वह मेरे नाम के निवास के लिए भवन बनाएगा। मैं उसके राज्य-सिंहासन को सदा-सर्वदा के लिए सुदृढ़ कर दूँगा।
उत्पत्ति 49:10 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) जब तक राजदण्ड का स्वामी न आए तब तक राजदण्ड यहूदा से दूर न होगा, और न प्रशासक का दण्ड उसके पैरों के मध्य से अलग होगा। समस्त जातियाँ उसकी आज्ञा का पालन करेंगी। पवित्र बाइबल यहूदा के परिवार के व्यक्ति राजा होंगे। उसके परिवार का राज—चिन्ह उसके परिवार से वास्तविक शासक के आने से पहले समाप्त नहीं होगा। तब अनेकों लोग उसका आदेश मानेंगे और सेवा करेंगे। Hindi Holy Bible जब तक शीलो न आए तब तक न तो यहूदा से राजदण्ड छूटेगा, न उसके वंश से व्यवस्था देनेवाला अलग होगा; और राज्य राज्य के लोग उसके आधीन हो जाएंगे॥ पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) जब तक शीलो न आए तब तक न तो यहूदा से राजदण्ड छूटेगा, न उसके वंश से व्यवस्था देनेवाला अलग होगा; और राज्य राज्य के लोग उसके अधीन हो जाएँगे। नवीन हिंदी बाइबल जब तक जातियाँ उसके पास उपहार लेकर न आएँ और राज्य-राज्य के लोग उसके अधीन न हो जाएँ, तब तक न तो यहूदा से राजदंड छूटेगा, और न उसके वंश से शासन करने का अधिकार छीना जाएगा। सरल हिन्दी बाइबल यहूदाह से राजदंड कभी भी अलग न होगा और न ही उसके वंश से शासन का राजदंड, दूर होगा, जब तक वह न आ जाये और राज्य-राज्य के लोग उसके अधीन रहेंगे. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 जब तक शीलो न आए तब तक न तो यहूदा से राजदण्ड छूटेगा, न उसके वंश से व्यवस्था देनेवाला अलग होगा; और राज्य-राज्य के लोग उसके अधीन हो जाएँगे। (यूह. 11:52) |
वह मेरे नाम के निवास के लिए भवन बनाएगा। मैं उसके राज्य-सिंहासन को सदा-सर्वदा के लिए सुदृढ़ कर दूँगा।
तेरा वंश और तेरा राज्य मेरे सम्मुख सदा स्थिर रहेंगे। तेरा सिंहासन सर्वदा अटल रहेगा।” ’
वे हेब्रोन नगर में दाऊद के साथ तीन दिन तक रहे। वे खाते-पीते और आनन्द मनाते रहे। उनके भाई-बन्धुओं ने उनके लिए भोजन का प्रबन्ध किया था।
गिलआद प्रदेश मेरा है, और मनश्शे प्रदेश भी मेरा है एफ्रइम प्रदेश मेरा शिरस्त्राण है, यहूदा प्रदेश मेरा राजदण्ड है।
गिलआद प्रदेश मेरा है; और मनश्शे प्रदेश भी मेरा है; एफ्रइम प्रदेश मेरा शिरस्त्राण है; यहूदा प्रदेश मेरा राजदण्ड है।
उस दिन यिशय का वंश-मूल देश-देश के लोगों के लिए एक पताका बनेगा। राष्ट्र उसको ढूंढ़ेंगे। उसका निवास-स्थान तेजोमय होगा।
आनेवाले दिनों में यह होगा : जिस पर्वत पर प्रभु का भवन निर्मित है, वह विश्व के पर्वतों में उच्चतम स्थान पर, गौरवमय स्थान पर प्रतिष्ठित होगा। वह पहाड़ियों के मध्य उच्चतम स्थान ग्रहण करेगा; विश्व के राष्ट्र जलधारा के समान उसकी ओर बहेंगे।
प्रभु ही हमारा न्याय करनेवाला है, वही हमारा प्रशासक है। प्रभु ही हमारा राजा है, वही हमें बचाएगा।
यह है मेरा सेवक! इसको मैं सम्भाले हुए हूं। यह मेरा मनोनीत है! इससे मैं प्रसन्न हूं। मैंने इसको अपना आत्मा प्रदान किया है, जिससे वह राष्ट्रों में न्याय की स्थापना करे।
मेरी ओर कान दो, और मेरे पास आओ। मेरी बात सुनो, ताकि तुम्हारा प्राण जीवित रहे। तब मैं दाऊद के प्रति अपनी अटूट करुणा के कारण तुम्हारे साथ शाश्वत विधान स्थापित करूंगा।
देखो, प्रभु ने पृथ्वी के सीमान्तों तक, यह आदेश प्रसारित किया है: सियोन के निवासियों से यह कहो, ‘देखो, तुम्हारा उद्धारकर्ता आ रहा है, उसका पुरस्कार उसके साथ है, उसके आगे-आगे उसका प्रतिशोध है।’
देखो, हमारे लिए एक बालक का जन्म हुआ है; हमें एक पुत्र दिया गया है। राज-सत्ता उसके कंधों पर है। उसका यह नाम रखा जाएगा : ‘अद्भुत् परामर्शदाता’, ‘शक्तिमान ईश्वर’, ‘शाश्वत पिता’, ‘शान्ति का शासक’।
उनका उच्चाधिकारी उन्हीं में से होगा, उनका प्रशासक उन्हीं के समाज में से चुना जाएगा। मैं उसको अपने निकट लाऊंगा, और वह मेरे समीप आएगा। क्योंकि बिना मेरी अनुमति के कौन व्यक्ति मेरे समीप आ सकता है? मुझ-प्रभु की यह वाणी है।
वैसे ही याकूब के वंशजों और मेरे सेवक दाऊद के वंशजों के साथ स्थापित मेरा विधान अटल है। मैं उनको नहीं त्यागूंगा; दाऊद का ही एक वंशज अब्राहम, इसहाक और याकूब की संतान पर राज्य करेगा। निस्सन्देह मैं उनको पुन: समृद्ध करूंगा, और उन पर दया करूंगा।’
उसकी मोटी-मोटी टहनियां राजा के राज-दण्ड बनने के योग्य थीं। वह इतनी ऊंची थी, कि आकाश को छूने लगी। अपनी ऊंचाई और घनी शाखाओं के कारण वह राहगीरों को विस्मित करने लगी।
किन्तु उसकी मोटी टहनी में से आग निकली, जिसने उसकी शाखाओं और फल को जला दिया। अब अंगूर लता में एक भी मोटी टहनी नहीं रही, जो राजा का राज-दण्ड बन सके! (यह एक शोक गीत है, और समाज में शोकगीत के रूप में प्रचलित है।)
मैं तेरे मुकुट को नष्ट कर दूंगा, हां निस्सन्देह मैं उसको नष्ट कर दूंगा। मैं उसका नामोनिशान मिटा दूंगा। हां, जब उसका वास्तविक स्वामी आएगा तब मैं वह उसको दे दूंगा।
तू आग का कौर बनेगी! देश में तेरा खून बहाया जाएगा, तेरा नामोनिशान मिट जाएगा, और तुझे कोई स्मरण नहीं करेगा। मुझ-प्रभु की यही वाणी है।’
दानिएल, इसलिए तू यह बात जान और इसको समझ कि जिस क्षण यरूशलेम नगर के पुनर्निर्माण और उसको पुन: बसाने की आज्ञा प्रसारित की जाएगी, उस समय से लेकर ‘अभिषिक्त’, जो “नेता’ भी है, के आगमन के समय तक वर्षों के सात सप्ताह होंगे। तब वर्षों के बासठ सप्ताहों तक संकट काल आएगा। इस संकट-काल में नगर पुन: निर्मित होगा। उसके चौक पुन: बनेंगे और खाई फिर खोदी जाएगी।
एफ्रइम ने मेरे चारों ओर झूठ का जाल बुना है; इस्राएल मुझसे छल-कपट करता है। पर मैं यहूदा को जानता हूं : वह मुझ-पवित्र परमेश्वर के प्रति सच्चा है।
ओ सैन्य-नगरी! अब तू दीवार से घिर गई है, शत्रुओं ने हमारे विरुद्ध घेराबन्दी की है। वे छड़ी से इस्राएल के शासक के गाल पर प्रहार करेंगे।
मैं समस्त राष्ट्रों को कंपा दूंगा; और तब उनकी समस्त धन-सम्पत्ति इस भवन में अर्पित की जाएगी, और मैं इसको ऐश्वर्य से भर दूंगा। मैं, स्वर्गिक सेनाओं के प्रभु ने यह कहा है।
वे मिस्र देश के सागर से होकर गुजरेंगे, वे सागर की लहरों को चीरेंगे। नील नदी की गहराइयां भी सूख जाएंगी। मैं असीरिया का घमण्ड तोड़ूंगा। मैं मिस्र से उसका राज-दण्ड छीन लूंगा।
उस दिन अनेक राष्ट्र मुझ-प्रभु से मिल जाएंगे, और वे मेरे निज लोग बन जाएंगे। मैं तुम्हारे मध्य में रहूंगा।’ तब तुम्हें ज्ञात होगा कि स्वर्गिक सेनाओं के प्रभु ने मुझे तुम्हारे पास भेजा है।
जिसको अधिकारियों ने खोदा था, जिसको लोगों के नेताओं ने अपने-अपने राजदण्ड से, अपनी-अपनी सोंटी से खोदा था।’ तत्पश्चात् वे निर्जन प्रदेश से मत्तानाह गए,
मैं उसको देखता हूं, पर अभी नहीं; मैं उस पर दृष्टिपात करता हूं, किन्तु निकट से नहीं : याकूब में से एक तारे का उदय होगा, इस्राएल में से एक राजदण्ड उठेगा। वह मोआब देश के सीमान्तों को कुचलेगा, शेत के पुत्रों को धूल-धूसरित करेगा,
वह पुत्र को जन्म देंगी और आप उसका नाम येशु रखेंगे, क्योंकि वह अपने लोगों को उनके पापों से मुक्त करेगा।”
वह बोल ही रहा था कि उन सब पर एक चमकीला बादल छा गया और उस बादल में से यह वाणी सुनाई पड़ी, “यह मेरा प्रिय पुत्र है। मैं इस पर अत्यन्त प्रसन्न हूँ। इसकी बात सुनो।”
येशु के आगे-आगे और उनके पीछे आनेवाले लोग यह नारा लगा रहे थे, “दाऊद के वंशज की जय हो! जय हो! धन्य है वह, जो प्रभु के नाम पर आता है! सर्वोच्च स्वर्ग में जय हो! जय हो!”
और सब जातियाँ उसके सम्मुख एकत्र की जाएँगी। जिस तरह चरवाहा भेड़ों को बकरियों से अलग करता है, उसी तरह वह उन लोगों को एक दूसरे से अलग करेगा।
पिलातुस ने उन से कहा, “तुम लोग इसे ले जाओ और अपनी व्यवस्था के अनुसार इसका न्याय करो।” यहूदी धर्मगुरुओं ने उत्तर दिया, “हमें किसी को प्राणदण्ड देने का अधिकार नहीं है।”
इस पर पिलातुस येशु को छोड़ देने का और भी प्रयत्न करने लगा। पर यहूदी धर्मगुरुओं ने चिल्लाकर कहा, “यदि आप इसे रिहा करते हैं, तो आप रोमन सम्राट के हितैषी नहीं हैं। जो अपने को राजा कहता है, वह सम्राट का विरोध करता है।”
इस पर वे चिल्ला उठे, “इसे ले जाओ! इसे ले जाओ! इसे क्रूस पर चढ़ाओ!” पिलातुस ने उन से कहा, “क्या मैं तुम्हारे राजा को क्रूस पर चढ़ा दूँ?” महापुरोहितों ने उत्तर दिया, “रोमन सम्राट के अतिरिक्त हमारा कोई राजा नहीं है।”
उससे कहा, “जाओ, शीलोह के कुण्ड में धो लो।” शीलोह का अर्थ है ‘प्रेषित’। वह मनुष्य गया। उसने वहाँ आँखें धोईं और वह देखता हुआ लौटा।
और नबी यशायाह भी यह कहते हैं, “यिशय का वंश-मूल प्रकट होगा, राष्ट्रों पर शासन करने के लिए उसका उत्थान होगा और राष्ट्र उसी की आशा करेंगे।”
क्योंकि हम-सब को मसीह के न्यायासन के सामने प्रस्तुत किया जायेगा। प्रत्येक व्यक्ति ने शरीर में रहते समय जो कुछ किया है, चाहे वह भलाई हो या बुराई, उसे उसका प्रतिफल मिलेगा।
वह अपनी आंवल झिल्ली और अपने उत्पन्न किए हुए बच्चों को उनसे छिपाकर रखेगी, जिससे वह भोजन-वस्तु के अभाव में घेराबन्दी और विपत्ति के समय, जो तेरे शत्रु तेरे समस्त नगरों में तुझ पर ढाहेंगे, उनको खा सके।
क्योंकि यह तो प्रत्यक्ष है कि हमारे प्रभु येशु यहूदा के कुल में उत्पन्न हुए हैं और मूसा ने पुरोहितों के विषय में लिखते समय उस कुल का उल्लेख नहीं किया।
सातवें स्वर्गदूत ने तुरही बजायी। इस पर स्वर्ग में वाणियाँ सुनाई पड़ीं, जो ऊंचे स्वर से कह रही थीं : “इस संसार का राज्य हमारे प्रभु और उसके मसीह का राज्य बन गया है। वह युग-युगों तक राज्य करेंगे।”