यूसुफ के पुत्र, जो उसको मिस्र देश में उत्पन्न हुए थे, दो थे। इस प्रकार याकूब के परिवार के समस्त प्राणी, जो मिस्र देश में आए, कुल सत्तर थे।
गिनती 11:16 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) प्रभु मूसा से बोला, ‘मेरे लिए इस्राएल के सत्तर धर्मवृद्ध एकत्र कर जिनको तू जानता है कि वे लोगों के धर्मवृद्ध और पदाधिकारी हैं। तू उनको मिलन-शिविर में ला। वहाँ वे तेरे साथ खड़े हों। पवित्र बाइबल यहोवा ने मूसा से कहा, “मेरे पास इस्राएल के ऐसे सत्तर अग्रजों को लाओ, जो लोगों के अग्रज और अधिकारी हों। इन्हें मिलापवाले तम्बू में लाओ। वहाँ उन्हें अपने साथ खड़ा करो। Hindi Holy Bible यहोवा ने मूसा से कहा, इस्त्राएली पुरनियों में से सत्तर ऐसे पुरूष मेरे पास इकट्ठे कर, जिन को तू जानता है कि वे प्रजा के पुरनिये और उनके सरदार हैं; और मिलापवाले तम्बू के पास ले आ, कि वे तेरे साथ यहां खड़े हों। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) यहोवा ने मूसा से कहा, “इस्राएली पुरनियों में से सत्तर ऐसे पुरुष मेरे पास इकट्ठे कर, जिनको तू जानता है कि वे प्रजा के पुरनिये और उनके सरदार हैं; और मिलापवाले तम्बू के पास ले आ कि वे तेरे साथ यहाँ खड़े हों। सरल हिन्दी बाइबल यह सुन याहवेह ने मोशेह को यह आज्ञा दी: “इस्राएल में से मेरे सामने सत्तर पुरनिये इकट्ठे करो. ये लोग ऐसे हों, जिन्हें तुम जानते हो, जो लोगों में से पुरनिये और अधिकारी हैं. इन्हें तुम मिलनवाले तंबू के सामने अपने साथ लेकर खड़े रहना. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 यहोवा ने मूसा से कहा, “इस्राएली पुरनियों में से सत्तर ऐसे पुरुष मेरे पास इकट्ठे कर, जिनको तू जानता है कि वे प्रजा के पुरनिये और उनके सरदार हैं और मिलापवाले तम्बू के पास ले आ, कि वे तेरे साथ यहाँ खड़े हों। |
यूसुफ के पुत्र, जो उसको मिस्र देश में उत्पन्न हुए थे, दो थे। इस प्रकार याकूब के परिवार के समस्त प्राणी, जो मिस्र देश में आए, कुल सत्तर थे।
मूसा ने सब इस्राएली लोगों में योग्य व्यक्तियों को चुना और उन्हें लोगों का मुखिया बनाया। उन्हें हजार-हजार, सौ-सौ, पचास-पचास और दस-दस के समूह पर शासक नियुक्त किया।
प्रभु ने मूसा से कहा, ‘तू, हारून, नादब, अबीहू तथा इस्राएल के सत्तर धर्मवृद्ध मेरे पास ऊपर आएँ और दूर से वन्दना करें।
तब प्रभु ने यिर्मयाह से कहा, ‘जा और कुम्हार से एक सुराही खरीद। तब जनता के कुछ धर्मवृद्ध और कुछ अनुभवी पुरोहितों को अपने साथ ले,
मैंने यह भी देखा: इस्राएल-कुल के सत्तर धर्मवृद्ध उन चित्रों के सामने खड़े हैं। उनके मध्य में याजन्याह बेन-शापान भी खड़ा है। हर एक धर्मवृद्ध अपने हाथ में एक धूपदान लिये हुए है, और लोबान का धूंआ ऊपर उठ रहा है।
मूसा मिलन-शिविर से बाहर गए और उन्होंने लोगों से प्रभु के वचन कहे। मूसा ने उनके सत्तर धर्मवृद्धों को एकत्र किया, और उन्हें तम्बू के चारों ओर खड़ा कर दिया।
इसके बाद प्रभु ने अन्य बहत्तर शिष्यों को नियुक्त किया और जिस-जिस नगर और गाँव में वे स्वयं जाने वाले थे, वहाँ दो-दो करके उन्हें अपने आगे भेजा।
इसलिए मैंने तुम्हारे कुलों के मुखिया, बुद्धिमान और अनुभवी व्यक्ति लिये और उन्हें तुम्हारे ऊपर नेता नियुक्त किये : हजार-हजार, सौ-सौ, पचास-पचास और दस-दस के समूह पर नायक, और तुम्हारे कुलों के लिए शास्त्री भी नियुक्त किये।
‘तू प्रत्येक कुल में शासक और शास्त्री चुनना और उन्हें हर नगर पर, जिसको तेरा प्रभु परमेश्वर तुझे दे रहा है, नियुक्त करना। वे जनता का धार्मिकता से न्याय करेंगे।
जाओ, अपने कुलों के सब धर्मवृद्धों और शास्त्रियों को मेरे पास एकत्र करो। मैं उनको ये वचन सुनाऊंगा और उनके विरुद्ध साक्षी देने के लिए आकाश और पृथ्वी को बुलाऊंगा।