किन्तु वह अपना सब कुछ लेकर भाग गया। उसने फरात नदी पार की और वह गिलआद के पहाड़ी प्रदेश की ओर चल पड़ा।
उत्पत्ति 37:25 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) वे रोटी खाने बैठे। जब उन्होंने अपनी आँखें ऊपर उठाईं तब उन्हें यिश्माएलियों का एक कारवां दिखाई दिया, जो गिलआद की ओर से आ रहा था। वे अपने ऊंटों पर गोंद, बलसान और गन्धरस लादे हुए मिस्र देश जा रहे थे। पवित्र बाइबल यूसुफ कुएँ में था, उसके भाई भोजन करने बैठे। तब उन्होंने नज़र उठाई और व्यापारियों का एक दल को देखा जो गिलाद से मिस्र की यात्रा पर थे। उनके ऊँट कई प्रकार के मसाले और धन ले जा रहे थे। Hindi Holy Bible तब वे रोटी खाने को बैठ गए: और आंखे उठा कर क्या देखा, कि इश्माएलियों का एक दल ऊंटो पर सुगन्धद्रव्य, बलसान, और गन्धरस लादे हुए, गिलाद से मिस्र को चला जा रहा है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तब वे रोटी खाने बैठ गए; और आँखें उठाकर क्या देखा कि इश्माएलियों का एक दल ऊँटों पर सुगन्धद्रव्य, बलसान, और गन्धरस लादे हुए, गिलाद से मिस्र को चला जा रहा है। नवीन हिंदी बाइबल तब वे भोजन करने बैठ गए। उन्होंने जब आँखें उठाईं तो उन्हें इश्माएलियों का एक दल आता हुआ दिखाई दिया, जो अपने ऊँटों पर सुगंधित द्रव्य, बलसान, और गंधरस लादे हुए गिलाद से मिस्र को जा रहा था। सरल हिन्दी बाइबल यह करके वे भोजन करने बैठे. तभी उन्होंने देखा कि गिलआद की ओर से इशमाएलियों का एक समूह आ रहा था. उनके ऊंटों पर सुगंध गोंद, बलसान तथा गन्धरस लदे हुए थे. यह सब वे मिस्र ले जा रहे थे. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तब वे रोटी खाने को बैठ गए; और आँखें उठाकर क्या देखा कि इश्माएलियों का एक दल ऊँटों पर सुगन्ध-द्रव्य, बलसान, और गन्धरस लादे हुए, गिलाद से मिस्र को चला जा रहा है। |
किन्तु वह अपना सब कुछ लेकर भाग गया। उसने फरात नदी पार की और वह गिलआद के पहाड़ी प्रदेश की ओर चल पड़ा।
तब उसने अपने साथ कुटुम्बियों को लेकर याकूब का सात दिन तक पीछा किया और गिलआद के पहाड़ी प्रदेश में उसके पीछे-पीछे चला।
उस समय मिद्यानी व्यापारी वहाँ से निकले। भाइयों ने गड्ढे से यूसुफ को खींचकर बाहर निकाला और उसे चांदी के बीस सिक्कों में यिश्माएलियों के हाथ बेच दिया। वे यूसुफ को मिस्र देश ले गए।
उधर मिद्यानी व्यापारियों ने यूसुफ को मिस्र देश में राजा फरओ के पोटीफर नामक एक पदाधिकारी को बेच दिया। पोटीफर अंगरक्षकों का नायक था।
यूसुफ मिस्र देश में लाया गया। राजा फरओ के पदाधिकारी पोटीफर ने यिश्माएलियों के हाथ से उसे खरीदा, जो यूसुफ को वहाँ लाए थे। पोटीफर मिस्र देश का उच्चाधिकारी और राजमहल के अंगरक्षकों का नायक था।
उनके पिता याकूब ने उनसे कहा, ‘यदि ऐसी ही बात है तो यह करो : अपने बोरों में कनान देश की सर्वोत्तम वस्तुएँ रखो : बलसान, शहद, गोंद, गन्धरस, पिस्ता और बादाम। इन्हें मिस्र देश के स्वामी को भेंट देने के लिए ले जाओ।
हरकारे सम्राट की आज्ञा से शीघ्र ही आदेश-पत्र लेकर चले गए। राजाज्ञा की घोषणा शूशन नगर में भी की गई। तब सम्राट और हामान शराब पीने के लिए बैठे, पर शूशन नगर में घबराहट फैल गई।
क्या कुकर्मी नहीं समझते, मेरे लोगों का खून चूसने वाले कुकर्मी, क्या वे सब बिलकुल नासमझ हैं? वे मुझ-प्रभु की आराधना नहीं करते।
यह व्यभिचारिणी स्त्री का आचरण है : जैसे भोजन के बाद मनुष्य मुंह पोंछता है, वैसे ही व्यभिचारिणी स्त्री व्यभिचार कर्म के बाद कहती है, “मैंने कोई बुरा काम नहीं किया।”
‘ओ मेरी संगिनी, ओ मेरी दुलहन! मैं अपने उद्यान में आया हूं। मैंने अपना गन्धरस और बलसान चुन लिया। मैंने मधु छत्ते से टपकता मधु खाया। मैंने दूध के साथ अंगूर-रस पिया।’ ओ प्रेमियो, छककर पियो।’
यहूदा के राजा के राजमहल के सम्बन्ध में प्रभु यह कहता है : ‘तू मेरे लिए गिलआद के सदृश प्रिय और लबानोन पर्वत के शिखर के सदृश सुन्दर था; किन्तु अब मैं तुझको मरुस्थल बना दूंगा, तुझको उजाड़ नगर-जैसा निर्जन कर दूंगा।
ओ मिस्र! ओ कुंआरी कन्या! गिलआद प्रदेश जा, और वहां से बलसान औषधि ला। अब तक तूने व्यर्थ ही अनेक दवाइयां लीं; तू स्वस्थ नहीं होगी।
क्या गिलआद प्रदेश की बलसान औषधि समाप्त हो गई? क्या वहां अब वैद्य भी नहीं रहे? तब मेरे लोगों के घाव क्यों नहीं भर रहे हैं?
‘पूर्वी सीमा − यह हौरान और दमिश्क के मध्य स्थित हसर-एनोन नगर से आरम्भ होगी। फिर गिलआद और इस्राएल प्रदेश के बीच, मृत सागर और तामार तक यर्दन नदी सीमा बनाती है। यही पूर्व की सीमा होगी।
‘धिक्कार है तुम्हें, ओ हाथी दांत के पलंग पर सोनेवालो! शय्या पर आराम से पांव फैलाकर लेटनेवालो! भेड़शाला के मेमनों का कोमल मांस खानेवालो! पशुशाला के बछड़ों का मांस खानेवालो!
तुम प्याले-पर-प्याला शराब पीते हो; और सर्वोत्तम तेल से सिर की मालिश कराते हो! पर तुम्हें यूसुफ वंश के विनाश का कुछ भी दु:ख नहीं।
इसके अतिरिक्त गिलआद प्रदेश, गशूरी और मअकाती जातियों का समस्त प्रदेश, हेर्मोन पर्वत, सलकाह नगर तक का समस्त बाशान प्रदेश,