उसकी सात सौ पत्नियाँ थीं, जो राजकन्याएँ थीं। इनके अतिरिक्त तीन सौ रखेलें थीं। सुलेमान की पत्नियों ने प्रभु की ओर से उसका हृदय विमुख कर दिया।
एस्तेर 1:18 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) आज ही फारस और मादय देशों की महिलाएँ, जिन्होंने रानी वशती के इस कार्य की चर्चा सुनी है, महाराज के प्रशासकों से यही बात कहेंगी। इस प्रकार सब ओर भारी उपेक्षा और क्रोध का वातावरण निर्मित होगा। पवित्र बाइबल “आज फारस और मादै के मुखियाओं की पत्नियों ने, रानी ने जो किया था, सुन लिया है और देखो अब वे स्त्रियाँ भी जो कुछ महारानी ने किया है, उससे प्रभावित होंगी। वे स्त्रियाँ राजाओं के महत्वपूर्ण मुखियाओं के साथ वैसा ही करेंगी और इस तरह बहुत अधिक अनादर और क्रोध फैल जायेगा। Hindi Holy Bible और आज के दिन फ़ारसी और मादी हाकिमों की स्त्रियां जिन्होंने रानी की यह बात सुनी है तो वे भी राजा के सब हाकिमों से ऐसा ही कहने लगेंगी; इस प्रकार बहुत ही घृणा और क्रोध उत्पन्न होगा। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) आज के दिन फ़ारसी और मादी हाकिमों की स्त्रियाँ जिन्होंने रानी की यह बात सुनी है, वे भी राजा के सब हाकिमों से ऐसा ही कहने लगेंगी; इस प्रकार बहुत ही घृणा और क्रोध उत्पन्न होगा। सरल हिन्दी बाइबल फारस एवं मेदिया की स्त्रियों ने आज रानी के जिस व्यवहार के विषय में सुन लिया है, राजा के हाकिमो से वैसा ही व्यवहार करेंगी. इससे उनमें बहुत घृणा एवं क्रोध उत्पन्न हो जाएगा. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 आज के दिन फारस और मादी हाकिमों की स्त्रियाँ जिन्होंने रानी की यह बात सुनी है तो वे भी राजा के सब हाकिमों से ऐसा ही कहने लगेंगी; इस प्रकार बहुत ही घृणा और क्रोध उत्पन्न होगा। |
उसकी सात सौ पत्नियाँ थीं, जो राजकन्याएँ थीं। इनके अतिरिक्त तीन सौ रखेलें थीं। सुलेमान की पत्नियों ने प्रभु की ओर से उसका हृदय विमुख कर दिया।
रानी के इस कार्य की चर्चा सब स्त्रियों में फैल जाएगी, और वे भी अपने-अपने पति के आदेश की उपेक्षा करेंगी। वे कहेंगी, “महाराज क्षयर्ष ने रानी वशती को आदेश दिया था कि वह उनके सम्मुख पेश हो, किन्तु वह नहीं आई, अत: हम भी अपने पति के आदेश का पालन नहीं करेंगी।”
यदि महाराज को यह उचित प्रतीत हो तो वह एक राजाज्ञा प्रसारित करें, और यह राजाज्ञा फारस और मादय देशों के विधि-शास्त्र में लिख ली जाए ताकि यह रद्द न की जा सके : “वशती महाराज क्षयर्ष के सम्मुख आज से फिर कभी उपस्थित नहीं हो सकेगी।” महाराज पटरानी का पद किसी अन्य स्त्री को, जो उससे अच्छी हो, प्रदान करें।
तब उसकी सर्वाधिक बुद्धिमती सखी ने उसे उत्तर दिया, नहीं, उसने स्वयं अपने-आप को उत्तर दिया :