राहेल के प्रति याकूब का क्रोध भड़क उठा। वह बोला, ‘क्या मैं परमेश्वर के स्थान पर हूँ, जिसने तुझे गर्भवती होने से वंचित किया है?’
उत्पत्ति 31:36 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) अब याकूब का क्रोध भड़क उठा। उसने लाबान को झिड़का। उसने लाबान से कहा, ‘मेरा अपराध क्या है? मेरा पाप क्या है कि आपने उत्तेजित होकर मेरा पीछा किया? पवित्र बाइबल तब याकूब बहुत क्रोधित हुआ। याकूब ने कहा, “मैंने क्या बुरा किया है? मैंने कौन सा नियम तोड़ा है? मेरा पीछा करने और मुझे रोकने का अधिकार तुम्हें कैसे है? Hindi Holy Bible तब याकूब क्रोधित हो कर लाबान से झगड़ने लगा, और कहा, मेरा क्या अपराध है? मेरा क्या पाप है, कि तू ने इतना क्रोधित हो कर मेरा पीछा किया है? पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तब याक़ूब क्रोधित होकर लाबान से झगड़ने लगा, और कहा, “मेरा क्या अपराध है? मेरा क्या पाप है कि तू ने इतना क्रोधित होकर मेरा पीछा किया है? नवीन हिंदी बाइबल तब याकूब ने क्रोधित होकर लाबान को झिड़का। याकूब ने लाबान से कहा, “मेरा अपराध क्या है? मेरा पाप क्या है कि तूने इतना क्रोधित होकर मेरा पीछा किया है? सरल हिन्दी बाइबल तब याकोब का क्रोध उद्दीप्त हो उठा. वह लाबान से तर्क-वितर्क करने लगे, “क्या अपराध है मेरा?” क्या पाप किया है मैंने, जो आप इस प्रकार मेरा पीछा करते हुए आ रहे हैं? इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तब याकूब क्रोधित होकर लाबान से झगड़ने लगा, और कहा, “मेरा क्या अपराध है? मेरा क्या पाप है, कि तूने इतना क्रोधित होकर मेरा पीछा किया है? |
राहेल के प्रति याकूब का क्रोध भड़क उठा। वह बोला, ‘क्या मैं परमेश्वर के स्थान पर हूँ, जिसने तुझे गर्भवती होने से वंचित किया है?’
राहेल अपने पिता से बोली, ‘पिता जी, क्रोध न करें। मैं आपके सम्मुख खड़े होने में असमर्थ हूँ। मुझे मासिक धर्म हो रहा है।’ इस प्रकार लाबान ने ढूँढ़ा; पर उसे गृह-देवताओं की मूर्तियाँ नहीं मिलीं।
यद्यपि आपने मेरे सब सामान की तलाशी ली, पर आपको मेरे घर की सामग्री में क्या मिला? उसे मेरे कुटुम्बी तथा अपने कुटुम्बी जनों के सामने रखिए जिससे वे हम दोनों का न्याय करें।
जब याकूब के पुत्रों ने उसके विषय में सुना तब वे दु:खित हुए। वे चरागाह से आए। वे बहुत क्रुद्ध थे; क्योंकि शकेम ने याकूब की पुत्री के साथ सोकर इस्राएली समाज में मूर्खतापूर्ण कार्य किया था। ऐसा कार्य नहीं किया जाना चाहिए था।
उनके क्रोध को धिक्कार है, क्योंकि वह प्रचण्ड है। उनके रोष को धिक्कार है, क्योंकि वह निर्दय है। मैं उन्हें याकूब के देश में विभाजित करूँगा; उन्हें इस्राएल में तितर-बितर करूँगा।
परमेश्वर के जन एलीशा उससे नाराज हुए। उन्होंने कहा, ‘तुम्हें पांच-छ: बार भूमि पर प्रहार करना चाहिए था। तब तुम सीरियाई सेना का पूर्ण संहार करते। परन्तु अब तुम सीरियाई सेना का तीन बार ही संहार करोगे।’
परन्तु नामान नाराज हुआ। उसने कहा, ‘मैं यह सोचता था कि नबी घर से बाहर निकलेगा। वह मेरे पास खड़ा होगा। वह अपने प्रभु परमेश्वर के नाम का आह्वान करेगा। वह मेरे शरीर के दागों पर अपना हाथ फेरेगा, और कुष्ठ-रोग से मुझे स्वस्थ करेगा।
जब कोई पीछा भी नहीं करता तब भी दुर्जन डर से भागता है; पर धार्मिक मनुष्य सिंह के समान साहसी होता है, और वह निर्भयता से शत्रु का सामना करता है।
मूसा को बड़ा क्रोध आया। उन्होंने प्रभु से कहा, ‘उनकी भेंटों की ओर ध्यान मत देना। मैंने घूस में उनसे एक गधा भी नहीं लिया और न उनमें से किसी का अनिष्ट ही किया।’
वे मूसा से विवाद करने लगे। उन्होंने कहा, ‘भला होता कि हम उस समय मर गए होते जब प्रभु के सम्मुख हमारे भाई-बहिनों के प्राण निकले थे।
उनके हृदय की कठोरता देख कर येशु को दु:ख हुआ और वह उन पर क्रोध भरी दृष्टि दौड़ा कर उस मनुष्य से बोले, “अपना हाथ बढ़ाओ।” उसने अपना हाथ बढ़ाया और उसका हाथ अच्छा हो गया।
यदि आप क्रुद्ध हो जायें, तो इस कारण पाप न करें-सूरज के डूबने तक अपना क्रोध कायम नहीं रहने दें।