यूसुफ को मिस्र देश में मनश्शे और एफ्रइम नामक पुत्र उत्पन्न हुए थे। उन्हें ओन नगर के पुरोहित पोटीफेरा की पुत्री आसनत ने जन्म दिया था।
उत्पत्ति 48:5 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) अब तेरे दोनों पुत्र, जो मिस्र देश में मेरे आगमन के पूर्व तुझे उत्पन्न हुए थे, वे मेरे हैं। जैसे रूबेन और शिमोन हैं वैसे मनश्शे और एफ्रइम मेरे हैं। पवित्र बाइबल और अब तुम्हारे दो पुत्र हैं। मेरे आने से पहले मिस्र देश में यहाँ ये पैदा हुए थे। तुम्हारे दोनों पुत्र एप्रैम और मनश्शे मेरे अपने पुत्रों की तरह होंगे। Hindi Holy Bible और अब तेरे दोनों पुत्र, जो मिस्र में मेरे आने से पहिले उत्पन्न हुए हैं, वे मेरे ही ठहरेंगे; अर्थात जिस रीति से रूबेन और शिमोन मेरे हैं, उसी रीति से एप्रैम और मनश्शे भी मेरे ठहरेंगे। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) और अब तेरे दोनों पुत्र, जो मिस्र में मेरे आने से पहले उत्पन्न हुए हैं, वे मेरे ही ठहरेंगे; अर्थात् जिस रीति से रूबेन और शिमोन मेरे हैं, उसी रीति से एप्रैम और मनश्शे भी मेरे ठहरेंगे। नवीन हिंदी बाइबल मेरे मिस्र देश में आने से पहले तेरे दोनों पुत्र जो मिस्र देश में उत्पन्न हुए हैं, मेरे ही ठहरेंगे; जैसे रूबेन और शिमोन मेरे पुत्र हैं, वैसे ही एप्रैम और मनश्शे भी मेरे ही पुत्र होंगे। सरल हिन्दी बाइबल “तुम्हारे ये दोनो पुत्र, जिनका जन्म मिस्र में मेरे आने से पहले हुआ है, वे मेरी संतान हैं; एफ्राईम तथा मनश्शेह मेरे कहलाएंगे, जैसे रियूबेन तथा शिमओन मेरे हैं. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 और अब तेरे दोनों पुत्र, जो मिस्र में मेरे आने से पहले उत्पन्न हुए हैं, वे मेरे ही ठहरेंगे; अर्थात् जिस रीति से रूबेन और शिमोन मेरे हैं, उसी रीति से एप्रैम और मनश्शे भी मेरे ठहरेंगे। |
यूसुफ को मिस्र देश में मनश्शे और एफ्रइम नामक पुत्र उत्पन्न हुए थे। उन्हें ओन नगर के पुरोहित पोटीफेरा की पुत्री आसनत ने जन्म दिया था।
इन बातों के पश्चात् किसी ने यूसुफ से कहा, ’आपके पिता बीमार हैं।’ अतएव वह अपने दोनों पुत्रों, मनश्शे और एफ्रइम को लेकर गया।
जो पुत्र इनके पश्चात् तुझे उत्पन्न्होंगे, वे तेरे ही कहलाएँगे। किन्तु वे उत्तराधिकार में अपने भाइयों के वंश-नाम से सम्बोधित किए जाएँगे।
हे परमेश्वर, जब सागर ने तुझे देखा, हां, जब सागर ने तुझे देखा, तब वह डर गया; अथाह सागर कांप उठा।
ओ याकूब, तेरा रचनेवाला ओ इस्राएल, तेरा गढ़नेवाला प्रभु अब यों कहता है : ‘मत डर, क्योंकि मैंने तुझे छुड़ा लिया है। मैंने तेरा नाम लेकर तुझे छुड़ाया है, तू मेरा है।
‘मैं फिर तेरे पास से गुजरा, और तुझ पर दृष्टि की, तो देखा कि तेरी उम्र प्रेम करने के लायक हो गई है। मैंने तेरे शरीर पर अपनी चादर डाल दी, और यों तेरी नग्नता ढांप दी। मैंने सौगन्ध खाकर तुझे वचन दिया, और तेरे साथ विधान स्थापित किया, और इस प्रकार तू मेरी पत्नी बन गई।’ स्वामी-प्रभु की यही वाणी है।
स्वामी-प्रभु यों कहता है : ‘जिन सीमाओं के भीतर तुम इस्राएल के बारह कुलों में यह देश पैतृक कुल-क्षेत्र के रूप में बांटोगे, वे इस प्रकार हैं : यूसुफ के दो गोत्र हैं। उनको दो भाग मिलेंगे।
तुम मेरे लिए पवित्र होगे; क्योंकि मैं प्रभु, पवित्र हूँ। मैंने तुम्हें अन्य जातियों से अलग किया है कि तुम मेरे अपने बनो।
स्वर्गिक सेनाओं का प्रभु यों कहता है, ‘जिस दिन मैं कार्रवाई करूँगा उस दिन ये मेरे निज लोग बनेंगे, मेरी मीरास बनेंगे। जैसे पिता सेवा करनेवाले अपने पुत्र को छोड़ देता है, और उसे दण्ड नहीं देता, वैसे ही मैं उन्हें छोड़ दूंगा।
यूसुफ के पुत्र एफ्रइम गोत्र के अम्मीहूद का पुत्र एलीशामा; यूसुफ के दूसरे पुत्र मनश्शे गोत्र के पदासूर का पुत्र गम्लीएल;
मैं तुम्हारे लिए पिता-जैसा होऊंगा और तुम मेरे लिए पुत्र-पुत्रियों-जैसे होगे; यह सर्वशक्तिमान् प्रभु का कथन है।”
उसने प्रेम से प्रेरित हो कर आदि में ही निर्धारित किया कि हम येशु मसीह द्वारा उसकी दत्तक संतान बनें। यह परमेश्वर की मंगलमय इच्छा से हुआ
विश्वास के कारण याकूब ने मरते समय यूसुफ के हर एक पुत्र को आशीर्वाद दिया और उन्होंने अपनी छड़ी की मूठ के सहारे झुक कर परमेश्वर की आराधना की।
‘अब तू इस समस्त भूमि को नौ कुलों और अर्ध मनश्शे गोत्र के पैतृक-अधिकार के लिए विभाजित कर।’
यूसुफ के वंशज दो गोत्रों में बंट गए थे : मनश्शे और एफ्रइम। लेवी कुल के लोगों को पैतृक-अधिकार में भूमि नहीं दी गई। पर इसके बदले में उन्हें रहने के लिए नगर तथा उनकी पशु-सम्पत्ति के लिए चरागाह दिए गए।