जिस वर्ष नूह छ: सौ वर्ष का हुआ, उसके दूसरे महीने के सत्रहवें दिन अथाह महासागर के झरने फूट पड़े, आकाश के झरोखे खुल गए और
उत्पत्ति 8:2 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) अतल सागर के झरने तथा आकाश के झरोखे बन्द हो गए। आकाश से वर्षा भी रुक गई, पवित्र बाइबल आकाश से वर्षा रूक गई और पृथ्वी के नीचे से पानी का बहना भी रूक गया। Hindi Holy Bible और गहिरे समुद्र के सोते और आकाश के झरोखे बंद हो गए; और उससे जो वर्षा होती थी सो भी थम गई। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) और गहिरे समुद्र के सोते और आकाश के झरोखे बंद हो गए; और उससे जो वर्षा होती थी वह भी रुक गई; नवीन हिंदी बाइबल गहरे जल के सोते और आकाश के झरोखे बंद हो गए; और आकाश से होनेवाली वर्षा भी रुक गई। सरल हिन्दी बाइबल आकाश से पानी बरसना रोक दिया गया, और पृथ्वी के नीचे से पानी का बहना भी रोक दिया गया. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 गहरे समुद्र के सोते और आकाश के झरोखे बंद हो गए; और उससे जो वर्षा होती थी वह भी थम गई। |
जिस वर्ष नूह छ: सौ वर्ष का हुआ, उसके दूसरे महीने के सत्रहवें दिन अथाह महासागर के झरने फूट पड़े, आकाश के झरोखे खुल गए और
मैं सात दिन के पश्चात् चालीस दिन और चालीस रात तक पृथ्वी पर वर्षा करूंगा, और उन सब प्राणियों को भूमि की सतह से मिटा दूंगा, जिन्हें मैंने बनाया था।’
‘क्या तूने कभी समुद्र के स्रोतों में प्रवेश किया है? क्या तूने अथाह सागर की गहराई में विचरण किया है?
कौन व्यक्ति बुद्धि से बादलों को गिन सकता है? आकाश के जलपात्रों को कौन उण्डेल सकता है,
तूने मुझे गहरे सागर में, सागर के हृदय में फेंका था; मैं धाराओं से घिरा हुआ था। तेरी लहरों और तरंगों ने मुझे लपेट लिया था।
मैं स्वयं शासन के अधीन हूँ और सैनिक मेरे अधीन हैं। जब मैं एक से कहता हूँ − ‘जाओ’, तो वह जाता है और दूसरे से − ‘आओ’, तो वह आता है और अपने सेवक से − ‘यह करो’, तो वह करता है।”