मैं परमेश्वर से कहूंगा : मुझे दोषी मत ठहरा, मुझे बता कि तूने मेरे विरुद्ध मुकदमा क्यों किया है?
गिनती 11:11 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) उन्होंने प्रभु से कहा, ‘तूने क्यों अपने सेवक के साथ बुरा व्यवहार किया? मैंने क्यों तेरी कृपा-दृष्टि प्राप्त नहीं की? तूने क्यों इन सब लोगों का भार मुझ पर डाला? पवित्र बाइबल मूसा ने यहोवा से पूछा, “यहोवा, तूने अपने सेवक मुझ पर यह आपत्ति क्यों डाली है मैंने क्या किया है जो बुरा है। मैंने तुझे अप्रसन्न करने के लिए क्या किया है तूने मेरे ऊपर इन सभी लोगों का उत्तरदायित्व क्यों सौंपा है? Hindi Holy Bible तब मूसा ने यहोवा से कहा, तू अपने दास से यह बुरा व्यवहार क्यों करता है? और क्या कारण है कि मैं ने तेरी दृष्टि में अनुग्रह नहीं पाया, कि तू ने इन सब लोगों का भार मुझ पर डाला है? पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तब मूसा ने यहोवा से कहा, “तू अपने दास से यह बुरा व्यवहार क्यों करता है? और क्या कारण है कि मैं ने तेरी दृष्टि में अनुग्रह नहीं पाया, कि तू ने इन सब लोगों का भार मुझ पर डाला है? सरल हिन्दी बाइबल मोशेह ने याहवेह से विनती की, “आपने अपने दास से यह बुरा व्यवहार क्यों किया है? क्यों मुझ पर आपकी कृपादृष्टि न रही है, जो आपने इन सारे लोगों का भार मुझ पर लाद दिया है? इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तब मूसा ने यहोवा से कहा, “तू अपने दास से यह बुरा व्यवहार क्यों करता है? और क्या कारण है कि मैंने तेरी दृष्टि में अनुग्रह नहीं पाया, कि तूने इन सब लोगों का भार मुझ पर डाला है? |
मैं परमेश्वर से कहूंगा : मुझे दोषी मत ठहरा, मुझे बता कि तूने मेरे विरुद्ध मुकदमा क्यों किया है?
हे प्रभु, यदि तू मेरे अधर्म पर ध्यान देगा, तो, हे स्वामी, तेरे सम्मुख कौन खड़ा रह सकेगा?
हे प्रभु, अपने सेवक के साथ न्याय में प्रवेश न कर; क्योंकि एक भी प्राणी तेरी दृष्टि में धार्मिक नहीं है।
अत: मूसा ने प्रभु की दुहाई दी, ‘मैं इन लोगों के साथ क्या करूं? ये मुझे पत्थर से मार डालने को तत्पर हैं।’
मूसा प्रभु के पास लौटे और उससे कहा, ‘हे स्वामी, तूने इन लोगों के साथ बुराई क्यों की? तूने मुझे भेजा ही क्यों?
ओ मेरी मां, धिक्कार है मुझे! कि तूने जन्म दिया मुझे, जो समस्त देशवासियों से लड़ने-झगड़नेवाला मनुष्य हूं! न मैं किसी को देता हूं, और न किसी से लेता हूं; तो भी सब लोग मुझे पानी पी-पीकर कोसते हैं।
तब क्यों मेरी पीड़ा दूर नहीं हो रही है? मेरा घाव क्यों नहीं भर रहा है? क्या तू मेरे लिए मृग-तृष्णा बन गया है? क्या तू ऐसा झरना हो गया है, जो सूख जाता है? क्या तू गरजनेवाला बादल हो गया है; जो गरजता तो है पर बरसता नहीं?
तुमने क्या यह नहीं कहा है, “परमेश्वर की सेवा करना व्यर्थ है। हमने उसके आदेशों का पालन किया, हम स्वर्गिक सेनाओं के प्रभु के सम्मुख शोक-संतप्त चलते रहे। हमें क्या लाभ हुआ?
मूसा ने लोगों का रोदन सुना। परिवार का प्रत्येक व्यक्ति अपने तम्बू के द्वार पर रो रहा था। प्रभु का क्रोध बहुत भड़क उठा। मूसा को यह बुरा लगा।
यदि तू मुझसे ऐसा व्यवहार करेगा, तो मुझपर कृपा कर, और अविलम्ब मेरा वध कर दे जिससे मुझे अपनी दुर्दशा अपनी आंखों से देखनी न पड़े।’
और इन बातों के अतिरिक्त सब कलीसियाओं के विषय में मेरी चिन्ता, जो हर समय मुझे व्याकुल किये रहती है।
मैं कैसे अकेले तुम्हारे बोझ को, तुम्हारे भार को वहन कर सकता हूं, तुम्हारे झगड़ों को सह सकता हूं?