राजा के इस न्याय-निर्णय का समाचार सब इस्राएली लोगों ने सुना। वे राजा के प्रति भय से भर गए। उन्होंने देखा कि न्याय करने के लिए परमेश्वर की बुद्धि राजा में निवास करती है।
एस्तेर 1:19 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) यदि महाराज को यह उचित प्रतीत हो तो वह एक राजाज्ञा प्रसारित करें, और यह राजाज्ञा फारस और मादय देशों के विधि-शास्त्र में लिख ली जाए ताकि यह रद्द न की जा सके : “वशती महाराज क्षयर्ष के सम्मुख आज से फिर कभी उपस्थित नहीं हो सकेगी।” महाराज पटरानी का पद किसी अन्य स्त्री को, जो उससे अच्छी हो, प्रदान करें। पवित्र बाइबल “सो यदि महाराजा को अच्छा लगे तो एक सुझाव यह है: महाराजा को एक राज—आज्ञा देनी चाहिए और उसे फारस तथा मादै के नियम में लिख दिया जाना चाहिए फारस और मादै का नियम बदला तो जा नहीं सकता है। राजा की आज्ञा यह होनी चाहिये कि महाराजा क्षयर्ष के सामने वशती अब कभी न आये। साथ ही महाराजा को रानी का पद भी किसी ऐसी स्त्री को दे देना चाहिए जो उससे उत्तम हो। Hindi Holy Bible यदि राजा को स्वीकार हो, तो यह आज्ञा निकाले, और फासिर्यों और मादियों के कानून में लिखी भी जाए, जिस से कभी बदल न सके, कि रानी वशती राजा क्षयर्ष के सम्मुख फिर कभी आने न पाए, और राजा पटरानी का पद किसी दूसरी को दे दे जो उस से अच्छी हो। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) यदि राजा को स्वीकार हो, तो यह आज्ञा निकाले, और फारसियों और मादियों के कानून में लिखी भी जाए, जिससे कभी बदल न सके, कि रानी वशती राजा क्षयर्ष के सम्मुख फिर कभी आने न पाए, और राजा पटरानी का पद किसी दूसरी को दे दे जो उस से अच्छी हो। सरल हिन्दी बाइबल “यदि राजा को यह उपयुक्त लगे, वह एक राजाज्ञा प्रसारित कर दें जिसे फारस एवं मेदिया के नियमों में लिख दिया जाए कि कभी इस नियम को बदला न जा सके, कि अब कभी भी रानी वश्ती राजा अहषवेरोष की उपस्थिति में प्रवेश न करे, तब रानी वश्ती का राजकीय पद किसी अन्य को जो वश्ती से अधिक योग्य हैं उसे प्रदान कर दें इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 यदि राजा को स्वीकार हो, तो यह आज्ञा निकाले, और फारसियों और मादियों के कानून में लिखी भी जाए, जिससे कभी बदल न सके, कि रानी वशती राजा क्षयर्ष के सम्मुख फिर कभी आने न पाए, और राजा पटरानी का पद किसी दूसरी को दे दे जो उससे अच्छी हो। |
राजा के इस न्याय-निर्णय का समाचार सब इस्राएली लोगों ने सुना। वे राजा के प्रति भय से भर गए। उन्होंने देखा कि न्याय करने के लिए परमेश्वर की बुद्धि राजा में निवास करती है।
आज ही फारस और मादय देशों की महिलाएँ, जिन्होंने रानी वशती के इस कार्य की चर्चा सुनी है, महाराज के प्रशासकों से यही बात कहेंगी। इस प्रकार सब ओर भारी उपेक्षा और क्रोध का वातावरण निर्मित होगा।
ममूकान की यह सलाह सम्राट और उसके उच्चाधिकारियों को पसन्द आई। सम्राट ने ममूकान की सलाह के अनुसार कार्य किया।
कुछ दिनों के पश्चात्, जब सम्राट क्षयर्ष का क्रोध शान्त हुआ तब उसको रानी वशती की याद आई। उसको स्मरण हुआ कि रानी वशती ने क्या अपराध किया था, और उसके विरुद्ध कौन-सी राजाज्ञा प्रसारित की गई थी।
अत: यदि महाराज उचित समझें तो राजाज्ञा प्रसारित की जाए, और उन्हें नष्ट कर दिया जाए। कार्य की समाप्ति पर मैं महाराज के कोषाधिकारियों के हाथ में दस हजार चान्दी के सिक्के दूंगा ताकि वे उसको महाराज के खजाने में जमा कर दें।’
एस्तर उठी, और वह सम्राट के सम्मुख खड़ी हुई। उसने सम्राट से कहा, ‘महाराज, यदि आप मुझसे प्रसन्न हैं, और यदि आप उचित समझें, और इस प्रस्ताव को ठीक समझें, और यदि मैं आपको अच्छी लगती हूँ तो जो आदेश-पत्र यहूदियों का विनाश करने के लिए अगागी वंशीय हामान बेन-हम्मदाता ने महाराज के लिए लिखे थे, उन पत्रों को रद्द करने के लिए महाराज नई आज्ञा प्रसारित करें।
अब तुम यह कार्य करो : तुम यहूदियों के विषय में जो उचित समझते हो, वह मेरे नाम से लिखो। लिखने के बाद पत्र पर मेरी अंगूठी से मुहर लगा देना; क्योंकि जो आदेश-पत्र सम्राट के नाम से लिखा जाता है और जिस पर सम्राट की अंगूठी की मुहर लगाई जाती है, वह कभी रद्द नहीं हो सकता।’
तब सम्राट के कर्मचारी एक बड़ा पत्थर लाए। उन्होंने उसको मांद के मुंह पर रख दिया। इसके बाद सम्राट दारा ने अपनी अंगूठी तथा सामंतों की अंगूठियों से मांद के मुंह पर मोहर लगा दी कि दानिएल की दशा को बदला न जा सके।
शमूएल ने उससे कहा, ‘आज प्रभु ने इस्राएली राज्य को फाड़कर तेरे हाथ से अलग कर दिया, और उसको तेरे पड़ोसी के हाथ में सौंप दिया। तेरा पड़ोसी तुझसे श्रेष्ठ है।