दमिश्क में हनन्याह नामक एक शिष्य रहता था। प्रभु ने उसे दर्शन दे कर कहा, “हनन्याह!” उसने उत्तर दिया, “प्रभु! प्रस्तुत हूँ।”
गलातियों 1:17 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) और जो मुझ से पहले प्रेरित थे, उनसे मिलने के लिए मैं यरूशलेम नहीं गया; बल्कि मैं तुरन्त अरब देश गया और बाद में दमिश्क नगर लौटा। पवित्र बाइबल और न ही मैं उन लोगों के पास यरूशलेम गया जो मुझसे पहले प्रेरित बने थे। बल्कि मैं अरब को गया और फिर वहाँ से दमिश्क लौट आया। Hindi Holy Bible और न यरूशलेम को उन के पास गया जो मुझ से पहिले प्रेरित थे, पर तुरन्त अरब को चला गया: और फिर वहां से दमिश्क को लौट आया॥ पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) और न यरूशलेम को उनके पास गया जो मुझ से पहले प्रेरित थे, पर तुरन्त अरब को चला गया और फिर वहाँ से दमिश्क को लौट आया। नवीन हिंदी बाइबल और न मैं यरूशलेम में उनके पास गया जो मुझसे पहले से प्रेरित थे, बल्कि तुरंत मैं अरब को चला गया और फिर से दमिश्क को लौट आया। सरल हिन्दी बाइबल और न ही मैं येरूशलेम में उनके पास गया, जो मुझसे पहले प्रेरित चुने जा चुके थे, परंतु मैं अराबिया क्षेत्र में चला गया और वहां से दोबारा दमिश्क नगर लौट गया. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 और न यरूशलेम को उनके पास गया जो मुझसे पहले प्रेरित थे, पर तुरन्त अरब को चला गया और फिर वहाँ से दमिश्क को लौट आया। |
दमिश्क में हनन्याह नामक एक शिष्य रहता था। प्रभु ने उसे दर्शन दे कर कहा, “हनन्याह!” उसने उत्तर दिया, “प्रभु! प्रस्तुत हूँ।”
उसने भोजन किया और उसे बल प्राप्त हुआ। शाऊल कुछ समय तक दमिश्क में शिष्यों के साथ रहे।
दमिश्क के सभागृहों के नाम पत्र माँगे, जिन में उसे यह अधिकार दिया गया कि यदि वह वहाँ इस पन्थ के अनुयायियों को पाये, तो वह उन्हें − चाहे वे पुरुष हों या स्त्रियाँ − बाँध कर यरूशलेम ले आये।
शाऊल भूमि से उठा। यद्यपि उसकी आँखें खुली थीं, किन्तु वह कुछ नहीं देख सका। इसलिए वे उसका हाथ पकड़ कर उसे दमिश्क नगर ले गये।
मैं तीन वर्ष बाद कैफा से जानकारी प्राप्त करने यरूशलेम गया और उनके साथ पन्द्रह दिन रहा।