जब रूबेन गड्ढे की ओर लौटा और देखा कि यूसुफ गड्ढे में नहीं है तब उसने अपने वस्त्र फाड़े।
उत्पत्ति 37:34 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) याकूब ने अपने वस्त्र फाड़े। उन्होंने कमर पर टाट का वस्त्र लपेटा, और बहुत दिन तक अपने पुत्र के लिए शोक मनाया। पवित्र बाइबल याकूब अपने पुत्र के लिए इतना दुःखी हुआ कि उसने अपने कपड़े फाड़ डाले। तब याकूब ने विशेष वस्त्र पहने जो उसके शोक के प्रतीक थे। याकूब लम्बे समय तक अपने पुत्र के शोक में पड़ा रहा। Hindi Holy Bible तब याकूब ने अपने वस्त्र फाड़े और कमर में टाट लपेटा, और अपने पुत्र के लिये बहुत दिनों तक विलाप करता रहा। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तब याक़ूब ने अपने वस्त्र फाड़े और कमर में टाट लपेटा, और अपने पुत्र के लिये बहुत दिनों तक विलाप करता रहा। नवीन हिंदी बाइबल तब याकूब ने अपने वस्त्र फाडे़ और कमर में टाट लपेटा; और वह अपने पुत्र के लिए बहुत दिनों तक विलाप करता रहा। सरल हिन्दी बाइबल तब याकोब ने अपने वस्त्र फाड़े, टाट पहन लिए और कई दिनों तक अपने बेटे के लिए रोते रहे. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तब याकूब ने अपने वस्त्र फाड़े और कमर में टाट लपेटा, और अपने पुत्र के लिये बहुत दिनों तक विलाप करता रहा। |
जब रूबेन गड्ढे की ओर लौटा और देखा कि यूसुफ गड्ढे में नहीं है तब उसने अपने वस्त्र फाड़े।
किन्तु याकूब ने कहा, ‘मेरा पुत्र बिन्यामिन तुम्हारे साथ नहीं जाएगा। उसका भाई यूसुफ तो मर चुका और वह अकेला बचा है। जिस मार्ग पर तुम जाओगे यदि उसमें बिन्यामिन पर कोई विपत्ति आ पड़े तो तुम लोग मुझ वृद्ध को शोक-सन्तप्त दशा में ही अधोलोक पहुँचा दोगे।’
तब दाऊद ने अपने कपड़ों को कसकर पकड़ा, और मृत्यु-शोक प्रकट करने के लिए उनको फाड़ दिया। ऐसा ही उसके साथियों ने भी किया।
राजा दाऊद ने योआब और उसके साथ के सब सैनिकों को यह आदेश दिया, ‘मृत्यु-शोक प्रकट करने के लिए अपने वस्त्र फाड़ो, कमर में टाट के वस्त्र पहिनो, और अब्नेर के शव के सम्मुख शोक मनाओ।’ दाऊद अर्थी के पीछे-पीछे गया।
बेन-हदद के दरबरियों ने उससे कहा, ‘महाराज, हमने सुना है कि इस्राएल कुल के राजा वस्तव में दयालु होते हैं। आइए, हम पश्चात्ताप प्रकट करने के लिए अपनी कमर में टाट और सिर पर रस्सी बाँधें, और यहां से निकलकर इस्राएली राजा के पास जाएं। शायद वह आपकी जान बख्श दे।’
जब अहाब ने ये वचन सुने तब उसने पश्चात्ताप प्रकट करने के लिए अपने वस्त्र फाड़े। उसने अपने शरीर पर टाट धारण किया। वह उपवास करने लगा। वह टाट-पट्टी पर सोता था। वह ग्लानि से सिर झुकाकर चलता-फिरता था।
जब राजा हिजकियाह ने यह सुना तब उसने पश्चात्ताप और शोक प्रकट करने के लिए तत्काल अपने वस्त्र फाड़ दिए। उसके बाद उसने अपने शरीर पर टाट के वस्त्र लपेटे और वह प्रभु के भवन में गया।
एलीशा यह देखता रहा। वह रो-रोकर पुकारता रहा, ‘ओ मेरे पिता! ओ मेरे पिता! ओ इस्राएली राष्ट्र के सारथी! ओ हमारे अश्वारोही!’ उसके पश्चात् एलियाह उसकी आंखों से ओझल हो गए। एलीशा ने शोक प्रकट करने के लिए अपना अंगरखा पकड़ा, और उसको दो टुकड़ों में फाड़ दिया।
जब राजा ने नवप्राप्त व्यवस्था-ग्रन्थ के ये वचन सुने, तब उसने पश्चात्ताप प्रकट करने के लिए तत्काल अपने वस्त्र फाड़ दिए।
दाऊद ने अपनी आंखें ऊपर उठाईं। उसने यह देखा, ‘लोगों का संहार करनेवाला दूत आकाश और पृथ्वी के मध्य खड़ा है। उसके हाथ में तलवार है, जो यरूशलेम नगर से ऊपर उठी हुई है।’ तब दाऊद और धर्मवृद्धों ने पश्चात्ताप प्रकट करने के लिए टाट के वस्त्र पहिने। वे मुँह के बल भूमि पर गिरे।
उनका पिता एफ्रइम उनके लिए बहुत दिन तक शोक मनाता रहा। तब उनके भाई उसको सान्त्वना देने के लिए आए।
इसी महीने के चौबीसवें दिन इस्राएली समाज ने सामूहिक उपवास किया। उन्होंने प्रायश्चित प्रकट करने के लिए टाट के वस्त्र पहिने और सिर पर राख डाली, और वे एक स्थान पर एकत्र हुए।
तब अय्यूब उठा। उसने शोक प्रकट करने के लिए अपना अंगरखा फाड़ा और अपना सिर मुंड़ाया। वह भूमि पर गिरा, और उसने प्रभु की साष्टांग वन्दना की।
तीनों मित्र गए। जब उन्होंने दूर से अय्यूब को देखा तब वे उसको पहचान न सके। वे फूट-फूटकर रोने लगे। उन्होंने प्रथा के अनुसार शोक प्रकट करने के लिए अपना-अपना बागा फाड़ा, आकाश की ओर धूल उड़ाई, और फिर उसको अपने-अपने सिर पर डाला।
ओ आलसी स्त्रियो, कांपो! ओ आत्म-सन्तुष्ट महिलाओ, व्याकुल हो! पश्चात्ताप प्रकट करने के लिए अपने वस्त्र उतारो, और अपनी कमर में टाट वस्त्र लपेट लो।
तत्पश्चात् राजमहल का गृह-प्रबन्धक एलयाकीम बेन-हिलकियाह, महासहायक शेबनाह और राज-सचिव योआह बेन-आसाफ ने शोक प्रदर्शित करने के लिए अपने वस्त्र फाड़े, और वे राजा हिजकियाह के पास लौटे। उन्होंने मुख्य साकी की बातें उसको बताईं।
प्रभु के ये वचन सुन कर न तो राजा भयभीत हुआ और न उसके कर्मचारी। उन्होंने पश्चात्ताप प्रकट करने के लिए अपने वस्त्र भी नहीं फाड़े।
‘प्रत्येक आदमी ने अपना सिर और अपनी दाढ़ी मूँड़ी है। उन्होंने शोक प्रकट करने के लिए अपने शरीर पर घाव किये हैं, और कमर में टाट का वस्त्र पहिना है।
अपने वस्त्र नहीं, वरन् अपना हृदय विदीर्ण करो।’ ओ यहूदा देश, अपने प्रभु परमेश्वर की ओर लौट। वह कृपालु और दयालु है। वह विलम्ब क्रोधी और महा करुणा सागर है। वह दु:ख देकर पछताता है।
येशु ने कहा, “धिक्कार तुझे, खुराजिन! धिक्कार तुझे, बेतसैदा! जो सामर्थ्य के कार्य तुम में किये गये हैं, यदि वे सोर और सदोम में किये गये होते, तो उन्होंने न जाने कब से टाट ओढ़ कर और भस्म रमा कर पश्चात्ताप कर लिया होता।
इस पर प्रधान महापुरोहित ने अपने वस्त्र फाड़े और कहा, “इसने ईश-निन्दा की है। तो अब हमें गवाहों की जरूरत ही क्या है? अभी-अभी आप लोगों ने ईश-निन्दा सुनी है।
जब प्रेरित बरनबास और पौलुस ने यह सुना, तो वे इस ईश-निन्दा के विरोध में अपने वस्त्र फाड़ कर भीड़ में कूद पड़े और उच्च स्वर में बोले,
यहोशुअ ने पराजय का शोक प्रकट करने के लिए अपने वस्त्र फाड़े। वह सन्ध्या होने तक प्रभु की मंजूषा के सम्मुख भूमि पर औंधे मुंह पड़ा रहा। ऐसा ही इस्राएलियों के धर्मवृद्धों ने भी किया। उन्होंने दु:ख प्रकट करने के लिए अपने सिर पर धूल डाली।
मैं अपने दो सािक्षयों को आदेश दूँगा कि वे उन बारह सौ साठ दिनों तक टाट ओढ़े नबूवत करते रहें।”
जब यिफ्ताह ने उसे देखा तब शोक प्रकट करने के लिए उसने अपने वस्त्र फाड़े और यह कहा, ‘आह! मेरी बेटी, तूने मेरी कमर तोड़ दी! तू भी मेरी महा विपत्ति का कारण बन गई! मैंने प्रभु को वचन दिया है, और मैं उस वचन को वापस नहीं ले सकता।’