तत्पश्चात् उसने आज्ञा दी कि उनके बोरे अन्न से भर दिए जाएँ। प्रत्येक व्यक्ति के बोरे में उसके रुपए भी रखे जाएँ। उन्हें मार्ग के लिए भोजन-सामग्री भी दी जाए। उनके लिए ऐसा ही किया गया।
उत्पत्ति 43:12 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) अपने हाथों में दुगुनी रकम लेते जाओ। जो रुपया तुम्हारे बोरों में लौट आया था, उसे अपने साथ वापस ले जाना। सम्भवत: यह उनकी असावधानी है। पवित्र बाइबल इस समय, पहले से दुगुना धन भी ले लो जो पिछली बार देने के बाद लौटा दिया गया था। संभव है कि प्रशासक से गलती हुई हो। Hindi Holy Bible फिर अपने अपने साथ दूना रूपया ले जाओ; और जो रूपया तुम्हारे बोरों के मुंह पर रखकर फेर दिया गया था, उसको भी लेते जाओ; कदाचित यह भूल से हुआ हो। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) फिर अपने अपने साथ दूना रुपया ले जाओ; और जो रुपया तुम्हारे बोरों के मुँह पर रखकर लौटा दिया गया था, उसको भी लेते जाओ; कदाचित् यह भूल से हुआ हो। नवीन हिंदी बाइबल अपने साथ दुगुना रुपया ले जाओ, और जो रुपया तुम्हारे बोरों के मुँह पर रखकर लौटा दिया गया था, उसे भी लेते जाओ; हो सकता है कि यह भूल से हुआ हो। सरल हिन्दी बाइबल दो गुणा रुपया भी ले जाओ और जो रुपया तुम्हारे बोरे में वहां से आया था वह भी वापस कर देना, शायद भूल हो गई होगी. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 फिर अपने-अपने साथ दूना रुपया ले जाओ; और जो रुपया तुम्हारे बोरों के मुँह पर रखकर लौटा दिया गया था, उसको भी लेते जाओ; कदाचित् यह भूल से हुआ हो। |
तत्पश्चात् उसने आज्ञा दी कि उनके बोरे अन्न से भर दिए जाएँ। प्रत्येक व्यक्ति के बोरे में उसके रुपए भी रखे जाएँ। उन्हें मार्ग के लिए भोजन-सामग्री भी दी जाए। उनके लिए ऐसा ही किया गया।
उन्होंने अन्न के बोरे खोले तो देखा कि प्रत्येक व्यक्ति की रुपयों की थैली उसके बोरे में है। जब उन्होंने तथा उनके पिता ने रुपयों की थैलियाँ देखीं तब वे डर गए।
जब हम लौटकर सराय में आए और अपने बोरे खोले, तब देखा कि प्रत्येक व्यक्ति की पूरी रकम उसके बोरे के मुँह में रखी है। अतएव हम उस रकम को अपने साथ वापस लाए हैं।
हम भोजन-सामग्री खरीदने के लिए अपने हाथ में दूसरी रकम भी लाए हैं। हम नहीं जानते हैं कि किस व्यक्ति ने हमारी रकम हमारे बोरों में वापस रखी थी।’
बुराई के बदले बुराई नहीं करें। जो बातें सब मनुष्यों की दृष्टि में सात्विक हैं, उन्हें अपना लक्ष्य बनाएँ।
पारस्परिक प्रेम का ऋण छोड़ कर और किसी बात में किसी के ऋणी न बनें। जो दूसरों को प्यार करता है, उसने व्यवस्था का पूर्ण रूप से पालन किया है।
क्योंकि न केवल प्रभु की दृष्टि में, बल्कि मनुष्यों की दृष्टि में भी हम अच्छा आचरण करने का ध्यान रखते हैं।
भाइयो और बहिनो! अन्त में यह : जो कुछ सच है, आदरणीय है; जो कुछ न्यायसंगत है, निर्दोष है; जो कुछ प्रीतिकर है, मनोहर है, जो कुछ भी उत्तम है, प्रशंसनीय है : ऐसी बातों का मनन किया करें।
कोई भी मर्यादा का उल्लंघन न करे और इस सम्बन्ध में अपने भाई अथवा बहिन के प्रति अन्याय नहीं करे; क्योंकि प्रभु इन सब बातों का बदला लेता है, जैसा कि हम आप लोगों को स्पष्ट श्ब्दों में समझा चुके हैं।