गलातियों 4:27 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)
क्योंकि लिखा है, “ओ वन्ध्या! तुमने कभी पुत्र नहीं जना, अब आनन्द मनाओ। तुमने प्रसव-पीड़ा का अनुभव नहीं किया, उल्लास के गीत गाओ; क्योंकि विवाहिता की अपेक्षा परित्यक्ता के अधिक पुत्र होंगे।”
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शास्त्र कहता है: “बाँझ! आनन्द मना, तूने किसी को न जना; हर्ष नाद कर, तुझ को प्रसव वेदना न हुई, और हँसी-खुशी में खिलखिला। क्योंकि परित्यक्ता की अनगिनत संतानें हैं उसकी उतनी नहीं है जो पतिवंती है।”
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क्योंकि लिखा है, कि हे बांझ, तू जो नहीं जनती आनन्द कर, तु जिस को पीड़ाएं नहीं उठतीं गला खोलकर जय जयकार कर, क्योंकि त्यागी हुई की सन्तान सुहागिन की सन्तान से भी अधिक है।
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क्योंकि लिखा है, “हे बाँझ, तू जो नहीं जनती आनन्द कर; तू जिसको पीड़ाएँ नहीं उठतीं, गला खोलकर जय जयकार कर; क्योंकि त्यागी हुई की सन्तान सुहागिन की सन्तान से भी अधिक हैं।”
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क्योंकि लिखा है : हे बाँझ, तू जो जन्म नहीं देती, आनंद मना; तू जो प्रसव-पीड़ा से अनजान है, उल्लासित होकर जय जयकार कर, क्योंकि त्यागी हुई की संतानें सुहागिन की संतानों से अधिक हैं।
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जैसा कि लिखा है: “बांझ, तुम, जो संतान पैदा करने में असमर्थ हो, आनंदित हो. तुम, जो प्रसव पीड़ा से अनजान हो, जय जयकार करो, क्योंकि त्यागी हुई की संतान, सुहागन की संतान से अधिक है.”
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क्योंकि लिखा है, “हे बाँझ, तू जो नहीं जनती आनन्द कर, तू जिसको पीड़ाएँ नहीं उठती; गला खोलकर जयजयकार कर, क्योंकि त्यागी हुई की सन्तान सुहागिन की सन्तान से भी अधिक है।” (यशा. 54:1)
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