उसने दूसरे पुत्र का नाम ‘एफ्रइम’ रखा, क्योंकि वह कहता था, ‘परमेश्वर ने मुझे उस देश में फलवन्त किया है, जहाँ मुझे विपत्तियाँ झेलनी पड़ी थीं।’
उत्पत्ति 49:22 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) ‘यूसुफ फलवन्त डाल है, झरने के किनारे लगी फलवन्त डाल, उसकी शाखाएँ दीवार पर फैली हैं। पवित्र बाइबल “यूसुफ बहुत सफल है। यूसुफ फलों से लदी अंगूर की बेल के समान है। वह सोते के समीप उगी अँगूर की बेल की तरह है, बाड़े के सहारे उगी अँगूर की बेल की तरह है। Hindi Holy Bible यूसुफ बलवन्त लता की एक शाखा है, वह सोते के पास लगी हुई फलवन्त लता की एक शाखा है; उसकी डालियां भीत पर से चढ़कर फैल जाती हैं॥ पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) यूसुफ फलवन्त लता की एक शाखा* है, वह सोते के पास लगी हुई फलवन्त लता की एक शाखा है; उसकी डालियाँ भीत पर से चढ़कर फैल जाती हैं। नवीन हिंदी बाइबल यूसुफ फलवंत शाखा है, वह सोते के पास लगी हुई फलवंत दाखलता की एक शाखा है; उसकी डालियाँ दीवार पर चढ़कर फैल जाती हैं। सरल हिन्दी बाइबल “योसेफ़ तो फल से भरी एक शाखा है जो सोते के पास लगी हुई फलवंत लता की एक शाखा है जो बाड़े के सहारे चढ़ी हैं. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 यूसुफ बलवन्त लता की एक शाखा है, वह सोते के पास लगी हुई फलवन्त लता की एक शाखा है; उसकी डालियाँ दीवार पर से चढ़कर फैल जाती हैं। |
उसने दूसरे पुत्र का नाम ‘एफ्रइम’ रखा, क्योंकि वह कहता था, ‘परमेश्वर ने मुझे उस देश में फलवन्त किया है, जहाँ मुझे विपत्तियाँ झेलनी पड़ी थीं।’
यूसुफ के पुत्र, जो उसको मिस्र देश में उत्पन्न हुए थे, दो थे। इस प्रकार याकूब के परिवार के समस्त प्राणी, जो मिस्र देश में आए, कुल सत्तर थे।
इन बातों के पश्चात् किसी ने यूसुफ से कहा, ’आपके पिता बीमार हैं।’ अतएव वह अपने दोनों पुत्रों, मनश्शे और एफ्रइम को लेकर गया।
तदुपरान्त उन्होंने उनको आशीर्वाद दिया: ‘परमेश्वर, जिसकी उपस्थिति में रहकर मेरे पूर्वज अब्राहम और इसहाक आचरण करते थे, परमेश्वर, जिसने दीर्घायु में आज तक मेरा नेतृत्व किया,
मेरी समस्त बुराइयों से मुझे मुक्त करने वाला दूत, इन बच्चों को आशिष दे। इनके माध्यम से मेरा और मेरे पूर्वजों, अब्राहम और इसहाक का नाम चले, ये महान बनें, और पृथ्वी पर असंख्य हों।’
अब तेरे दोनों पुत्र, जो मिस्र देश में मेरे आगमन के पूर्व तुझे उत्पन्न हुए थे, वे मेरे हैं। जैसे रूबेन और शिमोन हैं वैसे मनश्शे और एफ्रइम मेरे हैं।
तेरे घर की जनानी ड्योढ़ी में तेरी पत्नी फलवन्त अंगूर-बेल के सदृश बनेगी; तेरी चौकी के चारों ओर जैतून के अंकुरों के समान तेरे बाल-बच्चे होंगे।
उसकी मोटी-मोटी टहनियां राजा के राज-दण्ड बनने के योग्य थीं। वह इतनी ऊंची थी, कि आकाश को छूने लगी। अपनी ऊंचाई और घनी शाखाओं के कारण वह राहगीरों को विस्मित करने लगी।
एफ्रइम अपने भाई-बन्धुओं के मध्य फले- फूलेगा, पर पूरवी वायु, प्रभु का पवन उस पर बहेगा, वह निर्जन प्रदेश से उठेगा। एफ्रइम का जल-कुण्ड सूख जाएगा; उसका झरना निर्जल हो जाएगा। वह उसके बहुमूल्य वस्तुओं का भण्डार खाली कर देगा।