उत्पत्ति 29:31 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) जब प्रभु ने देखा कि लिआ से घृणा की जाती है, तब उसने उसे पुत्रवती बनाया। पर राहेल निस्सन्तान रही। पवित्र बाइबल यहोवा ने देखा कि याकूब लिआ से अधिक राहेल को प्यार करता है। इसलिए यहोवा ने लिआ को इस योग्य बनाया कि वह बच्चों को जन्म दे सके। लेकिन राहेल को कोई बच्चा नहीं हुआ। Hindi Holy Bible जब यहोवा ने देखा, कि लिआ: अप्रिय हुई, तब उसने उसकी कोख खोली, पर राहेल बांझ रही। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) जब यहोवा ने देखा, कि लिआ: अप्रिय हुई, तब उसने उसकी कोख खोली, पर राहेल बाँझ रही। नवीन हिंदी बाइबल जब यहोवा ने देखा कि लिआ को अप्रिय जाना गया है, तो उसने उसकी कोख खोली, पर राहेल बाँझ रही। सरल हिन्दी बाइबल जब याहवेह ने देखा कि लियाह को प्यार नहीं मिल रहा, याहवेह ने लियाह को गर्भ से आशीषित किया और राहेल को बांझ कर दिया. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 जब यहोवा ने देखा कि लिआ अप्रिय हुई, तब उसने उसकी कोख खोली, पर राहेल बाँझ रही। |
अब्राम की पत्नी सारय को कोई सन्तान नहीं हुई थी। उसके पास एक मिस्री दासी थी। उसका नाम हागार था।
क्योंकि प्रभु ने अब्राहम की पत्नी सारा के कारण अबीमेलक के महल की सभी स्त्रियों को पूर्णत: बन्ध्या बना दिया था।
रिबका बांझ थी। अतएव इसहाक ने अपनी पत्नी के लिए प्रभु से निवेदन किया। प्रभु ने उसे सुना, और इसहाक की पत्नी गर्भवती हुई।
उस आशीर्वाद के कारण जिसे उसके पिता ने याकूब को दिया था, एसाव याकूब से घृणा करने लगा। एसाव ने अपने मन में कहा, ‘पिता के मृत्यु-शोक दिवस निकट हैं। उसके बाद मैं अपने भाई की हत्या करूँगा।’
याकूब राहेल के पास भी गया। पर उसने लिआ से अधिक राहेल से प्रेम किया। उसने सात वर्ष और लाबान की सेवा की।
लिआ गर्भवती हुई। उसने एक पुत्र को जन्म दिया। उसने उसका नाम ‘रूबेन’ रखा; क्योंकि वह कहती थी, ‘प्रभु ने मेरी पीड़ा पर दृष्टि की है। अब निश्चय ही मेरा पति मुझसे प्रेम करेगा।’
ये लिआ के पुत्र थे : रूबेन (याकूब का ज्येष्ठ पुत्र), शिमोन, लेवी, यहूदा, इस्साकार और ज़बूलून।
प्रभु ने कहा, ‘मैंने निश्चय ही अपनी प्रजा की, जो मिस्र देश में है, दु:ख-पीड़ा देखी है। उनसे बेगार कराने वालों के कारण उत्पन्न उनकी दुहाई सुनी है। मैं उनके दु:ख को जानता हूं।
और एसाव से घृणा की। मैंने एसाव वंश के पहाड़ी प्रदेश को उजाड़ दिया, और उनकी पैतृक भूमि मरुस्थल के गीदड़ों को सौंप दी।’
“जो पुत्र अपने पिता या अपनी माता को मुझ से अधिक प्रेम करता है, वह मेरे योग्य नहीं। जो पिता अपने पुत्र या अपनी पुत्री को मुझ से अधिक प्रेम करता है, वह मेरे योग्य नहीं।
“कोई भी मनुष्य दो स्वामियों की सेवा नहीं कर सकता। वह या तो एक से बैर और दूसरे से प्रेम करेगा, या एक का आदर और दूसरे का तिरस्कार करेगा। तुम परमेश्वर और धन, दोनों की सेवा नहीं कर सकते।
“यदि कोई मेरे पास आता है और अपने माता-पिता, पत्नी, सन्तान, भाई-बहिनों और यहाँ तक कि अपने जीवन से बैर नहीं करता, तो वह मेरा शिष्य नहीं हो सकता।
जो अपने प्राण को प्यार करता है, वह उसको नष्ट करता है और जो इस संसार में अपने प्राण से बैर करता है, वह उसे शाश्वत जीवन के लिए सुरक्षित रखता है।
तब परमेश्वर ने अब्राहम के लिए ख़तने का विधान निर्धारित किया। और सचमुच, अब्राहम ने इसहाक को उत्पन्न किया और आठवें दिन उनका ख़तना किया। इसहाक से याकूब और याकूब से बारह कुलपति उत्पन्न हुए।
‘यदि किसी पुरुष की दो स्त्रियां हों, एक उसको प्रिय हो, पर दूसरी अप्रिय और दोनों स्त्रियों से उसके पुत्र उत्पन्न हों, परन्तु यदि ज्येष्ठ पुत्र अप्रिय स्त्री से उत्पन्न हो,
इस प्रकार बोअज ने रूत से विवाह कर लिया। वह उसकी पत्नी बन गई। बोअज ने रूत से सहवास किया। प्रभु की कृपा से वह गर्भवती हुई, और उसने एक बालक को जन्म दिया।
वह गर्भवती हुई, और यथासमय उसने एक पुत्र को जन्म दिया। उसने अपने पुत्र का नाम ‘शमूएल’ रखा। वह कहती थी, ‘क्योंकि मैंने इसको प्रभु से माँगा था।’
यद्यपि वह हन्नाह से प्रेम करता था तो भी वह उसे बलि-पशु के माँस का केवल एक टुकड़ा देता था; क्योंकि प्रभु ने हन्नाह को संतान नहीं दी थी।
प्रभु ने हन्नाह की सुधि ली। उसका गर्भ खुल गया। उसने तीन पुत्रों और दो पुत्रियों को जन्म दिया। बालक शमूएल प्रभु के पवित्र स्थान में बड़ा हुआ।