उनको आदेश दो कि वे छोटे-छोटे बच्चों और स्त्रियों के लिए मिस्र देश से गाड़ियाँ ले जाएँ और अपने पिता को लेकर आएँ।
उत्पत्ति 45:27 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) परन्तु जब यूसुफ के भाइयों ने वे सब बातें, जो यूसुफ ने उनसे कही थीं, अपने पिता याकूब को बताईं, जब उन्होंने स्वयं उन गाड़ियों को देखा जिन्हें यूसुफ ने उन को लाने के लिए भेजा था, तब उनकी आत्मा को नवस्फूर्ति प्राप्त हुई। पवित्र बाइबल किन्तु यूसुफ ने जो बातें कही थीं, भाईयों ने हर एक बात अपने पिता से कही। तब याकूब ने उन गाड़ियों को देखा जिन्हें यूसुफ ने उसे मिस्र की वापसी यात्रा के लिए भेजा था। तब याकूब भाबुक हो गया और अत्यन्त प्रसन्न हुआ। Hindi Holy Bible तब उन्होंने अपने पिता याकूब से यूसुफ की सारी बातें, जो उसने उन से कहीं थी, कह दीं; जब उसने उन गाडिय़ों को देखा, जो यूसुफ ने उसके ले आने के लिये भेजीं थीं, तब उसका चित्त स्थिर हो गया। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तब उन्होंने अपने पिता याक़ूब से यूसुफ की सारी बातें, जो उसने उनसे कही थीं कह दीं। जब उसने उन गाड़ियों को देखा, जो यूसुफ ने उसके ले आने के लिये भेजीं थीं, तब उसका चित्त स्थिर हो गया। नवीन हिंदी बाइबल जब उन्होंने अपने पिता याकूब को यूसुफ की सारी बातें बताईं जो उसने उनसे कही थीं, और जब उसने उन गाड़ियों को भी देखा जो यूसुफ ने उसे लाने के लिए भेजी थीं, तो उसे चैन मिला। सरल हिन्दी बाइबल तब उन्होंने अपने पिता को योसेफ़ की कही हुई वह सारी बातें बताई जो उन्होंने उनसे कही थीं. जब उन्होंने योसेफ़ द्वारा भेजें वाहन देखे, जो उनको ले जाने के लिए भेजे गए थे, तब उनके पिता याकोब के जी में जी आया. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तब उन्होंने अपने पिता याकूब से यूसुफ की सारी बातें, जो उसने उनसे कहीं थीं, कह दीं; जब उसने उन गाड़ियों को देखा, जो यूसुफ ने उसके ले आने के लिये भेजी थीं, तब उसका चित्त स्थिर हो गया। |
उनको आदेश दो कि वे छोटे-छोटे बच्चों और स्त्रियों के लिए मिस्र देश से गाड़ियाँ ले जाएँ और अपने पिता को लेकर आएँ।
याकूब ने कहा, ‘बस, इतना ही पर्याप्त है कि मेरा पुत्र यूसुफ अब तक जीवित है। मैं जाऊंगा। मैं अपनी मृत्यु के पूर्व उसे देखूँगा।’
जैसे प्यासे प्राण के लिए शीतल जल स्फूर्तिदायक होता है; वैसे ही दूर देश से आया शुभ समाचार।
सर्वोच्च और महान परमेश्वर, जिसका नाम पवित्र है, जो अनन्तकाल तक जीवित है, यह कहता है : ‘मैं उच्च और पवित्र स्थान में निवास करता हूं, पर मैं उसके साथ भी विद्यमान रहता हूं जिसकी आत्मा विदीर्ण और विनम्र है। मैं उस विनम्र व्यक्ति की आत्मा को संजीव करता हूं, और उसके विदीर्ण हृदय को पुनर्जीवित।
दो दिन पश्चात् वह हमें पुनर्जीवित करेगा, और तीसरे दिन वह हमें खड़ा कर देगा, ताकि हम उसके सम्मुख जीवित रहें।
तब परमेश्वर ने भूमि में ओखली-सा एक गड्ढा कर दिया (यह गड्ढा लेही में है), और उसमें से पानी फूट कर निकल पड़ा। जब शिमशोन ने पानी पिया तब मानो उसका प्राण लौट आया और वह पुनर्जीवित हो गया। इसलिए उस झरने का नाम ‘एन-हक्कोर’ पड़ा। वह आज भी लेही नगर में है।
इसके अतिरिक्त उन्होंने उसे अंजीर का सूखा फल और किशमिश के दो गुच्छे दिए। जब उसने यह-सब खाया तब उसके प्राण पुन: संजीव हुए। उसे पूरे तीन दिन और तीन रात से न खाने को भोजन मिला था, और न पीने को पानी।