पिता ने अंगरखे को पहचान लिया। वह बोले, ‘यह तो मेरे पुत्र का अंगरखा है। जंगली पशु ने उसे खा लिया। निस्सन्देह यूसुफ टुकड़े-टुकड़े कर दिया गया।’
उत्पत्ति 42:38 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) किन्तु याकूब ने कहा, ‘मेरा पुत्र बिन्यामिन तुम्हारे साथ नहीं जाएगा। उसका भाई यूसुफ तो मर चुका और वह अकेला बचा है। जिस मार्ग पर तुम जाओगे यदि उसमें बिन्यामिन पर कोई विपत्ति आ पड़े तो तुम लोग मुझ वृद्ध को शोक-सन्तप्त दशा में ही अधोलोक पहुँचा दोगे।’ पवित्र बाइबल किन्तु याकूब ने कहा, “मैं बिन्यामीन को तुम लोगों के साथ नहीं जाने दूँगा। उसका भाई मर चुका है। और मेरी पत्नी राहेल का वही अकेला पुत्र बचा है। मिस्र तक की यात्रा में यदि उसके साथ कुछ हुआ तो वह घटना मुझे मार डालेगी। तुम लोग मुझ वृद्ध को कब्र में बहुत दुःखी करके भेजोगे।” Hindi Holy Bible उसने कहा, मेरा पुत्र तुम्हारे संग न जाएगा; क्योंकि उसका भाई मर गया है, और वह अब अकेला रह गया: इसलिये जिस मार्ग से तुम जाओगे, उस में यदि उस पर कोई विपत्ति आ पड़े, तब तो तुम्हारे कारण मैं इस बुढ़ापे की अवस्था में शोक के साथ अधोलोक में उतर जाऊंगा॥ पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) उसने कहा, “मेरा पुत्र तुम्हारे संग न जाएगा; क्योंकि उसका भाई मर गया और वह अब अकेला रह गया है : इसलिये जिस मार्ग से तुम जाओगे, उसमें यदि उस पर कोई विपत्ति आ पड़े, तब तो तुम्हारे कारण मैं इस बुढ़ापे की अवस्था में शोक के साथ अधोलोक में उतर जाऊँगा।” नवीन हिंदी बाइबल उसने कहा, “मेरा पुत्र तुम्हारे साथ नहीं जाएगा, क्योंकि उसका भाई मर गया है और वह अब अकेला रह गया है। यदि उस मार्ग में जिससे तुम जाओगे उस पर कोई विपत्ति आ पड़े, तो तुम मुझ जैसे बूढ़े को शोक के साथ अधोलोक में पहुँचा दोगे।” सरल हिन्दी बाइबल किंतु याकोब कहते रहे, “मेरा पुत्र तुम्हारे साथ न जाएगा; क्योंकि उसके भाई की मृत्यु हो ही चुकी है, इसलिये वह अकेला ही रह गया है. यदि इस यात्रा में उसके साथ कुछ अनर्थ हुआ तो तुम इस बुढ़ापे में मुझे घोर वेदना के साथ कब्र में नीचे उतारोगे.” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 उसने कहा, “मेरा पुत्र तुम्हारे संग न जाएगा; क्योंकि उसका भाई मर गया है, और वह अब अकेला रह गया है: इसलिए जिस मार्ग से तुम जाओगे, उसमें यदि उस पर कोई विपत्ति आ पड़े, तब तो तुम्हारे कारण मैं इस बुढ़ापे की अवस्था में शोक के साथ अधोलोक में उतर जाऊँगा।” |
पिता ने अंगरखे को पहचान लिया। वह बोले, ‘यह तो मेरे पुत्र का अंगरखा है। जंगली पशु ने उसे खा लिया। निस्सन्देह यूसुफ टुकड़े-टुकड़े कर दिया गया।’
याकूब ने अपने वस्त्र फाड़े। उन्होंने कमर पर टाट का वस्त्र लपेटा, और बहुत दिन तक अपने पुत्र के लिए शोक मनाया।
उसके पुत्र-पुत्रियों ने उन्हें सान्त्वना देने का प्रयत्न किया। किन्तु उन्होंने सान्त्वना स्वीकार नहीं की। वह कहते रहे, ‘नहीं, मैं अपने पुत्र के पास शोक करता हुआ अधोलोक जाऊंगा।’ इस प्रकार यूसुफ के पिता ने उसके लिए विलाप किया।
उन्होंने कहा, ‘हम आपके सेवक, बारह भाई हैं। हम कनान देश के एक ही पुरुष के पुत्र हैं। सबसे छोटा भाई इस समय हमारे पिता के साथ है, और एक भाई नहीं रहा।’
रूबेन ने अपने पिता से कहा, ‘यदि मैं बिन्यामिन को वापस न लाऊं तो मेरे दोनों पुत्रों का वध कर देना। उसे मेरे हाथ में दीजिए। मैं उसे आपके पास वापस लाऊंगा।’
याकूब ने यूसुफ के भाई बिन्यामिन को उसके भाइयों के साथ नहीं भेजा। उन्हें भय था कि कहीं बिन्यामिन पर कोई विपत्ति आ न पड़े।
हमने अपने स्वामी को उत्तर दिया था, “हमारे वृद्ध पिता हैं और उनकी वृद्धावस्था में उत्पन्न एक छोटा भाई है। उसके सगे भाई की मृत्यु हो चुकी है। वह अपनी मां के बच्चों में अकेला बचा है। हमारे पिता उससे विशेष प्रेम करते हैं।”
हम अपने स्वामी से बोले थे, “वह लड़का अपने पिता को नहीं छोड़ सकता। यदि वह अपने पिता को छोड़ेगा तो उसके पिता मर जाएँगे।”
तू अपनी बुद्धि के अनुसार कार्य करना। उस वृद्ध योआब को शान्ति से मृतक-लोक में उतरने मत देना।
अत: बुढ़ापे में, पके बालों की उमर में भी हे परमेश्वर, मुझे मत त्याग; जब तक मैं आगामी पीढ़ी को तेरे भुजबल की घोषणा न करूं, मुझे जीवित रहने दे।
हमारी आयु के वर्ष सत्तर हैं; यदि वे बल के कारण अस्सी भी हो जाएं, तोभी उनकी अवधि दु:ख और कष्ट में बीतती है। वे अविलम्ब व्यतीत हो जाते हैं और हमारे प्राण-पखेरू उड़ जाते हैं।
जो कुछ सूर्य के नीचे धरती पर होता है, वह सब मैंने देखा है। मुझे अनुभव हुआ कि यह सब निस्सार है− यह मानो हवा को पकड़ना है।
जिस मनुष्य से परमेश्वर प्रसन्न होता है वह उसी को बुद्धि, ज्ञान और आनन्द प्रदान करता है। पापी मनुष्य से परमेश्वर कठोर परिश्रम कराता है। पापी मनुष्य परमेश्वर के प्रिय व्यक्ति के लिए धन एकत्र करता और उसको संचित करता है। अत: यह भी व्यर्थ है, यह मानो हवा को पकड़ना है।
मैंने यह सोचा था : मुझे अपने जीवनकाल के मध्य में ही यहां से प्रस्थान करना होगा; मुझे अधोलोक के द्वारों से प्रवेश करना होगा! जीवन के शेष वर्ष मुझ से छिन गए!
और तुम्हारी वृद्धावस्था तक, तुम्हारे बूढ़े होने तक, तुम्हें उठाए रहूंगा, क्योंकि मैं ‘वही प्रभु’ हूं। मैंने तुम्हें रचा है, अत: मैं तुम्हारा बोझ उठाऊंगा; मैं तुम्हें ढोऊंगा, और तुम्हारी रक्षा करूंगा।