तत्पश्चात् वे लौटकर एन-मिशपाट अर्थात् कादेश में आए। उन्होंने अमालेकी जाति के समस्त प्रदेश को, एवं हससोन-तामर में रहनेवाली एमोरी जाति को भी पराजित किया।
गिनती 13:29 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) अमालेक जाति नेगेब प्रदेश में निवास करती है। हित्ती, यबूसी और अमोरी जातियाँ पहाड़ी प्रदेश में रहती हैं। कनानी जाति समुद्र तट तथा यर्दन नदी के किनारे निवास करती है।’ पवित्र बाइबल अमालेकी लोग नेगेव की घाटी में रहते हैं। हित्ती, यबूसी और एमोरी पहाड़ी प्रदेशों में रहते हैं। कनानी लोग समुद्र के किनारे और यरदन नदी के किनारे रहते हैं।” Hindi Holy Bible दक्षिण देश में तो अमालेकी बसे हुए हैं; और पहाड़ी देश में हित्ती, यबूसी, और एमोरी रहते हैं; और समुद्र के किनारे किनारे और यरदन नदी के तट पर कनानी बसे हुए हैं। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) दक्षिण देश में अमालेकी बसे हुए हैं; और पहाड़ी देश में हित्ती, यबूसी, और एमोरी रहते हैं; और समुद्र के किनारे किनारे और यरदन नदी के तट पर कनानी बसे हुए हैं।” सरल हिन्दी बाइबल वहां नेगेव में तो अमालेक का निवास है, तथा पर्वतीय क्षेत्र में हित्ती, यबूसी तथा अमोरियों का; समुद्र के पास वाले क्षेत्र में तथा यरदन के इस ओर कनानी निवास करते हैं.” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 दक्षिण देश में तो अमालेकी बसे हुए हैं; और पहाड़ी देश में हित्ती, यबूसी, और एमोरी रहते हैं; और समुद्र के किनारे-किनारे और यरदन नदी के तट पर कनानी बसे हुए हैं।” |
तत्पश्चात् वे लौटकर एन-मिशपाट अर्थात् कादेश में आए। उन्होंने अमालेकी जाति के समस्त प्रदेश को, एवं हससोन-तामर में रहनेवाली एमोरी जाति को भी पराजित किया।
तूने उनके हृदय को अपने प्रति विश्वासी पाया था, अत: उनसे विधान स्थापित किया, कि तू उनके वंशजों को कनानी, हित्ती, एमोरी, परिज्जी, यबूसी और गिर्गाशी कौमों का देश प्रदान करेगा। प्रभु, तूने अपना यह वचन पूरा किया; क्योंकि तू धर्मी है।
मैं वचन देता हूं कि तुम्हें मिस्र देश की पीड़ित दशा से निकालकर कनानी, हित्ती, अमोरी, परिज्जी, हिव्वी, और यबूसी जातियों के देश में, ऐसे देश में ले जाऊंगा, जहां दूध और शहद की नदियां बहती हैं।”
मैं मिस्र-निवासियों के हाथ से उन्हें मुक्त करने के लिए, इस देश से निकालकर उन्हें एक अच्छे और विशाल देश में, ऐसे देश में जहां दूध और शहद की नदियां बहती हैं, अर्थात् कनानी, हित्ती, अमोरी, परिज्जी, हिव्वी और यबूसी जातियों के देश में ले जाने के लिए उतर आया हूं।
मूसा ने उन्हें कनान देश का भेद लेने के लिए भेजा और उनसे कहा, ‘यहाँ से नेगेब होकर पहाड़ी प्रदेश में जाओ,
किन्तु कालेब ने मूसा के सम्मुख लोगों को शान्त किया। उसने कहा, ‘आओ, हम उस देश पर तुरन्त चढ़ाई करें और उसको अपने अधिकार में कर लें; क्योंकि हम उस पर विजय पाने में समर्थ हैं।’
अमोलेकी और कनानी जातियाँ तुम्हारे सामने हैं, और तुम तलवार से मृत्यु के घाट उतार दिए जाओगे। तुमने प्रभु का अनुसरण करने से मुंह मोड़ लिया है। अत: प्रभु तुम्हारे साथ नहीं होगा।’
तब उस पहाड़ी क्षेत्र में रहने वाले अमालेकी और कनानी लोगों ने उन पर आक्रमण कर दिया। उन्होंने इस्राएलियों को पराजित कर दिया और होर्मा नगर तक उनका पीछा किया।
तब बिल्आम ने अमालेकी राष्ट्र को देखा। उसने अपनी गाथा गाना आरम्भ किया। उसने यह गाया, ‘राष्ट्रों में अमालेक प्रथम था, पर अन्त में वह नष्ट हो जाएगा!’
हित्ती, एमोरी, कनानी, परिज्जी, हिव्वी और यबूसी जातियों को पूर्णत: नष्ट कर डालना, जैसी तेरे प्रभु परमेश्वर ने तुझे आज्ञा दी है।
‘जब तेरा प्रभु परमेश्वर तुझको उस देश में पहुंचा देगा, जिस पर अधिकार करने के लिए तू वहाँ जा रहा है, तब वह अनेक राष्ट्रों को भगा देगा। वह तुझसे अधिक महान और शक्तिशाली सात जातियों को-हित्ती, गिर्गाशी, एमोरी, कनानी, परिज्जी, हिव्वी और यबूसी को, तेरे सम्मुख से निकाल देगा।
ये एमोरी जाति के पांच राजा, यरूशलेम, हेब्रोन, यमूर्त, लाकीश और एग्लोन के राजा, एकत्र हुए; और उन्होंने अपनी सेना के साथ गिब्ओन नगर पर आक्रमण कर दिया। उन्होंने गिब्ओन नगर के पास पड़ाव डाला और उसके विरुद्ध युद्ध छेड़ दिया।
गिब्ओन के सैनिकों ने गिलगाल के पड़ाव में यहोशुअ के पास सहायता के लिए सन्देश भेजा : ‘आप अपने सेवकों के सिर पर से हाथ मत हटाइए। आप अविलम्ब आइए। हमारी रक्षा कीजिए। हमारी सहायता कीजिए; क्योंकि पहाड़ी क्षेत्र में रहने वाले एमोरी जाति के सब राजा हमारे विरुद्ध एकत्र हुए हैं।’
उसने आगे कहा, ‘तुम्हें आज ज्ञात होगा कि तुम्हारे मध्य जीवित परमेश्वर है, और वह तुम्हारे सामने से कनानी, हित्ती, हिव्वी, परिज्जी, गिर्गाशी, एमोरी और यबूसी जातियों को निश्चय ही खदेड़ देगा।
एमोरी जाति के राजा, यर्दन नदी के उस पार, पश्चिमी दिशा में रहते थे, और समुद्र तट पर कनानी जाति के राजा रहते थे। जब उन्होंने यह सुना कि प्रभु ने इस्राएली जाति के लिए यर्दन नदी का जल सुखा डाला और उन्होंने यर्दन नदी पार कर ली, तब उन राजाओं का हृदय भय से आतंकित हो गया। इस्राएली लोगों के कारण उनमें दम नहीं रहा।
इन बातों का समाचार यर्दन नदी के पश्चिमी तट के राजाओं ने सुना। वे पहाड़ियों, मैदानों और लबानोन तक भूमध्य-सागर के समस्त तटवर्ती प्रदेशों में राज्य करते थे। ये हित्ती, एमोरी, कनानी, परिज्जी, हिव्वी और यबूसी जातियों के राजा थे।
अत: इस्राएली लोग कनानी, हित्ती, एमोरी, परिज्जी, हिव्वी और यबूसी जातियों के मध्य बस गए।
जब इस्राएली बीज बोते, तब मिद्यानी, अमालेकी और पूर्व के लोग आते और उन पर आक्रमण करते थे।
उसने वीरतापूर्ण कार्य किये। उसने अमालेकी जाति को पराजित किया, और उसके लुटेरे हाथों से इस्राएली राष्ट्र को मुक्त किया।
दाऊद और उसके सैनिक युद्ध के लिए निकलते थे। उन्होंने गशूरी, गिर्जी और अमालेकी जाति के निवासियों पर छापे मारे। ये लोग प्राचीन काल से इस क्षेत्र के मूल निवासी थे। यह क्षेत्र शूर से मिस्र देश तक फैला हुआ था।
दाऊद और उसके सैनिक तीसरे दिन सिक्लग नगर पहुँचे। पर उनके पहुँचने के पूर्व अमालेकी सेना ने नेगेब और सिक्लग पर धावा कर दिया। उन्होंने सिक्लग नगर को नष्ट कर उसमें आग लगा दी।
एक्रोन से गत तक जो नगर पलिश्तियों ने इस्राएलियों से छीन लिए थे, वे इस्राएलियों को लौटा दिए गए। यों इस्राएलियों ने अपने सीमा-क्षेत्र को पलिश्तियों के हाथ से मुक्त कर लिया। इस्राएलियों और एमोरी जाति के मध्य भी शान्ति थी।