तब फरात नदी के पश्चिम क्षेत्र के राज्यपाल तत्तनई और शत्तबोर्जनई तथा उनके सहयोगियों ने सम्राट दारा की आज्ञा का पूर्ण पालन किया। उन्होंने वैसा ही किया जैसा सम्राट दारा ने उन्हें लिखित आदेश भेजा था।
एज्रा 8:36 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) एज्रा तथा उसके सहयोगियों ने सम्राट का आज्ञा-पत्र फरात नदी के पश्चिम क्षेत्र के राज्यपालों तथा सम्राट के क्षत्रपों को सौंप दिया। इस प्रकार उन्होंने इस्राएली कौम की मदद की तथा परमेश्वर के भवन की देखरेख में सहायता की। पवित्र बाइबल तब उन लोगों ने राजा अर्तक्षत्र का पत्र, राजकीय अधिपतियों और फरात के पशिचम के क्षेत्र के प्रशासकों को दिया। तब उन्होंने इस्राएल के लोगों और मन्दिर को अपना समर्थन दिया। Hindi Holy Bible तब उन्होंने राजा की आज्ञाएं महानद के इस पार के अधिकारियों और अधिपतियों को दी; और उन्होंने इस्राएली लोगों और परमेश्वर के भवन के काम में सहायता की। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तब उन्होंने राजा की आज्ञाएँ महानद के इस पार के अधिकारियों और अधिपतियों को दीं; और उन्होंने इस्राएली लोगों और परमेश्वर के भवन के काम में सहायता की। सरल हिन्दी बाइबल इसके बाद उन्होंने नदी के पार के प्रदेशों में राज्यपालों और प्रशासकों को राजा कि आज्ञा सौंप दी और उनकी ओर से परमेश्वर के भवन से संबंधित सहायता प्राप्त होने लगी. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तब उन्होंने राजा की आज्ञाएँ महानद के इस पार के अधिकारियों और अधिपतियों को दीं; और उन्होंने इस्राएली लोगों और परमेश्वर के भवन के काम में सहायता की। |
तब फरात नदी के पश्चिम क्षेत्र के राज्यपाल तत्तनई और शत्तबोर्जनई तथा उनके सहयोगियों ने सम्राट दारा की आज्ञा का पूर्ण पालन किया। उन्होंने वैसा ही किया जैसा सम्राट दारा ने उन्हें लिखित आदेश भेजा था।
मैंने सम्राट से आगे कहा, ‘यदि महाराज को यह उचित लगे, तो मुझे फरात नदी के पश्चिम क्षेत्र के राज्यपालों के नाम आदेश-पत्र दिए जाएं ताकि वे मुझे यहूदा प्रदेश जाने के लिए अपने प्रदेशों से गुजरने दें।
पहिले महीने की तेरहवीं तारीख को सम्राट के सचिव बुलाए गए। उन्होंने हामान के आदेश को सम्राट के क्षत्रपों, सब प्रदेशों के राज्यपालों और सब कौमों के शासकों के लिए उनकी अपनी भाषा और लिपि में लिखा। यह आदेश सम्राट क्षयर्ष के नाम से लिखा गया, और सम्राट की अंगूठी से उस पर मुहर अंकित कर दी गई।
सब प्रदेशों के शासकों, क्षत्रपों, राज्यपालों और सम्राट के उच्चाधिकारियों ने यहूदियों की सहायता की; क्योंकि मोरदकय का भय उन पर भी छाया हुआ था।
जब प्रभु मनुष्य के आचरण से प्रसन्न होता है, तब वह उसके शत्रुओं को भी उसके मित्र बना देता है।
जब अपुल्लोस ने समुद्र पर यूनान देश जाना चाहा, तो भाई-बहिनों ने उसको प्रोत्साहित किया और शिष्यों के नाम पत्र दे कर निवेदन किया कि वे उसका स्वागत करें। अपुल्लोस ने यूनान पहुंच कर उन लोगों की बड़ी सहायता की, जो प्रभु की कृपा के कारण विश्वासी बन चुके थे।
किन्तु पृथ्वी ने महिला की सहायता की और अपना मुँह खोल कर उस नदी को निगल गयी, जो पंखदार सर्प के मुँह से निकली थी।