उन्होंने हमोर और उसके पुत्र शकेम का भी वध कर दिया। वे शकेम के घर से दीना को लेकर चले गए।
उत्पत्ति 34:25 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) जब तीसरे दिन वे सब पीड़ित पड़े थे तब दीना के भाई, अर्थात् याकूब के दो पुत्र शिमोन और लेवी, तलवार लेकर नगर पर अचानक चढ़ आए। उन्होंने सब पुरुषों को मार डाला। पवित्र बाइबल तीन दिन बाद खतना कर दिए गए पुरुष अभी ज़ख्मी थे। याकूब के दो पुत्र शिमोन और लेवी जानते थे कि इस समय लोग कमज़ोर होगें, इसलिए वे नगर को गए और उन्होंने सभी पुरुषों को मार डाला। Hindi Holy Bible तीसरे दिन, जब वे लोग पीड़ित पड़े थे, तब ऐसा हुआ कि शिमोन और लेवी नाम याकूब के दो पुत्रों ने, जो दीना के भाई थे, अपनी अपनी तलवार ले उस नगर में निधड़क घुस कर सब पुरूषों को घात किया। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तीसरे दिन, जब वे लोग पीड़ित पड़े थे, तब ऐसा हुआ कि शिमोन और लेवी नामक याक़ूब के दो पुत्रों ने, जो दीना के भाई थे, अपनी अपनी तलवार ले उस नगर में निधड़क घुसकर सब पुरुषों को घात किया। नवीन हिंदी बाइबल तीसरे दिन, जब वे दर्द में थे तो ऐसा हुआ कि शिमोन और लेवी नामक याकूब के दो पुत्र, जो दीना के भाई थे, अपनी-अपनी तलवार लेकर चुपचाप उस नगर में घुस गए, और उन्होंने सब पुरुषों को मार डाला। सरल हिन्दी बाइबल तीन दिन बाद, जब नगर का हर एक पुरुष पीड़ा में था, याकोब के दोनों बेटे शिमओन और लेवी ने, जो दीनाह के भाई थे, अचानक हमला कर दिया तथा हर एक पुरुष की हत्या कर दी. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तीसरे दिन, जब वे लोग पीड़ित पड़े थे, तब ऐसा हुआ कि शिमोन और लेवी नामक याकूब के दो पुत्रों ने, जो दीना के भाई थे, अपनी-अपनी तलवार ले उस नगर में निधड़क घुसकर सब पुरुषों को घात किया। |
उन्होंने हमोर और उसके पुत्र शकेम का भी वध कर दिया। वे शकेम के घर से दीना को लेकर चले गए।
किन्तु राजा हिजकियाह ने प्रभु के उपकार का बदला न चुकाया, क्योंकि उसका हृदय गर्व से फूल उठा था। अत: प्रभु का क्रोध उस पर, यहूदा प्रदेश और यरूशलेम के निवासियों पर भड़क उठा।
जब तक दुर्जन दुष्कर्म न कर लें उनको नींद भी नहीं आती: जब तक वे निर्दोष व्यक्ति को सता नहीं लेते, नींद उनके पास फटकती भी नहीं।
अत: अब इन बच्चों में जो लड़के हैं, उन्हें तथा उन सब स्त्रियों को, जो पुरुषों के साथ सहवास कर चुकी हैं, मार डालो।
जो आज्ञा प्रभु ने मूसा को दी थी, उसके अनुसार इस्राएलियों ने मिद्यानियों के विरुद्ध युद्ध छेड़ दिया। उन्होंने सब पुरुषों को मार डाला।
जब तक समस्त इस्राएली कौम के पुरुषों की, मिस्र देश से बाहर निकलने वाले सैनिकों की, मृत्यु नहीं हुई, तब तक वे चालीस वर्ष तक निर्जन प्रदेश में भटकते रहे, क्योंकि उन्होंने प्रभु की वाणी नहीं सुनी थी। प्रभु ने शपथ खाई कि वह उन्हें उस देश के, दूध और शहद की नदियों वाले देश के, दर्शन नहीं कराएगा, जिसको प्रदान करने की शपथ उसने उनके पूर्वजों से खाई थी।
जब इस्राएली कौम के सब पुरुषों का खतना हो गया, तब वे पूर्णत: स्वस्थ होने तक अपने-अपने निवास-स्थान में, तम्बुओं में ठहरे रहे।