याकूब ने उससे कहा, ‘जो सेवा मैंने आपकी की है, और जिस प्रकार आपके पशु मेरे साथ रहे हैं, उनके विषय में आप स्वयं जानते हैं।
उत्पत्ति 30:30 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) मेरे यहाँ आने के पहले आपके पास थोड़ी सम्पत्ति थी, पर अब वह कितनी बढ़ गई! जहाँ-जहाँ मेरे पैर पड़े, प्रभु ने आपको आशिष दी। परन्तु मैं अपनी घर-गृहस्थी के लिए कब कार्य करूँगा?’ पवित्र बाइबल जब मैं आया था, तुम्हारे पास थोड़ी सी थीं। अब तुम्हारे पास बहुत अधिक हैं। हर बार जब मैंने तुम्हारे लिए कुछ किया है यहोवा ने तुम पर कृपा की है। अब मेरे लिए समय आ गया है कि मैं अपने लिए काम करूँ, यह मेरे लिए अपना घर बनाने का समय है।” Hindi Holy Bible मेरे आने से पहिले वे कितने थे, और अब कितने हो गए हैं; और यहोवा ने मेरे आने पर तुझे तो आशीष दी है: पर मैं अपने घर का काम कब करने पाऊंगा? पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) मेरे आने से पहले वे कितने थे, और अब कितने हो गए हैं; और यहोवा ने मेरे आने पर तुझे आशीष दी है। पर मैं अपने घर का काम कब करने पाऊँगा?” नवीन हिंदी बाइबल मेरे आने से पहले तेरे पास जो थोड़े से पशु थे, वे अब कितने बढ़ गए हैं, और जहाँ कहीं मेरे पैर पड़े वहाँ यहोवा ने तुझे आशिष दी है। परंतु मैं अपने घराने के लिए कब काम करूँगा?” सरल हिन्दी बाइबल पहले पशु कम थे लेकिन अब बहुत ज्यादा हो गये हैं. मैंने जो भी काम किया, उसमें याहवेह ने आशीष दी है. लेकिन अब मैं अपने घराने के बारे में सोचना चाहता हूं.” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 मेरे आने से पहले वे कितने थे, और अब कितने हो गए हैं; और यहोवा ने मेरे आने पर तुझे आशीष दी है। पर मैं अपने घर का काम कब करने पाऊँगा?” |
याकूब ने उससे कहा, ‘जो सेवा मैंने आपकी की है, और जिस प्रकार आपके पशु मेरे साथ रहे हैं, उनके विषय में आप स्वयं जानते हैं।
लाबान ने कहा, ‘मैं क्या दूँ?’ याकूब ने उत्तर दिया, ‘आप मुझे कुछ मत दीजिए। यदि आप मेरा एक कार्य करें तो मैं आपकी भेड़-बकरियों को चराऊंगा, और उनकी देख-भाल करूँगा :
इस प्रकार याकूब अत्यन्त समृद्ध हो गया। उसके पास अनेक भेड़-बकरियाँ, सेवक-सेविकाएँ, ऊंट और गधे हो गए।
अब मैं तीसरी बार आप लोगों के यहाँ आने की तैयारियाँ कर रहा हूँ, और आप के लिए भार नहीं बनूँगा; क्योंकि मैं आप लोगों को चाहता हूँ, आपकी सम्पत्ति को नहीं। बच्चों को अपने माता-पिता के लिए धन एकत्र करना नहीं चाहिए, बल्कि माता-पिता को अपने बच्चों के लिए।
‘जिस देश पर अधिकार करने के लिए तुम वहां प्रवेश कर रहे हो, वह मिस्र देश के समान नहीं है, जहां से तुम बाहर निकले हो। मिस्र देश वनस्पति के बगीचे के समान है, जहां तुम बीज बोते थे, और स्वयं अपने पैरों से रहट चलाकर उसको सींचते थे।
यदि कोई व्यक्ति अपने सम्बन्धियों की, विशेष कर अपने निजी परिवार की देख-रेख नहीं करता, वह विश्वास को त्याग चुका और अविश्वासी से भी बुरा है।