उसे मैदान में एक कुआं दिखाई दिया। वहाँ कुएँ के पास भेड़-बकरियों के तीन रेवड़ बैठे थे; क्योंकि कुएँ से ही उन्हें पानी पिलाया जाता था। कुएँ के मुँह पर एक बड़ा पत्थर था।
उत्पत्ति 29:3 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) जब सब भेड़-बकरियों के रेवड़ वहाँ एकत्र हो जाते, तब चरवाहे उस पत्थर को कुएँ के मुँह से लुढ़काकर भेड़-बकरियों को पानी पिलाते थे। उसके बाद वे उस पत्थर को कुएँ के मुँह पर, उसके स्थान पर, पुन: रख देते थे। पवित्र बाइबल जब सभी भेड़ें वहाँ इकट्ठी हो जातीं तो गड़ेंरिये चट्टान को कुएँ के मुँह पर से हटाते थे। तब सभी भेड़े उसका जल पी सकती थीं। जब भेड़ें पी चुकती थीं तब गड़ेरिये शिला को फिर अपनी जगह पर रख देते थे। Hindi Holy Bible और जब सब झुण्ड वहां इकट्ठे हो जाते तब चरवाहे उस पत्थर को कुएं के मुंह पर से लुढ़का कर भेड़-बकरियों को पानी पिलाते, और फिर पत्थर को कुएं के मुंह पर ज्यों का त्यों रख देते थे। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) और जब सब झुण्ड वहाँ इकट्ठा हो जाते तब चरवाहे उस पत्थर को कूएँ के मुँह पर से लुढ़काकर भेड़–बकरियों को पानी पिलाते, और फिर पत्थर को कुएँ के मुँह पर ज्यों का त्यों रख देते थे। नवीन हिंदी बाइबल जब सब झुंड वहाँ इकट्ठा हो जाते थे तब चरवाहे उस पत्थर को कुएँ के मुँह पर से लुढ़काकर भेड़-बकरियों को पानी पिलाते थे, और वे पत्थर को कुएँ के मुँह पर फिर से रख देते थे। सरल हिन्दी बाइबल जब भेड़-बकरियां एक साथ इकट्ठी हो जातीं तब कुएं से पत्थर हटाकर भेड़-बकरियों को पानी पिलाया जाता था, फिर पत्थर कुएं पर वापस लुढ़का दिया जाता था. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 और जब सब झुण्ड वहाँ इकट्ठे हो जाते तब चरवाहे उस पत्थर को कुएँ के मुँह पर से लुढ़काकर भेड़-बकरियों को पानी पिलाते, और फिर पत्थर को कुएँ के मुँह पर ज्यों का त्यों रख देते थे। |
उसे मैदान में एक कुआं दिखाई दिया। वहाँ कुएँ के पास भेड़-बकरियों के तीन रेवड़ बैठे थे; क्योंकि कुएँ से ही उन्हें पानी पिलाया जाता था। कुएँ के मुँह पर एक बड़ा पत्थर था।
याकूब ने चरवाहों से पूछा, ‘भाइयो, आप कहाँ से आए हैं?’ उन्होंने उत्तर दिया, ‘हम हारान नगर से आए हैं।’
परन्तु वे बोले, ‘अभी हम ऐसा नहीं कर सकते। जब सब रेवड़ एकत्र हो जाएँगे और कुएँ के मुँह से पत्थर लुढ़काया जाएगा, तब हम भेड़-बकरियों को पानी पिलाएँगे।’
किन्तु चरवाहे आकर उन्हें हटाने लगे। तब मूसा उठे। उन्होंने पुरोहित की पुत्रियों की सहायता की और उनके रेवड़ को पानी पिलाया।
मेरी दुलहन उस वाटिका के सदृश है जिसका प्रवेश-द्वार बन्द है। वह प्रवेश-निषिद्ध उद्यान है! वह मुहरबन्द झरना है!
पनघट पर पानी भरनेवाली स्त्रियाँ उच्च स्वर में गीत गाती हैं; वे प्रभु की विजय के गीत गाती हैं; इस्राएली ग्रामीणों की विजय के गीत गाती हैं। तब प्रभु के लोग नगर के प्रवेश-द्वारों पर गए।