राष्ट्र तेरी सेवा करें, विभिन्न जातियाँ तुझे दण्दवत् करें। तू अपने भाइयों का स्वामी बने। तेरी माँ के पुत्र तुझे दण्दवत् करें। तुझे शाप देने वाले स्वयं शापित हों, पर आशिष देनेवाले, आशिष प्राप्त करें।’
उत्पत्ति 37:10 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) जब उसने अपने पिता और भाइयों को यह स्वप्न बताया तब उसके पिता ने उसे डांटा और उससे कहा, ‘जो स्वप्न तूने देखा है, उसका क्या अर्थ है? क्या सचमुच मैं और तेरी मां तथा तेरे भाई तेरे सम्मुख खड़े होंगे और भूमि की ओर झुककर तेरा अभिवादन करेंगे?’ पवित्र बाइबल यूसुफ ने अपने पिता को भी इस सपने के बारे में बताया। किन्तु उसके पिता ने इसकी आलोचना की। उसके पिता ने कहा, “यह किस प्रकार का सपना है? क्या तुम्हें विश्वास है कि तुम्हारी माँ, तुम्हारे भाई और हम तुमको प्रणाम करेंगे?” Hindi Holy Bible यह स्वप्न उसने अपने पिता, और भाइयों से वर्णन किया: तब उसके पिता ने उसको दपट के कहा, यह कैसा स्वप्न है जो तू ने देखा है? क्या सचमुच मैं और तेरी माता और तेरे भाई सब जा कर तेरे आगे भूमि पर गिरके दण्डवत करेंगे? पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) इस स्वप्न का उसने अपने पिता और भाइयों से वर्णन किया तब उसके पिता ने उसको डाँट कर कहा, “यह कैसा स्वप्न है जो तू ने देखा है? क्या सचमुच मैं और तेरी माता और तेरे भाई सब जाकर तेरे आगे भूमि पर गिरके दण्डवत् करेंगे?” नवीन हिंदी बाइबल जब उसने यह स्वप्न अपने पिता और भाइयों को भी सुनाया, तो उसके पिता ने उसे डाँटकर कहा, “तूने यह कैसा स्वप्न देखा है? क्या मैं, तेरी माता और तेरे भाई सचमुच तेरे सामने भूमि पर गिरकर दंडवत् करेंगे?” सरल हिन्दी बाइबल यह स्वप्न योसेफ़ ने अपने पिता एवं भाइयों को बताया, जिसे सुन उनके पिता ने उसे डांटते हुए कहा, “यह कैसा स्वप्न देखते हो तुम! क्या यह वास्तव में संभव है कि मैं, तुम्हारी माता एवं तुम्हारे भाई तुम्हारे पास आएंगे और तुम्हें प्रणाम करेंगे?” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 इस स्वप्न का उसने अपने पिता, और भाइयों से वर्णन किया; तब उसके पिता ने उसको डाँटकर कहा, “यह कैसा स्वप्न है जो तूने देखा है? क्या सचमुच मैं और तेरी माता और तेरे भाई सब जाकर तेरे आगे भूमि पर गिरकर दण्डवत् करेंगे?” |
राष्ट्र तेरी सेवा करें, विभिन्न जातियाँ तुझे दण्दवत् करें। तू अपने भाइयों का स्वामी बने। तेरी माँ के पुत्र तुझे दण्दवत् करें। तुझे शाप देने वाले स्वयं शापित हों, पर आशिष देनेवाले, आशिष प्राप्त करें।’
हम सब खेत में पूले बाँध रहे हैं। अचानक मेरा पूला उठकर सीधा खड़ा हो गया। तुम्हारे पूलों ने मेरे पूले को चारों ओर से घेर लिया। वे झुककर उसका अभिवादन करने लगे।’
यूसुफ ने एक और स्वप्न देखा। उसने अपने भाइयों को स्वप्न बताया। यूसुफ ने कहा, ‘देखो, मैंने आज एक और स्वप्न देखा है: सूर्य, चन्द्रमा और ग्यारह तारे झुककर मेरा अभिवाहन कर रहे हैं।’
यूसुफ महल में आया। वे अपने पास की भेंट लेकर महल में उसके पास गए। उन्होंने भूमि की ओर झुककर उसका अभिवादन किया।
उन्होंने उत्तर दिया, ‘आपके सेवक, हमारे पिता, सकुशल हैं। वह अब तक जीवित हैं।’ उन्होंने सिर झुकाकर पुन: अभिवादन किया।
जिन्होंने तुझ पर अत्याचार किया था, उनकी सन्तान सिर झुकाए हुए तेरे पास आएगी; जो तुझसे घृणा करते थे, वे तेरे चरणों पर गिरकर तुझे साष्टांग प्रणाम करेंगे। वे तुझे इस नाम से पुकारेंगे: “प्रभु की नगरी” , “इस्राएल के पवित्र परमेश्वर का नगर-सियोन।”