उनको सम्राट कुस्रू ने खजांची मित्रदात के हाथ से निकलवाया। मित्रदात ने उनको गिनकर यहूदा प्रदेश के नेता शेशबस्सर को सौंप दिया।
एज्रा 5:2 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) अत: जरूब्बाबेल बेन-शालतिएल और येशुअ बेन-योसादाक उत्साहित हुए और उन्होंने यरूशलेम में परमेश्वर के भवन को पुन: निर्मित करना आरम्भ किया। उनके साथ परमेश्वर के नबी थे। वे उनकी सहायता कर रहे थे। पवित्र बाइबल अतःशालतीएल का पुत्र जरूब्बाबेल और योसादाक का पुत्र येशु ने फिर यरूशलेम में मन्दिर का निर्माण करना आरम्भ कर दिया। सभी परमेश्वर के नबी उनके साथ थे और कार्य में सहायता कर रहे थे। Hindi Holy Bible तब शालतीएल का पुत्र जरुब्बाबेल और योसादाक का पुत्र येशू, कमर बान्ध कर परमेश्वर के भवन को जो यरूशलेम में है बनाने लगे; और परमेश्वर के वे नबी उनका साथ देते रहे। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तब शालतीएल का पुत्र जरुब्बाबेल और योसादाक का पुत्र येशू, कमर बाँधकर परमेश्वर के भवन को जो यरूशलेम में है बनाने लगे; और परमेश्वर के वे नबी उनका साथ देते रहे। सरल हिन्दी बाइबल तब शअलतीएल के पुत्र ज़ेरुब्बाबेल तथा योज़ादक के पुत्र येशुआ ने येरूशलेम में परमेश्वर के भवन को बनाने का काम दोबारा शुरू कर दिया. उन्होंने परमेश्वर के इन भविष्यवक्ताओं का पूरा साथ था. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तब शालतीएल का पुत्र जरुब्बाबेल और योसादाक का पुत्र येशुअ, कमर बाँधकर परमेश्वर के भवन को जो यरूशलेम में है बनाने लगे; और परमेश्वर के वे नबी उनका साथ देते रहे। |
उनको सम्राट कुस्रू ने खजांची मित्रदात के हाथ से निकलवाया। मित्रदात ने उनको गिनकर यहूदा प्रदेश के नेता शेशबस्सर को सौंप दिया।
पुरोहितीय परिवार के ये पुरुष थे, जिन्होंने विदेशी जातियों की स्त्रियों से विवाह किया था : येशुअ बेन-योसादाक के पुत्र मासेयाह, एलीआजर, यारीब और गदल्याह, और येशुअ के भाई।
उस समय येशुअ बेन-योसादाक अपने सहयोगी पुरोहितों के साथ तथा जरूब्बाबेल बेन-शालतिएल अपने भाई-बन्धुओं के साथ तैयार हुए। उन्होंने परमेश्वर के भक्त-जन मूसा की व्यवस्था के अनुसार वेदी पर अग्नि-बलि चढ़ाने के लिए इस्राएल के परमेश्वर की वेदी बनाई।
यरूशलेम में परमेश्वर के भवन में वापस लौटने के दूसरे वर्ष के दूसरे महीने में जरूब्बाबेल बेन-शालतीएल तथा येशुअ बेन-योसादाक ने अपने भाई-बन्धुओं, सहयोगी पुरोहितों, उपपुरोहितों और उन सब इस्राएलियों के साथ, जो निष्कासन से यरूशलेम वापस आए थे, भवन के पुनर्निर्माण का कार्य आरम्भ किया। उन्होंने बीस वर्ष से अधिक आयु के लेवीय उपपुरोहितों को प्रभु-भवन के निरीक्षण-कार्य का दायित्व सौंपा।
नबी हग्गय तथा जकर्याह बेन-इद्दो की उत्साहवर्धक नबूवत से प्रेरणा प्राप्त कर यहूदी समाज के धर्मवृद्धों ने प्रभु का भवन बनाया, और यों वे अपने कार्य में सफल हुए। उन्होंने इस्राएली कौम के परमेश्वर की आज्ञा से तथा फारस देश के सम्राट कुस्रू, दारा और अर्तक्षत्र के आदेशों के अनुसार प्रभु के भवन का निर्माण-कार्य पूरा किया।
‘अपने हृदय में विचार करो: आगे क्या होगा? जिस दिन मुझ-प्रभु के मन्दिर की नींव डाली गई थी, उस दिन से, अर्थात् नवें महीने की चौबीसवीं तारीख से, आगे की स्थिति पर विचार करो।
तब उसने मुझे बताया, ‘ये दो अभिषिक्त पुरुष हैं, जो समस्त पृथ्वी के स्वामी के समीप खड़े रहते हैं।’
उनसे सोना और चांदी ले और एक मुकुट बना और यह मुकुट महापुरोहित यहोशुअ बेन-योसादाक के सिर पर रख,
‘स्वर्गिक सेनाओं का प्रभु यों कहता है : नबियों के माध्यम से इन दिनों मेरा सन्देश सुननेवाले लोगो! तुम्हारे हाथ मजबूत हों, ताकि मेरा मन्दिर पुन: निर्मित हो सके। तुम यह सन्देश उस दिन से सुनते आ रहे हो, जिस दिन स्वर्गिक सेनाओं के प्रभु के भवन की नींव रखी गई थी।
आपके विश्वास पर मनमाना अधिकार जताना हमारा उद्देश्य नहीं है। हम आप लोगों की सुख-शान्ति के लिए आपके सहयोगी हैं और आप लोग तो यों भी विश्वास में दृढ़ हैं।