जब सम्राट अर्तक्षत्र के पत्र की प्रतिलिपि रहूम, लिपिक शिमशई और उनके सहयोगियों को पढ़कर सुनाई गई, तब वे तुरन्त यरूशलेम के यहूदियों के पास गए, और उन्होंने बलपूर्वक और शक्ति प्रयोग से उनका निर्माण-कार्य रोक दिया।
एज्रा 6:13 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) तब फरात नदी के पश्चिम क्षेत्र के राज्यपाल तत्तनई और शत्तबोर्जनई तथा उनके सहयोगियों ने सम्राट दारा की आज्ञा का पूर्ण पालन किया। उन्होंने वैसा ही किया जैसा सम्राट दारा ने उन्हें लिखित आदेश भेजा था। पवित्र बाइबल अत: फ़रात नदी के पश्चिम क्षेत्र के प्रशासक तत्तनै, शतर्बोजनै और उसके साथ के लोगों ने राजा दारा के आदेश का पालन किया। उन लोगों ने आज्ञा का पालन शीघ्र और पूर्ण रूप से किया। Hindi Holy Bible तब महानद के इस पार के अधिपति तत्तनै और शतर्बोजनै और उनके सहचरियों ने दारा राजा के चिट्ठी भेजने के कारण, उसी के अनुसार फुतीं से काम किया। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तब महानद के इस पार के अधिपति तत्तनै और शतर्बोजनै और उनके सहयोगियों ने दारा राजा के चिट्ठी भेजने के कारण, उसी के अनुसार फुर्ती से काम किया। सरल हिन्दी बाइबल उस नदी के पार के प्रदेश के राज्यपाल तत्तेनाई, शेथर-बोज़नाई तथा उनके सहकर्मियों ने पूर्ण सावधानी में इस आदेश का पालन किया, जैसा जैसा राजा दारयावेश का आदेश था. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तब महानद के इस पार के अधिपति तत्तनै और शतर्बोजनै और उनके सहयोगियों ने दारा राजा के चिट्ठी भेजने के कारण, उसी के अनुसार फुर्ती से काम किया। |
जब सम्राट अर्तक्षत्र के पत्र की प्रतिलिपि रहूम, लिपिक शिमशई और उनके सहयोगियों को पढ़कर सुनाई गई, तब वे तुरन्त यरूशलेम के यहूदियों के पास गए, और उन्होंने बलपूर्वक और शक्ति प्रयोग से उनका निर्माण-कार्य रोक दिया।
इनके अतिरिक्त अभियोग-पत्र लिखने में ये लोग भी सम्मिलित थे : न्यायाधीश, राजदूत, उच्चाधिकारी, फारसी नागरिक, एरेक देश के, बेबीलोन के और शूशन अर्थात् एलाम देश के रहनेवाले।
उसी समय फरात नदी के पश्चिम क्षेत्र का राज्यपाल तत्तनई, शत्तबोर्जनई तथा उनके सहयोगी उनके पास आए, और उनसे यों कहा, ‘किस की अनुमति से तुम यह मन्दिर और शहरपनाह बना रहे हो?’
फरात नदी के पश्चिम क्षेत्र के राज्यपाल तत्तनई, शत्तबोर्जनई तथा उस क्षेत्र के उसके सहयोगी राजदूतों ने सम्राट दारा को जो पत्र लिखा, उसकी प्रतिलिपि यह है।
अत: सम्राट दारा ने यह राजाज्ञा प्रसारित की : ‘फरात नदी के पश्चिम प्रदेश के राज्यपाल तत्तनई और शत्तबोर्जनई तथा तुम्हारे सहयोगी राजदूत जो तुम्हारे प्रदेश में हैं, यहूदियों से दूर रहें।
अत: हामान ने राजसी पोशाक और घोड़ा लिया। उसने मोरदकय को राजसी पोशाक पहनाई, और उसको घोड़े पर बैठाकर नगर के चौक में घुमाया। वह उसके आगे-आगे यह घोषणा करता रहा, ‘जिस व्यक्ति से महाराज प्रसन्न होते हैं और जिसको सम्मान देना चाहते हैं, उसके साथ ऐसा व्यवहार किया जाता है।’
न्याय के लिए अनेक लोग शासक का कृपापात्र बनना चाहते हैं; परन्तु केवल प्रभु से ही मनुष्य न्याय पाता है।
राजा के शब्दों में परम सत्ता होती है। राजा से कौन पूछ सकता है, ‘आप यह क्या कर रहे हैं?’