इसके पश्चात् उसने सोर के राजा हूराम को यह सन्देश भेजा: ‘जैसा आपने मेरे पिता दाऊद के साथ व्यवहार किया, और उनको अपने लिए एक महल बनाने के लिए देवदार की लकड़ी भेजी थी, वैसा ही कृपया, मेरे साथ भी कीजिए।
एज्रा 6:3 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) सम्राट कुस्रू ने अपने शासन-काल के प्रथम वर्ष में यरूशलेम नगर में स्थित परमेश्वर के भवन के सम्बन्ध में यह राजाज्ञा प्रसारित की : जहां बलि-पशु चढ़ाए जाते थे, जहां अग्नि-बलि लाई जाती थी, वहां, उसी स्थान पर भवन का पुनर्निर्माण किया जाए। उसकी ऊंचाई सत्ताईस मीटर होगी, और चौड़ाई सत्ताईस मीटर। पवित्र बाइबल कुस्रू के राजा होने के प्रथम वर्ष में कुस्रू ने यरूशलेम में परमेश्वर के मन्दिर के लिये एक आदेश दिया। आदेश यह था: परमेश्वर का मन्दिर फिर से बनने दो। यह बलि भेंट करने का स्थान होगा। इसकी नींव को बनने दो। मन्दिर साठ हाथ ऊँचा और साठ हाथ चौड़ा होना चाहिए। Hindi Holy Bible कि राजा कुस्रू के पहिले वर्ष में उसी कुस्रू राजा ने यह आज्ञा दी, कि परमेश्वर के भवन के विष्य जो यरूशलेम में है, अर्थात वह भवन जिस में बलिदान किए जाते थे, वह बनाया जाए और उसकी नेव दृढ़ता से डाली जाए, उसकी ऊंचाई और चौड़ाई साठ साठ हाथ की हों; पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) “राजा कुस्रू के पहले वर्ष में उसी कुस्रू राजा ने यह आज्ञा दी, कि परमेश्वर के भवन के विषय जो यरूशलेम में है, अर्थात् वह भवन जिसमें बलिदान किए जाते थे, वह बनाया जाए और उसकी नींव दृढ़ता से डाली जाए, उसकी ऊँचाई और चौड़ाई साठ साठ हाथ की हो; सरल हिन्दी बाइबल राजा कोरेश के शासन के प्रथम वर्ष में राजा कोरेश ने यह राजाज्ञा प्रसारित की: येरूशलेम में परमेश्वर के भवन को, जहां बलियां अर्पित की जाती हैं, पुनर्निर्मित किया जाए. इसकी नींवों को पूर्ववत ही रखा जाए. इसकी ऊंचाई सत्ताईस मीटर तथा चैड़ाई सत्ताईस मीटर होगी. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 “राजा कुस्रू के पहले वर्ष में उसी कुस्रू राजा ने यह आज्ञा दी, कि परमेश्वर के भवन के विषय जो यरूशलेम में है, अर्थात् वह भवन जिसमें बलिदान किए जाते थे, वह बनाया जाए और उसकी नींव दृढ़ता से डाली जाए, उसकी ऊँचाई और चौड़ाई साठ-साठ हाथ की हो; |
इसके पश्चात् उसने सोर के राजा हूराम को यह सन्देश भेजा: ‘जैसा आपने मेरे पिता दाऊद के साथ व्यवहार किया, और उनको अपने लिए एक महल बनाने के लिए देवदार की लकड़ी भेजी थी, वैसा ही कृपया, मेरे साथ भी कीजिए।
किन्तु कौन उसके लिए घर बना सकता है, जबकि आकाश, उच्चतम विशाल आकाश में भी वह समा नहीं सकता? फिर मेरी हस्ती है ही क्या कि मैं उसके निवास के लिए घर बनाऊं? मैं तो केवल एक ऐसा स्थान बनाना चाहता हूँ जहां उसके सम्मुख सुगन्धित धूप-द्रव्य जलाए जाएं।
फारस देश के सम्राट कुस्रू के राज्यकाल का प्रथम वर्ष था। उस वर्ष प्रभु ने नबी यिर्मयाह के मुख से कहे गए अपने वचन को पूरा करने के लिए सम्राट कुस्रू के हृदय को उत्प्रेरित किया कि वह अपने समस्त साम्राज्य में यह घोषणा करे, और उसको लिपिबद्ध कर ले:
फारस देश के सम्राट कुस्रू के राज्यकाल का प्रथम वर्ष था। उस वर्ष प्रभु ने नबी यिर्मयाह के मुंह से कहे गए अपने वचन को पूरा करने के लिए सम्राट कुस्रू के हृदय को उत्प्रेरित किया कि वह अपने समस्त साम्राज्य में यह घोषणा करे, और उसको लिपिबद्ध कर ले :
‘फारस देश के सम्राट कुस्रू का यह आदेश है : स्वर्ग के परमेश्वर, प्रभु ने पृथ्वी के समस्त देश मुझे प्रदान किए और मुझे यह आज्ञा दी कि मैं यहूदा प्रदेश के यरूशलेम नगर में उसके लिए एक भवन बनाऊं।
अत: उन्होंने शिल्पकारों और बढ़इयों को रुपया दिया। उन्होंने सीदोन तथा सोर देश के निवासियों को खाने-पीने की सामग्री और तेल दिया ताकि वे देवदार की लकड़ी को लबानोन देश से समुद्रतट तक, याफा नगर तक पहुंचा दें, जैसा फारस के सम्राट कुस्रू ने उन्हें अधिकार प्रदान किया था।
नबी हग्गय तथा जकर्याह बेन-इद्दो की उत्साहवर्धक नबूवत से प्रेरणा प्राप्त कर यहूदी समाज के धर्मवृद्धों ने प्रभु का भवन बनाया, और यों वे अपने कार्य में सफल हुए। उन्होंने इस्राएली कौम के परमेश्वर की आज्ञा से तथा फारस देश के सम्राट कुस्रू, दारा और अर्तक्षत्र के आदेशों के अनुसार प्रभु के भवन का निर्माण-कार्य पूरा किया।
जहां विभिन्न कुल, प्रभु के कुल, इस्राएल की साक्षी के अनुसार, प्रभु के नाम की सराहना के लिए जाते हैं।
नगर वर्गाकार था। उसकी लम्बाई उसकी चौड़ाई के बराबर थी। स्वर्गदूत ने सरकण्डे से नगर नापा तो वह दो हजार दो सौ बीस किलोमीटर निकला। उसकी लम्बाई, चौड़ाई और ऊंचाई बराबर थी।