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उत्पत्ति 31:1 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)

याकूब ने सुना कि लाबान के पुत्र उसके विषय में ये बातें कह रहे हैं, ‘याकूब ने हमारे पिता का सब कुछ छीन लिया है। हमारे पिता के धन से ही उसने यह सब धन-सम्‍पत्ति अर्जित की है।’

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पवित्र बाइबल

एक दिन याकूब ने लाबान के पुत्रों को बात करते सुना। उन्होंने कहा, “हम लोगों के पिता का सब कुछ याकूब ने ले लिया है। याकूब धनी हो गया है, और यह सारा धन उसने हमारे पिता से लिया है।”

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Hindi Holy Bible

फिर लाबान के पुत्रों की ये बातें याकूब के सुनने में आई, कि याकूब ने हमारे पिता का सब कुछ छीन लिया है, और हमारे पिता के धन के कारण उसकी यह प्रतिष्ठा है।

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पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)

फिर लाबान के पुत्रों की ये बातें याक़ूब के सुनने में आईं, “याक़ूब ने हमारे पिता का सब कुछ छीन लिया है, और हमारे पिता के धन के कारण उसकी यह प्रतिष्‍ठा है।”

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नवीन हिंदी बाइबल

तब याकूब ने सुना कि लाबान के पुत्र ये बातें कह रहे हैं, “याकूब ने हमारे पिता का सब कुछ हड़प लिया है, और जो कुछ हमारे पिता का था उसी से उसने यह सारी संपत्ति बनाई है।”

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सरल हिन्दी बाइबल

याकोब के कानों में यह समाचार पड़ा कि लाबान के पुत्र बड़बड़ा रहे थे, “याकोब ने तो वह सब हड़प लिया है, जो हमारे पिता का था और अब वह हमारे पिता ही की संपत्ति के आधार पर समृद्ध बना बैठा है.”

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इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019

फिर लाबान के पुत्रों की ये बातें याकूब के सुनने में आईं, “याकूब ने हमारे पिता का सब कुछ छीन लिया है, और हमारे पिता के धन के कारण उसकी यह प्रतिष्ठा है।”

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उत्पत्ति 31:1
23 क्रॉस रेफरेंस  

इस प्रकार याकूब अत्‍यन्‍त समृद्ध हो गया। उसके पास अनेक भेड़-बकरियाँ, सेवक-सेविकाएँ, ऊंट और गधे हो गए।


याकूब ने लाबान के मुख को देखकर ताड़ लिया कि वह उसके प्रति पहले जैसा कृपालु नहीं रहा।


लाबान ने याकूब को उत्तर दिया, ‘ये पुत्रियाँ मेरी ही पुत्रियाँ हैं। ये बच्‍चे मेरे ही बच्‍चे हैं। ये भेड़-बकरियाँ भी मेरी भेड़-बकरियाँ हैं। जो कुछ तुम देख रहे हो, वह सब मेरा ही है। परन्‍तु आज मैं इन पुत्रियों और इनसे उत्‍पन्न बच्‍चों के साथ क्‍या कर सकता हूँ?


तुम मेरे पिता से, मिस्र देश में मेरे समस्‍त प्रताप का, और जो कुछ तुमने देखा है, उन सबका वर्णन अवश्‍य करना। अब शीघ्रता करो और मेरे पिता को यहाँ ले आओ।’


वे आए। हामान ने उनके सामने अपनी धन-सम्‍पत्ति का वैभव प्रदर्शित किया। उसने उन्‍हें बताया कि उसके कितने पुत्र हैं। उसने यह भी बताया कि सम्राट ने उसका कितना सम्‍मान किया, और उसकी पदोन्नति की, अपने सब दरबारियों और पदाधिकारियों में उसको सर्वोच्‍च पद प्रदान किया।


सच तो यह है कि मेरे तम्‍बू में रहनेवाला प्रत्‍येक व्यक्‍ति यह कहता है : “कौन है वह मनुष्‍य जो अय्‍यूब के घर का भोजन खाकर तृप्‍त नहीं हुआ?”


अपने हाथों द्वारा दुर्जनों से, पृथ्‍वी के उन पुरुषों से, जिनका भाग इसी जीवन में है, मेरे प्राण को मुक्‍त कर। उनके पेट तेरे दण्‍ड-भण्‍डार से भरे जाएं; उनके पुत्रों को यथेष्‍ट से अधिक दण्‍ड मिले; वे अपने बच्‍चों के लिए भी पर्याप्‍त दण्‍ड छोड़ जाएं।


मेरा प्राण सिंहों के मध्‍य है; मैं धधकती ज्‍वाला में सोता हूँ; ऐसे मनुष्‍यों के बीच जिन के दांत भाले और तीर हैं, जिनकी जीभ दुधारी तलवार है।


शान्‍त मन शरीर को स्‍वस्‍थ रखता है, पर क्रोध की ज्‍वाला हड्डियों को भी भस्‍म कर देती है।


क्रोध निर्दय होता है; गुस्‍सा मनुष्‍य को दबोच देता है; पर ईष्‍र्या के सामने कौन ठहर सकता है?


फिर मैंने देखा कि सब परिश्रम और सारा कार्यकौशल अपने पड़ोसी के प्रति शत्रु-भावना से किया जाता है। अत: यह भी व्‍यर्थ है, यह मानो हवा को पकड़ना है।


मृतक-लोक की भूख बढ़ गई है, वह मुंह फैलाए खड़ा है। यरूशलेम नगर का अभिजात्‍य वर्ग, जन-साधारण वर्ग, शोरगुल करती हुई भीड़ और आमोद-प्रमोद में डूबे हुए लोग, मृतक-लोक के मुंह में समा जाएंगे।


प्रभु यों कहता है, ‘बुद्धिमान मनुष्‍य अपनी बुद्धि पर गर्व न करे, और न बलवान अपने बल पर। धनवान मनुष्‍य अपने धन का घमण्‍ड न करे।


देख, कहावत कहनेवाले तेरे विषय में यह कहावत कहेंगे, “जैसी मां वैसी बेटी!”


फिर शैतान उनको एक अत्‍यन्‍त ऊंचे पहाड़ पर ले गया और संसार के सभी राज्‍य और उनका वैभव दिखला कर


तो मैं समझता हूँ कि घमण्‍ड ने उसे अन्‍धा बना दिया है; वह कुछ नहीं समझता और उसे वाद-विवाद तथा निरर्थक शास्‍त्रार्थ करने का रोग हो गया है। इस प्रकार के विवादों से ईष्‍र्या, फूट, परनिन्‍दा, दूसरों पर कुत्‍सित सन्‍देह


क्‍योंकि हम भी तो पहले नासमझ, अवज्ञाकारी, भटके हुए, हर प्रकार की वासनाओं और भोगों के वशीभूत थे। हम विद्वेष और ईष्‍र्या में जीवन बिताते थे। हम घृणित थे और एक दूसरे से बैर करते थे।


क्‍योंकि धर्मग्रन्‍थ में लिखा है- “समस्‍त शरीरधारी घास के सदृश हैं और उनका सौन्‍दर्य घास के फूल की तरह। घास मुरझाती है और फूल झड़ता है,