समय तुम्हारी देख-भाल करता आया हूं। मैं तुम्हारा प्रभु-परमेश्वर, इन चालीस वर्षों की अवधि में तुम्हारे साथ रहा हूं, और तुम्हें किसी वस्तु का अभाव नहीं हुआ।”
परमेश्वर के विश्रामस्थान में प्रवेश करने की वह प्रतिज्ञा अब तक कायम है; इसलिए हम सतर्क रहें कि आप लोगों में से कोई भी अयोग्य न ठहरे, और उसमें प्रवेश करने से वंचित न रह जाये।
देखिए, प्रभु की कृपा से मैं अब तक जीवित हूं। जब प्रभु ने मूसा से ये शब्द कहे थे तब से पैंतालीस वर्ष व्यतीत हो गए। उन दिनों इस्राएली समाज निर्जन प्रदेश से गुजर रहा था। अब देखिए, मैं पचासी वर्ष का हूं।
मैं अपने दो सािक्षयों को आदेश दूँगा कि वे उन बारह सौ साठ दिनों तक टाट ओढ़े नबूवत करते रहें।”
इसलिए इस्राएल के प्रभु परमेश्वर की यह घोषणा है: “यद्यपि मैंने निस्सन्देह यह कहा था कि तेरा पितृ-कुल सदा मेरे सम्मुख रह कर मेरी सेवा करेगा, और मेरा कृपा-पात्र बनेगा, तथापि अब मुझ-प्रभु की यह गंभीर घोषणा है: मेरी यह बात मुझ से दूर हो! मैं अपने आदर करने वालों का आदर करूँगा, और मुझे तुच्छ समझने वालों को तुच्छ समझूँगा।