लाबान ने उससे कहा, ‘प्रभु के धन्य पुरुष, आप बाहर क्यों खड़े हैं? आइए। मैंने आपके लिए घर और आपके ऊंटों के लिए स्थान तैयार किया है।’
उत्पत्ति 37:11 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) यूसुफ के भाई उससे ईष्र्या करते थे। परन्तु उसके पिता ने ये बातें स्मरण रखीं। पवित्र बाइबल यूसुफ के भाई उससे लगातार इर्षा करते रहे। किन्तु यूसुफ के पिता ने इन सभी बातों के बारे में बहुत गहराई से विचार किया और सोचा कि उनका अर्थ क्या होगा? Hindi Holy Bible उसके भाई तो उससे डाह करते थे; पर उसके पिता ने उसके उस वचन को स्मरण रखा। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) उसके भाई उससे डाह करते थे; पर उसके पिता ने उसके उस वचन को स्मरण रखा। नवीन हिंदी बाइबल उसके भाई उससे ईर्ष्या करते थे, परंतु उसके पिता ने उसकी बात को मन में रखा। सरल हिन्दी बाइबल योसेफ़ के भाई उससे लगातार ईर्ष्या करते रहे. किंतु योसेफ़ के पिता ने इन सभी बातों को अपने मन में रखा. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 उसके भाई तो उससे डाह करते थे; पर उसके पिता ने उसके उस वचन को स्मरण रखा। |
लाबान ने उससे कहा, ‘प्रभु के धन्य पुरुष, आप बाहर क्यों खड़े हैं? आइए। मैंने आपके लिए घर और आपके ऊंटों के लिए स्थान तैयार किया है।’
यूसुफ को उन स्वप्नों का स्मरण हुआ, जो उसने अपने भाइयों के विषय में देखे थे। उसने उनसे कहा, ‘तुम लोग गुप्तचर हो, और मिस्र देश के असुरक्षित स्थानों का भेद लेने आए हो।’
फिर मैंने देखा कि सब परिश्रम और सारा कार्यकौशल अपने पड़ोसी के प्रति शत्रु-भावना से किया जाता है। अत: यह भी व्यर्थ है, यह मानो हवा को पकड़ना है।
एफ्रइम की ईष्र्या खत्म हो जाएगी; यहूदा में सतानेवाले समाप्त होंगे। एफ्रइम यहूदा से फिर नहीं जलेगा, और न यहूदा एफ्रइम को सताएगा।
प्रभु, न्याय करने के लिए तेरा हाथ उठा हुआ है; पर वे उसे नहीं देख रहे हैं। वे तेरे निज लोगों के प्रति तेरा उत्साह देखें, और तब वे लज्जित हों। शत्रुओं के प्रति तेरी क्रोधाग्नि उन्हें भस्म कर दे।
‘दर्शन के वास्तविक अर्थ की चर्चा यहाँ समाप्त हुई। पर जहाँ तक मेरा सम्बन्ध है, मेरे विचारों ने मुझे व्याकुल कर दिया। मेरे चेहरे का रंग बदल गया। किन्तु यह बात मैंने अपने मन में ही रखी, और किसी को नहीं बताई।’
येशु उनके साथ तीर्थनगर यरूशलेम से नसरत नगर गया और उनके अधीन रहा। उसकी माता ने इन सब बातों को अपने हृदय में संजोए रखा।
यहूदी इतनी बड़ी भीड़ देख कर ईष्र्या से जल गये और पौलुस की निन्दा करते हुए उनकी बातों का खण्डन करने लगे।
“इन कुलपतियों ने ईष्र्या के कारण यूसुफ़ को मिस्र देश में बेच दिया, किन्तु परमेश्वर उसके साथ रहा।
द्वेष, मतवालापन, रंगरलियाँ और इसी प्रकार की अन्य बातें। मैं आप लोगों से कहता हूँ, जैसा कि मैंने पहले भी कहा है, जो लोग इस प्रकार का आचरण करते हैं, वे परमेश्वर के राज्य के अधिकारी नहीं होंगे।
क्योंकि हम भी तो पहले नासमझ, अवज्ञाकारी, भटके हुए, हर प्रकार की वासनाओं और भोगों के वशीभूत थे। हम विद्वेष और ईष्र्या में जीवन बिताते थे। हम घृणित थे और एक दूसरे से बैर करते थे।
क्या तुम समझते हो कि धर्मग्रन्थ अकारण कहता है कि परमेश्वर ने जिस आत्मा को हम में समाविष्ट किया, उस को वह बड़ी ममता से चाहता है?
यह गीत सुनकर शाऊल बहुत क्रुद्ध हुआ। यह बात उसकी दृष्टि में बुरी लगी। उसने कहा, ‘ये स्त्रियां दाऊद को लाख शत्रु मारने का श्रेय दे रही हैं; और मुझे केवल हजार शत्रुओं का। अब दाऊद क्या पाने का प्रयत्न करेगा? केवल मेरा राज्य!’