उसके बाद तू मेरी रुचि के अनुसार मेरे लिए स्वादिष्ट भोजन पकाना और उसको मेरे पास लाना। मैं उसको खाऊंगा और मरने के पूर्व तुझे आशीर्वाद दूँगा।’
उत्पत्ति 48:9 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) यूसुफ ने अपने पिता को उत्तर दिया, ‘ये मेरे पुत्र हैं, जो परमेश्वर ने मुझे इस देश में दिए हैं।’ उन्होंने कहा, ‘इन्हें मेरे पास ला कि मैं आशीर्वाद दूँ।’ पवित्र बाइबल यूसुफ ने अपने पिता से कहा, “ये मेरे पुत्र हैं। ये वे लड़के हैं जिन्हें परमेश्वर ने मुझे दिया है।” इस्राएल ने कहा, “अपने पुत्रों को मेरे पास लाओ। मैं उन्हें आशीर्वाद दूँगा।” Hindi Holy Bible यूसुफ ने अपने पिता से कहा, ये मेरे पुत्र हैं, जो परमेश्वर ने मुझे यहां दिए हैं: उसने कहा, उन को मेरे पास ले आ कि मैं उन्हें आशीर्वाद दूं। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) यूसुफ ने अपने पिता से कहा, “ये मेरे पुत्र हैं, जो परमेश्वर ने मुझे यहाँ दिए हैं।” उसने कहा, “उनको मेरे पास ले आ कि मैं उन्हें आशीर्वाद दूँ।” नवीन हिंदी बाइबल यूसुफ ने अपने पिता से कहा, “ये मेरे पुत्र हैं, जो परमेश्वर ने मुझे यहाँ दिए हैं।” उसने कहा, “उन्हें मेरे पास ला कि मैं उन्हें आशीर्वाद दूँ।” सरल हिन्दी बाइबल योसेफ़ ने अपने पिता से कहा, “ये मेरे पुत्र हैं, जो मुझे इस देश में परमेश्वर ने दिये.” तब याकोब ने कहा, “मेरे पास उन्हें लाओ, कि मैं उन्हें आशीष दूं.” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 यूसुफ ने अपने पिता से कहा, “ये मेरे पुत्र हैं, जो परमेश्वर ने मुझे यहाँ दिए हैं।” उसने कहा, “उनको मेरे पास ले आ कि मैं उन्हें आशीर्वाद दूँ।” |
उसके बाद तू मेरी रुचि के अनुसार मेरे लिए स्वादिष्ट भोजन पकाना और उसको मेरे पास लाना। मैं उसको खाऊंगा और मरने के पूर्व तुझे आशीर्वाद दूँगा।’
राहेल के प्रति याकूब का क्रोध भड़क उठा। वह बोला, ‘क्या मैं परमेश्वर के स्थान पर हूँ, जिसने तुझे गर्भवती होने से वंचित किया है?’
जब एसाव ने आँखें ऊपर कीं, और स्त्रियों और बच्चों को देखा तब याकूब से पूछा, ‘ये तुम्हारे साथ कौन हैं?’ याकूब बोला, ‘परमेश्वर ने मुझ पर कृपा की और उसने मुझ को ये बच्चे प्रदान किए हैं। ये आपके सेवक के बच्चे हैं।’
ये इस्राएल के बारह कुल हैं। ये ही आशीर्वचन उनके पिता ने उच्चारे थे। उन्होंने प्रत्येक कुल को उसके उपयुक्त आशीर्वाद दिया था।
ये ही हेमान के पुत्र थे। हेमान राजा का द्रष्टा था और उसे परमेश्वर के वचन के अनुसार ये पुत्र प्राप्त हुए थे कि वे परमेश्वर की महिमा को उन्नत और समृद्ध करें। परमेश्वर ने हेमान को चौदह पुत्र और तीन पुत्रियां प्रदान की थीं।
मैं और ये बच्चे, जो प्रभु ने मुझे दिए हैं, इस्राएल के लिए संकेत-चिह्न हैं : सियोन पर्वत पर विराजनेवाले सेनाओं के प्रभु की ओर से शकुन-चिह्न हैं।
जो आशीर्वाद परमेश्वर के प्रियजन मूसा ने अपनी मृत्यु के पूर्व इस्राएली समाज को दिया था, वह यह है।
विश्वास के कारण याकूब ने मरते समय यूसुफ के हर एक पुत्र को आशीर्वाद दिया और उन्होंने अपनी छड़ी की मूठ के सहारे झुक कर परमेश्वर की आराधना की।
वह गर्भवती हुई, और यथासमय उसने एक पुत्र को जन्म दिया। उसने अपने पुत्र का नाम ‘शमूएल’ रखा। वह कहती थी, ‘क्योंकि मैंने इसको प्रभु से माँगा था।’