प्रभु के दूत ने गाद को आदेश दिया कि वह दाऊद के पास जाए, और उससे कहे कि वह यबूसी ओर्नान के खलियान पर प्रभु के लिए एक वेदी प्रतिष्ठित करे।
एज्रा 2:68 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) इस्राएली पितृकुलों के मुखिया प्रभु के भवन में आए, जो यरूशलेम में है। उन्होंने परमेश्वर के भवन का उसके पूर्व स्थान में निर्माण करने के लिए स्वेच्छा से भेंट चढ़ाई। पवित्र बाइबल वह समूह यरूशलेम में यहोवा के मन्दिर को पहुँचा। तब परिवार के प्रमुखों ने यहोवा के मन्दिर को बनाने के लिये अपनी भेंटें दीं। उन्होंने जो मन्दिर नष्ट हो गया था उसी के स्थान पर नया मन्दिर बनाना चाहा। Hindi Holy Bible और पितरों के घरानों के कुछ मुख्य मुख्य पुरूषों ने जब यहोवा के भवन को जो यरूशलेम में है, आए, तब परमेश्वर के भवन को उसी के स्थान पर खड़ा करने के लिये अपनी अपनी इच्छा से कुछ दिया। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) पितरों के घरानों के कुछ मुख्य मुख्य पुरुषों ने जब यहोवा के भवन को जो यरूशलेम में है, आए, तब परमेश्वर के भवन को उसी के स्थान पर खड़ा करने के लिये अपनी अपनी इच्छा से कुछ दिया। सरल हिन्दी बाइबल कुलों के कुछ प्रधान जब येरूशलेम में याहवेह के भवन में पहुंचे, उन्होंने अपनी इच्छा के अनुसार परमेश्वर के भवन को उसी नींव पर दोबारा बनाने के लिए दान दिया. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 पितरों के घरानों के कुछ मुख्य-मुख्य पुरुषों ने जब यहोवा के भवन को जो यरूशलेम में है, आए, तब परमेश्वर के भवन को उसी के स्थान पर खड़ा करने के लिये अपनी-अपनी इच्छा से कुछ दिया। |
प्रभु के दूत ने गाद को आदेश दिया कि वह दाऊद के पास जाए, और उससे कहे कि वह यबूसी ओर्नान के खलियान पर प्रभु के लिए एक वेदी प्रतिष्ठित करे।
दाऊद ने कहा, ‘इस स्थान पर प्रभु परमेश्वर का भवन होगा, और यहीं इस्राएली राष्ट्र के लिए अग्नि-बलि की वेदी भी बनेगी।’
राजा सुलेमान ने मोरियाह पहाड़ पर यरूशलेम नगर में प्रभु का भवन बनाना आरम्भ किया। उसने उसी स्थान पर भवन-निर्माण का कार्य आरम्भ किया जो उसके पिता दाऊद ने दर्शन में आदेश पाकर निश्चित किया था। इस स्थान पर यबूसी जाति के ओर्नान नामक मनुष्य का खलियान था।
उन्होंने अपने-अपने सामर्थ्य के अनुसार इकसठ हजार स्वर्ण-मुद्राएं, पांच हजार चान्दी के सिक्के और पुरोहितों के लिए एक सौ पोशाकें भवन के कोष में दीं।
उन्होंने वेदी को उसी स्थान पर तैयार किया जहां वह पहले थी। वे इस देश में निवास करने वाले सामरी लोगों से डरते थे। वे प्रात: और सन्ध्या समय वेदी पर प्रभु को अग्नि-बलि चढ़ाने लगे।
हम गुलाम हैं, पर गुलामी में भी, हे परमेश्वर, तूने हमें नहीं छोड़ा, वरन् फारस के सम्राट के सम्मुख तूने हम पर करुणा की, और हमें गुलामी से कुछ समय के लिए मुक्त किया ताकि हम तेरे भवन को पुन: खड़ा कर सकें, उसके खण्डहरों की मरम्मत कर सकें। हे परमेश्वर, तूने हमें यहूदा प्रदेश और यरूशलेम में हमारे सिर के ऊपर एक छत प्रदान की।
जब आप युद्ध में विजय प्राप्त करते हैं, तब आपकी प्रजा स्वेच्छा से स्वयं को अर्पित करती है। आप पवित्रता से सुशोभित हैं। उषा कल के गर्भ से ओस की बूंद के सदृश तरुणाई आपको प्राप्त होती है।
‘इस्राएली लोगों से कह कि वे मेरे लिए भेंट लाएं। प्रत्येक व्यक्ति से, जो स्वेच्छा से देना चाहे, मेरे लिए भेंट स्वीकार करना।
प्रत्येक मनुष्य, जिसका हृदय उल्लसित हुआ, जिसकी आत्मा ने स्वेच्छा से देने को प्रेरित किया, वह मिलन-शिविर के उपयोग के लिए, उसकी समस्त सेवाओं और पवित्र पोशाकों के लिए प्रभु की भेंट ले आया।
अत: जिन कार्यों को सम्पन्न करने का आदेश प्रभु ने मूसा के द्वारा दिया था, उनके लिए स्त्रियाँ और पुरुष, जिनके हृदय ने स्वेच्छा से देने को प्रेरित किया, भेंट ले आए। इस प्रकार इस्राएली समाज ने प्रभु को स्वेच्छा-बलि चढ़ाई।
उन्होंने मूसा के हाथ से समस्त स्वेच्छाबलि ग्रहण की, जिसे इस्राएली समाज पवित्र-स्थान के निर्माण-कार्य के लिए लाया था। किन्तु लोग प्रतिदिन सबेरे मूसा के पास स्वेच्छा-बलि लाते रहे।
यदि दान देने की उत्सुकता है, तो सामर्थ्य के अनुसार जो कुछ भी दिया जाए, वह परमेश्वर को ग्राह्य है। किसी से यह आशा नहीं की जाती है कि वह अपने सामर्थ्य से अधिक दान दे।
उनके विषय में मेरी साक्षी है कि उन्होंने अपने सामर्थ्य के अनुसार, बल्कि उस से भी अधिक, स्वेच्छा से दान दिया है।
हर एक ने अपने मन में जितना निश्चित किया है, उतना ही दे। वह अनिच्छा से अथवा लाचारी से ऐसा न करे, क्योंकि “परमेश्वर प्रसन्नता से देने वाले को प्यार करता है।”