सेना-नायक ने जिसके हाथ के सहारे राजा खड़ा था, परमेश्वर के जन से यह कहा, ‘यदि स्वयं प्रभु आकाश में झरोखे बनाए तो भी क्या यह सम्भव है?’ एलीशा ने सेना-नायक को उत्तर दिया, ‘तुम स्वयं अपनी आंखों से यह देखोगे; परन्तु तुम उस अन्न को खा नहीं सकोगे।’
गिनती 11:22 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) क्या उनके लिए गाय-बैल, भेड़-बकरी का वध किया जाएगा ताकि उनको पर्याप्त हो? क्या उनके लिए समुद्र की समस्त मछलियाँ पकड़ी जाएंगी ताकि उनको पर्याप्त हो?’ पवित्र बाइबल यदि हमें सभी भेड़ें और मवेशी मारने पड़े तो भी इतनी बड़ी संख्या में लोगों के महीने भर खाने के लिए वह पर्याप्त नहीं होगा और यदि हम समुद्र की सारी मछलियाँ पकड़ लें तो भी उनके लिए वे पर्याप्त नहीं होंगी।” Hindi Holy Bible क्या वे सब भेड़-बकरी गाय-बैल उनके लिये मारे जाएं, कि उन को मांस मिले? वा क्या समुद्र की सब मछलियां उनके लिये इकट्ठी की जाएं, कि उन को मांस मिले? पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) क्या वे सब भेड़–बकरी, गाय–बैल उनके लिये मारे जाएँ कि उनको मांस मिले? या क्या समुद्र की सब मछलियाँ उनके लिये इकट्ठी की जाएँ कि उनको मांस मिले?” सरल हिन्दी बाइबल क्या सारी भेड़-बकरियों एवं पशुओं का वध किया जाने पर भी इनके लिए काफ़ी होगा? क्या समुद्र की सारी मछलियों को इकट्ठा किया जाने पर भी इनके लिये काफ़ी होगा?” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 क्या वे सब भेड़-बकरी गाय-बैल उनके लिये मारे जाएँ कि उनको माँस मिले? या क्या समुद्र की सब मछलियाँ उनके लिये इकट्ठी की जाएँ, कि उनको माँस मिले?” |
सेना-नायक ने जिसके हाथ के सहारे राजा खड़ा था, परमेश्वर के जन से यह कहा, ‘यदि स्वयं प्रभु आकाश में झरोखे बनाए तो भी क्या यह सम्भव है?’ एलीशा ने सेना-नायक को उत्तर दिया, ‘तुम स्वयं अपनी आंखों से यह देखोगे; परन्तु तुम उस अन्न को खा नहीं सकोगे।’
मैं इन सब लोगों को खिलाने के लिए मांस कहां से लाऊं? ये मेरे सम्मुख रो-रोकर कह रहे हैं, “हमें खाने के लिए मांस दीजिए।”
किन्तु मूसा ने कहा, ‘ये पैदल चलने वाले लोग जिनके मध्य मैं हूँ, छ: लाख हैं, फिर भी तूने कहा, “मैं इन्हें इतना मांस प्रदान करूंगा, कि ये महीने भर उसको खाते रहेंगे!”
प्रभु ने मूसा से कहा, ‘क्या मेरा भुजबल घट गया है? अब तू देखेगा कि मेरा वचन तेरे लिए सिद्ध होता है अथवा नहीं।’
शिष्यों ने उनसे कहा, “इस निर्जन स्थान में हमें इतनी रोटियाँ कहाँ से मिलेंगी कि हम इतनी बड़ी भीड़ को खिला सकें?”
येशु ने उन्हें उत्तर दिया, “तुम लोग ही उन्हें भोजन दो।” शिष्यों ने कहा, “क्या हम जा कर दो सौ चाँदी के सिक्कों की रोटियाँ खरीद कर लाएँ और उन्हें लोगों को खाने को दें?”
उनके शिष्यों ने उत्तर दिया, “इस निर्जन स्थान में इन लोगों को खिलाने के लिए कहाँ से रोटियाँ मिलेंगी?”
जकर्याह ने स्वर्गदूत से कहा, “मैं यह कैसे जानूँ? क्योंकि मैं तो बूढ़ा हूँ और मेरी पत्नी भी बूढ़ी हो चली है।”
“यहाँ एक लड़के के पास जौ की पाँच रोटियाँ और दो मछलियाँ हैं, पर यह इतने लोगों के लिए क्या है?”