सम्राट क्षयर्ष के शासन-काल में, उसके सिंहासन-आरूढ़ होने पर, सामरियों ने यहूदा प्रदेश तथा यरूशलेम नगर के निवासियों के विरुद्ध एक अभियोग-पत्र लिखा।
एस्तेर 1:15 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) सम्राट ने उनसे पूछा, ‘मैंने खोजों के द्वारा जो आदेश रानी वशती को भेजा था, उसने उसकी अवहेलना की है। अत: कानून के अनुसार उसके साथ क्या व्यवहार किया जाए?’ पवित्र बाइबल राजा ने उन लोगों से पूछा, “महारानी वशती के साथ क्या किया जाये इस बारे में नियम क्या कहता है? उसने महाराजा क्षयर्ष की उस आज्ञा को मानने से मना कर दिया जिसे खोजे उसके पास ले गये थे।” Hindi Holy Bible राजा ने पूछा कि रानी वशती ने राजा क्षयर्ष की खोजों द्वारा दिलाई हुई आज्ञा का उलंघन किया, तो नीति के अनुसार उसके साथ क्या किया जाए? पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) राजा ने पूछा, “रानी वशती ने राजा क्षयर्ष की, खोजों द्वारा दिलाई हुई आज्ञा का उल्लंघन किया, तो नीति के अनुसार उसके साथ क्या किया जाए?” सरल हिन्दी बाइबल राजा ने इनसे पूछा, “नियम के अनुसार अब रानी वश्ती के साथ क्या किया जाना सही होगा, क्योंकि उसने खोजों द्वारा दी गई राजा अहषवेरोष की आज्ञा नहीं मानी है?” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 राजा ने पूछा, “रानी वशती ने राजा क्षयर्ष की खोजों द्वारा दिलाई हुई आज्ञा का उल्लंघन किया, तो नीति के अनुसार उसके साथ क्या किया जाए?” |
सम्राट क्षयर्ष के शासन-काल में, उसके सिंहासन-आरूढ़ होने पर, सामरियों ने यहूदा प्रदेश तथा यरूशलेम नगर के निवासियों के विरुद्ध एक अभियोग-पत्र लिखा।
ये आचार्य सम्राट के समीप ही रहते थे। ये सम्राट के सम्मुख किसी भी समय आ-जा सकते थे। इनका स्थान साम्राज्य में प्रथम था। ये फारस और मादय देशों के सात प्रशासक थे। इनके नाम थे: कर्शना, शेतार, अदमाता, तर्शीश, मेरेस, मर्सना और ममूकान।
ममूकान ने सम्राट और उच्चाधिकारियों के सम्मुख यह कहा, ‘रानी वशती ने, न केवल महाराज के प्रति अपराध किया है वरन् महाराज के अधीन समस्त प्रदेशों के उच्चाधिकारियों और निवासियों के प्रति भी अपराध किया है।
हामान अन्त:पुर में आया। सम्राट ने उससे पूछा, ‘हामान, बताओ, उस मनुष्य के साथ क्या करना चाहिए, जिससे महाराज प्रसन्न हैं, और जिसको सम्मान देना चाहते हैं?’ हामान ने हृदय में सोचा, ‘मेरे अतिरिक्त और कौन व्यक्ति है, जिससे महाराज प्रसन्न हैं, और जिसको सम्मान देना चाहते हैं?’