परन्तु परमेश्वर ने रात के समय स्वप्न में अबीमेलक के पास आकर उससे कहा, ‘देख, जिस स्त्री को तूने रखा है, उसके कारण तू मर जाएगा; क्योंकि वह दूसरे पुरुष की पत्नी है।’
उत्पत्ति 37:5 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) एक बार यूसुफ ने स्वप्न देखा। जब उसने अपने भाइयों को स्वप्न बताया तब वे उससे और अधिक घृणा करने लगे। पवित्र बाइबल एक बार यूसुफ ने एक विशेष सपना देखा। बाद में यूसुफ ने अपने इस सपने के बारे में अपने भाईयों को बताया। इसके बाद उसके भाई पहले से भी अधिक उससे घृणा करने लगे। Hindi Holy Bible और यूसुफ ने एक स्वप्न देखा, और अपने भाइयों से उसका वर्णन किया: तब वे उससे और भी द्वेष करने लगे। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) यूसुफ ने एक स्वप्न देखा, और अपने भाइयों से उसका वर्णन किया; तब वे उससे और भी द्वेष करने लगे। नवीन हिंदी बाइबल फिर यूसुफ ने एक स्वप्न देखा, और जब उसने अपने भाइयों को यह सुनाया तो वे उससे और भी अधिक बैर रखने लगे। सरल हिन्दी बाइबल योसेफ़ ने एक स्वप्न देखा था, जिसे उसने अपने भाइयों को बताया. योसेफ़ के भाई योसेफ़ से ज्यादा नफ़रत करने लगे. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 यूसुफ ने एक स्वप्न देखा, और अपने भाइयों से उसका वर्णन किया; तब वे उससे और भी द्वेष करने लगे। |
परन्तु परमेश्वर ने रात के समय स्वप्न में अबीमेलक के पास आकर उससे कहा, ‘देख, जिस स्त्री को तूने रखा है, उसके कारण तू मर जाएगा; क्योंकि वह दूसरे पुरुष की पत्नी है।’
तब याकूब ने यह स्वप्न देखा : धरती पर सीढ़ियाँ हैं। उनका शिखर स्वर्ग को स्पर्श कर रहा है। परमेश्वर के दूत उस पर चढ़-उतर रहे हैं।
बकरियों की समागम ऋतु में मैंने आँखें ऊपर उठाईं और स्वप्न में देखा, बकरियों पर चढने वाले बकरे धारीदार, चित्ते और धब्बेवाले हैं।
तब परमेश्वर के दूत ने स्वप्न में मुझसे कहा, “याकूब!” मैंने उत्तर दिया, “क्या आज्ञा है?”
जब यूसुफ के भाइयों ने देखा कि उनके पिता सब भाइयों की अपेक्षा यूसुफ से अधिक प्रेम करते हैं, तब वे उससे घृणा करने लगे! वे उससे शान्ति-पूर्वक बातें भी नहीं करते थे।
भाइयों ने यूसुफ से कहा, ‘क्या तू हम पर शासन करेगा? क्या तू निश्चय ही हम पर राज्य करेगा?’ अतएव वे यूसुफ के स्वप्न और उसकी बातों के कारण उससे अत्यधिक घृणा करने लगे।
एक दिन मिस्र देश के राजा के साकी तथा रसोइए, दोनों ने रात में एक स्वप्न देखा। प्रत्येक स्वप्न का अपना एक विशेष अर्थ था।
यूसुफ को उन स्वप्नों का स्मरण हुआ, जो उसने अपने भाइयों के विषय में देखे थे। उसने उनसे कहा, ‘तुम लोग गुप्तचर हो, और मिस्र देश के असुरक्षित स्थानों का भेद लेने आए हो।’
प्रभु परमेश्वर ने वहां रात के समय स्वप्न में सुलेमान को दर्शन दिया। परमेश्वर ने कहा, ‘मांग, मैं तुझे क्या दूं?’
राजा नबूकदनेस्सर के राज्य का दूसरा वर्ष था। उसने ऐसे स्वप्न और दृश्य देखे जिनके कारण उसकी आत्मा अशान्त हो गयी और उसकी आंखों से नींद उड़ गई।
मैंने एक स्वप्न देखा। उस स्वप्न ने मुझे डरा दिया। जब मैं पलंग पर लेटता तब मेरे मन के विचार, और स्वप्न के दृश्य मुझे परेशान करते थे।
‘इसके पश्चात् यह घटना घटेगी: मैं सब मनुष्यों पर अपना आत्मा उण्डेलूंगा; तुम्हारे पुत्र और तुम्हारी पुत्रियां नबूवत करेंगी। तुम्हारे वृद्धजन स्वप्न-द्रष्टा होंगे; तुम्हारे युवक दर्शन देखेंगे।
निस्सन्देह स्वामी-प्रभु अपने सेवक नबियों पर अपना भेद प्रकट किए बिना कोई कार्य नहीं करता।
प्रभु ने कहा, ‘मेरे वचन सुनो : यदि तुम्हारे मध्य कोई नबी है, तो मैं-प्रभु दर्शन के माध्यम से उस पर स्वयं को प्रकट करता हूं, मैं स्वप्न में उससे वार्तालाप करता हूं।
मैंने उन्हें तेरा वचन प्रदान किया है। संसार ने उनसे बैर किया, क्योंकि जिस तरह मैं संसार का नहीं हूँ, उसी तरह वे भी संसार के नहीं हैं।