‘मैं बहुत समय तक चुप रहा, मैं शांत रहा, और अपने को रोकता रहा। परन्तु अब मैं प्रसव-पीड़ित स्त्री की तरह चिल्लाऊंगा, मैं हांफ-हांफ कर सांस भरूंगा।
ओबद्याह 1:16 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) ‘इस्राएल, जैसा तूने मेरे पवित्र पर्वत पर मेरे क्रोध का प्याला पीया, वैसा ही तेरे चारों ओर के राष्ट्र पियेंगे, वे पियेंगे, और लड़खड़ा कर गिरेंगे। उनका अस्तित्व भी समाप्त हो जाएगा। पवित्र बाइबल क्योंकि जैसे तुमने मेरे पवित्र पर्वत पर दाखमधु पीकर विजय की खुशी मनाई। वैसे ही सभी जातियाँ निरन्तर मेरे दण्ड को पीएंगी और उसे निगलेंगी और उनका लोप हो जायेगा। Hindi Holy Bible जिस प्रकार तू ने मेरे पवित्र पर्वत पर पिया, उसी प्रकार से सारी अन्यजातियां लगातार पीती रहेंगी, वरन वे सुड़क-सुड़ककर पीएंगी, और एसी हो जाएंगी जैसी कभी हुई ही नहीं। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) जिस प्रकार तू ने मेरे पवित्र पर्वत पर पिया, उसी प्रकार से सारी जातियाँ लगातार पीती रहेंगी, वरन् वे सुड़क–सुड़ककर पीएँगी, और ऐसी हो जाएँगी जैसी कभी हुई ही नहीं। सरल हिन्दी बाइबल ठीक जिस प्रकार तुमने मेरे पवित्र पर्वत पर वह प्याला पिया है, उसी प्रकार सारे देश निरंतर वह प्याला पीते रहेंगे; वे पिएंगे और पिएंगे और ऐसे हो जायेंगे, जैसे वे कभी न थे. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 जिस प्रकार तूने मेरे पवित्र पर्वत पर पिया, उसी प्रकार से सारी जातियाँ लगातार पीती रहेंगी, वे पीएँगे और वे निगल जाएँगे, और ऐसी हो जाएँगी जैसी कभी हुई ही नहीं। |
‘मैं बहुत समय तक चुप रहा, मैं शांत रहा, और अपने को रोकता रहा। परन्तु अब मैं प्रसव-पीड़ित स्त्री की तरह चिल्लाऊंगा, मैं हांफ-हांफ कर सांस भरूंगा।
प्रभु यों कहता है : ‘देख, जिन राष्ट्रों का रक्त-सम्बन्ध इस्राएल से नहीं है, उनको भी मैंने दण्ड दिया; उन्होंने मेरे क्रोध की मदिरा पी, तो तू क्या दण्ड से बच जाएगा? ओ एदोम, तू मेरे दण्ड से नहीं बच सकता। तुझे मेरे क्रोध की मदिरा पीना पड़ेगी।
ओ एदोम देश की राजधानी, ओ ऊज देश में रहनेवाली! तू यरूशलेम के पतन से आनन्दित है; आनन्द मना! पर स्मरण रख! तेरा भी पतन होगा, विनाश का प्याला तू भी पियेगी; तू मदमस्त होगी, और अपनी नग्नता का प्रदर्शन करेगी।
‘तब तुम्हें अनुभव होगा, कि मैं तुम्हारा प्रभु परमेश्वर हूं, और मैं अपने पवित्र पर्वत सियोन पर निवास करता हूं। यरूशलेम पवित्र नगर बनेगा, और उसके मार्ग से विदेशी कभी नहीं जा सकेंगे।
वे सब हिंसा करने के लिए आते हैं। उनके आतंक की खबर उनसे पहले पहुंचती है। वे रेतकणों की तरह असंख्य लोगों को बंदी बनाते हैं।
क्योंकि न्याय का समय प्रारम्भ हो गया है और यह स्वयं परमेश्वर के परिवार से प्रारम्भ हो रहा है। यदि वह इस प्रकार हम से प्रारम्भ हो रहा है, तो अन्त में उन लोगों का क्या होगा, जो परमेश्वर के शुभ समाचार में विश्वास करना नहीं चाहते?