अब्राहम ने पुन: कहा, ‘यदि स्वामी क्रोध न करे तो मैं कहूँगा। मान ले, वहाँ तीस ही मिलें?’ उसने उत्तर दिया, ‘यदि मुझे वहाँ तीस मिलेंगे, तो मैं उसे नष्ट नहीं करूँगा।’
उत्पत्ति 44:18 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) तब यहूदा, यूसुफ के निकट आया। उसने कहा, ‘हे मेरे स्वामी, कृपया अपने सेवक को अनुमति दीजिए कि वह आपसे कुछ कह सके। आपके सेवक पर आपका क्रोध न भड़के; क्योंकि आप स्वयं फरओ के सदृश हैं। पवित्र बाइबल तब यहूदा यूसुफ के पास गया और उसने कहा, “महोदय, कृपाकर मुझे स्वयं स्पष्ट कह लेने दें। कृपा कर मुझ से अप्रसन्न न हों। मैं जानता हूँ कि आप स्वयं फ़िरौन जैसे हैं। Hindi Holy Bible तब यहूदा उसके पास जा कर कहने लगा, हे मेरे प्रभु, तेरे दास को अपने प्रभु से एक बात कहने की आज्ञा हो, और तेरा कोप तेरे दास पर न भड़के; तू तो फिरौन के तुल्य है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तब यहूदा उसके पास जाकर कहने लगा, “हे मेरे प्रभु, तेरे दास को अपने प्रभु से एक बात कहने की आज्ञा हो, और तेरा कोप तेरे दास पर न भड़के; क्योंकि तू तो फ़िरौन के तुल्य है। नवीन हिंदी बाइबल तब यहूदा ने उसके पास जाकर कहा, “हे मेरे स्वामी, तेरे दास को अपने स्वामी से अकेले में एक बात कहने की अनुमति दे, और तेरा क्रोध तेरे दास पर न भड़के, क्योंकि तू तो फ़िरौन के तुल्य है। सरल हिन्दी बाइबल यह सुन यहूदाह योसेफ़ के निकट गए और उनसे आग्रह किया, “मेरे अधिपति महोदय, क्या आप अपने सेवक को अपने कानों में कुछ कहने की अनुमति प्रदान करेंगे? कृपया आप मुझ अपने सेवक पर क्रुद्ध न हों, क्योंकि आप तो पद में फ़रोह के समान हैं. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तब यहूदा उसके पास जाकर कहने लगा, “हे मेरे प्रभु, तेरे दास को अपने प्रभु से एक बात कहने की आज्ञा हो, और तेरा कोप तेरे दास पर न भड़के; क्योंकि तू तो फ़िरौन के तुल्य है। |
अब्राहम ने पुन: कहा, ‘यदि स्वामी क्रोध न करे तो मैं कहूँगा। मान ले, वहाँ तीस ही मिलें?’ उसने उत्तर दिया, ‘यदि मुझे वहाँ तीस मिलेंगे, तो मैं उसे नष्ट नहीं करूँगा।’
तब अब्राहम ने कहा, ‘यदि स्वामी क्रोध न करे तो मैं एक बार और कहूँगा : मान ले, वहाँ दस धार्मिक मिलें? उसने उत्तर दिया, ‘मैं दस के लिए भी उसे नष्ट नहीं करूँगा।’
हम सब खेत में पूले बाँध रहे हैं। अचानक मेरा पूला उठकर सीधा खड़ा हो गया। तुम्हारे पूलों ने मेरे पूले को चारों ओर से घेर लिया। वे झुककर उसका अभिवादन करने लगे।’
भाइयों ने यूसुफ से कहा, ‘क्या तू हम पर शासन करेगा? क्या तू निश्चय ही हम पर राज्य करेगा?’ अतएव वे यूसुफ के स्वप्न और उसकी बातों के कारण उससे अत्यधिक घृणा करने लगे।
तुम मेरे देश के प्रधान मंत्री होंगे। मेरी प्रजा तुम्हारे आदेशों का पालन करेगी। केवल राजसिंहासन पर मैं तुम से बड़ा रहूँगा।’
फरओ ने यूसुफ से यह भी कहा, ‘मैं फरओ हूँ। तुम्हारी आज्ञा के बिना कोई भी मनुष्य समस्त मिस्र देश में न हाथ उठा सकेगा, और न पैर।’
यूसुफ ने कहा, ‘ऐसा कार्य मुझसे दूर ही रहे। जिस व्यक्ति के अधिकार में चषक पाया गया है, वही मेरा गुलाम बनेगा। तुम लोग सकुशल अपने पिता के पास चले जाओ।’
तब स्त्री ने कहा, ‘महाराज, अपनी सेविका को अनुमति दीजिए कि वह आपसे, अपने स्वामी से एक बात कह सके।’ दाऊद ने कहा, ‘बोलो।’
खोजों ने सम्राट का आदेश रानी वशती को दिया, किन्तु रानी ने सम्राट के सम्मुख आना अस्वीकार कर दिया। सम्राट नाराज हुआ। उसके भीतर ही भीतर क्रोध भभकने लगा।
ओ अय्यूब, ध्यान से मेरी बात सुनो! और बीच में मुझे टोको मत, चुप रहो, मुझे और बोलने दो।
हे प्रभु, कब तक? क्या तू निरंतर क्रोध करता रहेगा? कब तक तेरी ईष्र्या अग्नि जैसी जलती रहेगी?
हारून ने उत्तर दिया, ‘हे स्वामी, आपका क्रोध न भड़के। आप स्वयं इन लोगों को जानते हैं कि ये बुराई करने को तत्पर रहते हैं।
राजा का क्रोध सिंह की दहाड़ के समान भयानक होता है; पर उसकी कृपा घास पर पड़ी ओस की बून्द के सदृश जीवनदायक होती है।
अब यदि तुम नरसिंगे, बांसुरी, वीणा, सारंगी, सितार, शहनाई और अन्य सब प्रकार के वाद्यों का स्वर सुनकर मेरे द्वारा स्थापित मूर्ति के सम्मुख गिरकर उसका सम्मान करने को तैयार हो, तो ठीक है; तुम्हारा अनिष्ट न होगा। पर यदि तुम मूर्ति के प्रति सम्मान प्रकट नहीं करोगे, तो तुम अविलम्ब धधकती हुई अग्नि की भट्ठी में फेंक दिए जाओगे। तब मैं देखूंगा कि कौन-सा ईश्वर तुम्हें मेरे हाथ से बचाएगा?’
क्योंकि परमेश्वर ने आपके पिता को महान बनाया था इसलिए विश्व की सब कौमें, राष्ट्र और भिन्न-भिन्न भाषाएं बोलनेवाले लोग उनके सम्मुख कांपते और डरते थे। आपके पिता जिसको चाहते उसका वध करवा देते और जिसको चाहते, उसको जीवित छोड़ देते थे। वह अपनी इच्छा के अनुसार जिस व्यक्ति को चाहते उसकी पदोन्नति कर देते, और जिसको चाहते उसको पद से नीचे उतार देते थे।
क्योंकि पिता किसी का न्याय नहीं करता। उसने न्याय करने का पूरा अधिकार पुत्र को दे दिया है,
भाइयो! मैं कुलपति दाऊद के विषय में आप लोगों से निस्संकोच यह कह सकता हूँ कि वह मर गये और कबर में रखे गये। उनकी कबर आज तक हमारे बीच विद्यमान है।