गिनती 14:11 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) प्रभु ने मूसा से कहा, ‘ये लोग कब तक मेरा तिरस्कार करते रहेंगे? जो अद्भुत कार्य मैंने इनके मध्य किए, उनको देखकर भी ये कब तक मुझ पर विश्वास नहीं करेंगे? पवित्र बाइबल यहोवा ने मूसा से कहा, “ये लोग इस प्रकार मुझसे कब तक घृणा करते रहेंगे? वे प्रकट कर रहे हैं कि वे मुझ पर बिश्वास नहीं करते। वे दिखाते हैं कि उन्हें मेरी शक्ति पर बिश्वास नहीं। वे मुझ पर बिश्वास करने से तब भी इन्कार करते हैं जबकि मैंने उन्हें बहुत से शक्तिशाली चिन्ह दिखाये हैं। मैंने उनके बीच अनेक बड़ी चीजें की हैं। Hindi Holy Bible तब यहोवा ने मूसा से कहा, वे लोग कब तक मेरा तिरस्कार करते रहेंगे? और मेरे सब आश्चर्यकर्म देखने पर भी कब तक मुझ पर विश्वास न करेंगे? पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तब यहोवा ने मूसा से कहा, “वे लोग कब तक मेरा तिरस्कार करते रहेंगे? और मेरे सब आश्चर्यकर्म देखने पर भी कब तक मुझ पर विश्वास न करेंगे? सरल हिन्दी बाइबल याहवेह ने मोशेह से प्रश्न किया, “और कब तक ये लोग मेरा तिरस्कार करते रहेंगे? कब तक वे मुझमें विश्वास न करेंगे, जबकि मैं उनके बीच में ये सारे चिन्ह दिखा चुका हूं? इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तब यहोवा ने मूसा से कहा, “ये लोग कब तक मेरा तिरस्कार करते रहेंगे? और मेरे सब आश्चर्यकर्मों को देखने पर भी कब तक मुझ पर विश्वास न करेंगे? |
क्योंकि उन्होंने परमेश्वर पर विश्वास नहीं किया, उसकी मुक्तिप्रद शक्ति पर भरोसा नहीं किया।
यह होने पर भी वे पाप करते रहे; उन्होंने परमेश्वर के आश्चर्यपूर्ण कार्यों पर विश्वास नहीं किया।
तुम अपना हृदय कठोर न करना, जैसा तुम्हारे पूर्वजों ने उस दिन किया था जब वे मरीबा में, निर्जन प्रदेश के मस्सा में थे।
मूसा और हारून फरओ के पास गए। उन्होंने उससे कहा, ‘इब्रानियों का परमेश्वर, प्रभु यों कहता है, “तू कब तक मेरे सम्मुख नतमस्तक नहीं होगा? मेरे लोगों को जाने दे कि वे मेरी सेवा करें।
उस पर ध्यान देना। उसकी वाणी को सुनना। उससे विद्रोह मत करना। वह तेरे अपराधों को क्षमा नहीं करेगा; क्योंकि मेरा नाम उसमें है।
‘ओ अज्ञानियो, कब तक तुम अज्ञान गले लगाए रखोगे? ज्ञान की हंसी उड़ाने वालो, कब तक तुम ज्ञान की हंसी उड़ाते रहोगे? ओ मुर्खो, तुम कब तक ज्ञान से बैर रखोगे?
यह दुष्कर्मी जाति है। ये मेरी बात सुनने से इन्कार करते हैं, और हठपूर्वक अपने हृदय के अनुसार आचरण करते हैं। ये अन्य कौमों के देवी-देवताओं की सेवा करने के लिए उनके अनुयायी बन गए हैं, और उनकी पूजा करते हैं। अत: यह कौम भी लुंगी के समान किसी काम की नहीं रहेगी।
ओ यरूशलेम, अपने हृदय से दुष्कर्म की इच्छा निकाल दे, और हृदय को धो ले। तब ही तू बच सकती है। कब तक तेरे अन्त: करण में बुरे विचार घर किए रहेंगे?
लेकिन इस्राएल के वंशजों ने निर्जन प्रदेश में मुझ से विद्रोह किया। उन्होंने मेरी संविधियों के अनुरूप आचरण नहीं किया, बल्कि मेरे न्याय-सिद्धान्तों को ताक पर रख दिया, जिनके अनुरूप आचरण करने से मनुष्य जीवित रहता है। उन्होंने मेरे विश्राम-दिवस की घोर उपेक्षा कर उसको अपवित्र कर दिया। ‘अत: मैंने सोचा कि मैं उनको निर्जन प्रदेश में दण्ड देने के लिए उन पर अपनी क्रोधाग्नि की वर्षा करूंगा और उनको पूर्णत: नष्ट कर दूंगा।
ओ सामरी राज्य! मैं तेरे बछड़े की मूर्तियों को ठुकारता हूं; मेरा क्रोध तेरे विरुद्ध भड़क रहा है। ओ इस्राएल, तू कब स्वयं को शुद्ध करेगा?
‘स्वर्गिक सेनाओं का प्रभु यों कहता है : जैसे तुम्हारे पूर्वजों ने अपने दुष्कर्मों से मेरे क्रोध को उभाड़ा था और मैंने तुम्हारा अनिष्ट करने का निश्चय किया था, और अपने निश्चय को नहीं बदला,
वे उस देश को नहीं देख सकेंगे जिसको प्रदान करने की शपथ मैंने उनके पूर्वजों से खाई थी। मेरा तिरस्कार करने वाला कोई भी व्यक्ति उस देश को नहीं देख सकेगा।
‘कब तक यह दुष्ट मंडली मेरे विरुद्ध बक-बक करती रहेगी? इस्राएली समाज की बक-बक, उनका मेरे विरुद्ध बक-बक करना, मैंने सुना है।
येशु ने कहा, “अविश्वासी और भ्रष्ट पीढ़ी! मैं कब तक तुम्हारे साथ रहूँगा? कब तक तुम्हें सहता रहूँगा? उसे मेरे पास लाओ।”
येशु ने उत्तर दिया, “अविश्वासी पीढ़ी! मैं कब तक तुम्हारे साथ रहूँगा? कब तक मैं तुम्हें सहता रहूँगा? उस लड़के को मेरे पास लाओ।”
किन्तु यदि मैं उन्हें करता हूँ, तो मुझ पर विश्वास नहीं करने पर भी तुम कार्यों पर ही विश्वास करो, जिससे तुम यह जान जाओ और समझ लो कि पिता मुझ में है और मैं पिता में हूँ।”
यद्यपि येशु ने उनके सामने इतने आश्चर्यपूर्ण चिह्न दिखाए थे, तो भी उन्होंने येशु में विश्वास नहीं किया।
यदि मैंने उनके सामने वे महान् कार्य नहीं किये होते, जिन्हें किसी और ने कभी नहीं किया, तो उन्हें पाप नहीं लगता। परन्तु अब तो उन्होंने देख कर भी मुझ से और मेरे पिता से बैर किया है।
जिन लोगों ने वाणी सुन कर विद्रोह किया, वे कौन थे? निश्चय ही वे सब लोग, जो मूसा के नेतृत्व में मिस्र देश से निकल आये थे।
किन लोगों के विषय में उसने शपथ खाकर कहा कि “ये मेरे विश्रामस्थान में प्रवेश नहीं करेंगे”? निश्चय ही उनके विषय में, जिन्होंने विश्वास करना अस्वीकार किया।
तो अपना हृदय कठोर न करना, जैसा कि पहले, विद्रोह के समय, हुआ था। उस दिन तुम्हारे पूर्वजों ने निर्जन प्रदेश में मेरी परीक्षा ली।