हम महाराज को इस बात की चेतावनी दे रहे हैं कि यदि यह नगर पुन: निर्मित किया गया, और इसकी शहरपनाह की दीवारें फिर खड़ी की गईं, तो फरात नदी के पश्चिम का प्रदेश आपके हाथ से निकल जाएगा।’
एज्रा 6:8 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) परमेश्वर का भवन पुन: बनाने वाले यहूदी समाज के धर्मवृद्धों के सम्बन्ध में मैं तुम्हें यह आदेश देता हूँ : भवन निर्माण-कार्य का पूरा व्यय फरात नदी के पश्चिम प्रदेश के राजस्व-कोष से, सरकारी खजाने से अविलम्ब दिया जाए। पवित्र बाइबल अब मैं यह आदेश देता हूँ, तुम्हें परमेश्वर के मन्दिर को बनाने वाले यहूदी प्रमुखों के लिये यह करना चाहिये: इमारत की लागत का भुगतान राजा के खज़ाने से होना चाहिये। यह धन फ़रात नदी के पश्चिम के क्षेत्र के प्रान्तों से इकट्ठा किये गये राज्य कर से आयेगा। ये काम शीघ्रता से करो, जिससे काम रूके नहीं। Hindi Holy Bible वरन मैं आज्ञा देता हूं कि तुम्हें यहूदियों के उन पुरनियों से ऐसा बर्ताव करना होगा, कि परमेश्वर का वह भवन बनाया जाए; अर्थात राजा के धन में से, महानद के पार के कर में से, उन पुरुषों को फुतीं के साथ खर्चा दिया जाए; ऐसा न हो कि उन को रुकना पड़े। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) वरन् मैं आज्ञा देता हूँ कि तुम्हें यहूदियों के उन पुरनियों से ऐसा बर्ताव करना होगा, कि परमेश्वर का वह भवन बनाया जाए; अर्थात् राजा के धन में से, महानद के पार के कर में से, उन पुरुषों को फुर्ती के साथ खर्चा दिया जाए; ऐसा न हो कि उनको रुकना पड़े। सरल हिन्दी बाइबल इसके अतिरिक्त मैं एक राजाज्ञा प्रसारित कर रहा हूं कि तुम्हें परमेश्वर के भवन के पुनर्निर्माण में संलग्न यहूदियों के पुरनियों से कैसा व्यवहार करना होगा: नदी के पार के प्रदेशों से प्राप्त कर में से इन लोगों को राजकीय खजाने से बिना रुके या देर किए धन प्रदान किया जाए. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 वरन् मैं आज्ञा देता हूँ कि तुम्हें यहूदियों के उन पुरनियों से ऐसा बर्ताव करना होगा, कि परमेश्वर का वह भवन बनाया जाए; अर्थात् राजा के धन में से, महानद के पार के कर में से, उन पुरुषों को फुर्ती के साथ खर्चा दिया जाए; ऐसा न हो कि उनको रुकना पड़े। |
हम महाराज को इस बात की चेतावनी दे रहे हैं कि यदि यह नगर पुन: निर्मित किया गया, और इसकी शहरपनाह की दीवारें फिर खड़ी की गईं, तो फरात नदी के पश्चिम का प्रदेश आपके हाथ से निकल जाएगा।’
जब सम्राट अर्तक्षत्र के पत्र की प्रतिलिपि रहूम, लिपिक शिमशई और उनके सहयोगियों को पढ़कर सुनाई गई, तब वे तुरन्त यरूशलेम के यहूदियों के पास गए, और उन्होंने बलपूर्वक और शक्ति प्रयोग से उनका निर्माण-कार्य रोक दिया।
किन्तु परमेश्वर की कृपा-दृष्टि यहूदी धर्म-वृद्धों पर थी, अत: राज्यपाल तत्तनई, शत्तबोर्जनई तथा उनके सहयोगियों ने यहूदियों को प्रभु का भवन बनाने से नहीं रोका। पर उन्होंने फारस के सम्राट को इस बात की सूचना दी। और दारा ने पत्र भेजकर उन्हें इस सम्बन्ध में उत्तर दिया।
नबी हग्गय तथा जकर्याह बेन-इद्दो की उत्साहवर्धक नबूवत से प्रेरणा प्राप्त कर यहूदी समाज के धर्मवृद्धों ने प्रभु का भवन बनाया, और यों वे अपने कार्य में सफल हुए। उन्होंने इस्राएली कौम के परमेश्वर की आज्ञा से तथा फारस देश के सम्राट कुस्रू, दारा और अर्तक्षत्र के आदेशों के अनुसार प्रभु के भवन का निर्माण-कार्य पूरा किया।
उसमें बड़े-बड़े पत्थरों की तीन परतें होंगी, और एक परत लकड़ी की होगी। निर्माण-कार्य का खर्चा सरकारी खजाने से दिया जाएगा।
परमेश्वर के भवन के निर्माण-कार्य को चलने दो। यहूदियों के राज्यपाल तथा यहूदी समाज के धर्मवृद्धों को परमेश्वर के भवन को उसके पूर्व-स्थान पर बनाने दो।
इसके अतिरिक्त और भी आवश्यक वस्तुएं−जैसे स्वर्ग के परमेश्वर को चढ़ाई जाने वाली अग्नि-बलि के लिए बछड़े, मेढ़े और भेड़ें तथा यरूशलेम के पुरोहितों की मांग के अनुसार गेहूँ, नमक, अंगूर-रस और तेल उनको प्रतिदिन दिए जाएं। इस कार्य में एक दिन की भी भूल-चूक न हो,
तुम्हें महाराज और उनके सात मंत्रियों की ओर से यहूदा प्रदेश और यरूशलेम नगर में भेजा जा रहा है, ताकि तुम अपने परमेश्वर की व्यवस्था के अनुसार, जिसके तुम विशेषज्ञ हो, वहां की स्थिति की जांच-पड़ताल कर सको।
उनको राजा दाऊद की ओर से एक आदेश दिया गया था कि हर दिन की आवश्यकता के अनुसार प्रत्येक गायक को क्या गाना चाहिए।
इनके अतिरिक्त मुझे राजकीय वन के अधीक्षक आसाफ के नाम भी एक पत्र दिया जाए। इसमें मेरे लिए इमारती लकड़ी की व्यवस्था करने का आदेश लिखा हो, जिससे मैं यरूशलेम में मंदिर के निकटवर्ती गढ़ के प्रवेश-द्वार, शहरपनाह और अपने रहने के लिए मकान बनवा सकूँ।’ सम्राट ने मेरे निवेदन को स्वीकार कर लिया; क्योंकि परमेश्वर की कृपा-दृष्टि मुझ पर थी।
मैं यह राजाज्ञा प्रसारित कर रहा हूं कि मेरे साम्राज्य के समस्त स्त्री-पुरुष दानिएल के परमेश्वर के सम्मुख कांपते और डरते रहेंगे, क्योंकि केवल वही जीवित परमेश्वर है; वह युगानुयुग विद्यमान है। उसका राज्य कभी नष्ट न होगा, उसके शासन का कभी अन्त न होगा।