तत्पश्चात् वह वहाँ से हटकर बेत-एल नगर की पूर्व दिशा में स्थित एक पहाड़ पर पहुँचे। वहाँ उन्होंने अपना तम्बू गाड़ा। पहाड़ के पश्चिम में बेत-एल और पूर्व में ऐ नगर थे। वहाँ अब्राम ने प्रभु के लिए एक वेदी बनाई, और प्रभु के नाम से आराधना की।
उत्पत्ति 28:19 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) याकूब ने उस स्थान का नाम ‘बेत-एल’ रखा। पहले उस नगर का नाम लूज था। पवित्र बाइबल उस जगह का नाम लूज था किन्तु याकूब ने उसे बेतेल नाम दिया। Hindi Holy Bible और उसने उस स्थान का नाम बेतेल रखा; पर उस नगर का नाम पहिले लूज था। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) उसने उस स्थान का नाम बेतेल रखा; पर उस नगर का नाम पहले लूज था। नवीन हिंदी बाइबल उसने उस स्थान का नाम बेतेल रखा; यद्यपि उस नगर का नाम पहले लूज था। सरल हिन्दी बाइबल याकोब ने उस स्थान का नाम बेथेल रखा; जबकि उस स्थान का नाम लूज़ था. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 और उसने उस स्थान का नाम बेतेल रखा; पर उस नगर का नाम पहले लूज था। |
तत्पश्चात् वह वहाँ से हटकर बेत-एल नगर की पूर्व दिशा में स्थित एक पहाड़ पर पहुँचे। वहाँ उन्होंने अपना तम्बू गाड़ा। पहाड़ के पश्चिम में बेत-एल और पूर्व में ऐ नगर थे। वहाँ अब्राम ने प्रभु के लिए एक वेदी बनाई, और प्रभु के नाम से आराधना की।
वह एक स्थान पर पहुँचा। उसने वहीं रात व्यतीत की; क्योंकि सूर्य अस्त हो गया था। उसने उस स्थान में पड़े पत्थरों में से एक पत्थर लेकर उसे अपने सिर के नीचे रखा, और वह उसी स्थान पर सो गया।
मैं उसी बेत-एल स्थान का परमेश्वर हूँ, जहाँ तूने स्तम्भ को तेल से अभिसिंचित किया था, जहाँ तूने मेरी मन्नत मानी थी। अब उठ! इस देश से बाहर निकल और अपनी जन्मभूमि को लौट जा।”
परमेश्वर ने याकूब से कहा, ‘उठ, बेत-एल नगर को जा, और वहाँ निवास कर। तू वहाँ उस ईश्वर के लिए एक वेदी बनाना जिसने तुझे दर्शन दिया था जब तू अपने भाई एसाव के सम्मुख से भागा था।’
याकूब ने उस स्थान पर, जहाँ परमेश्वर ने उससे बातें की थीं, पत्थर का एक स्तम्भ खड़ा किया। उसने उस पर ‘पेयबलि’ उण्डेली। उसने उस पर तेल भी उण्डेला।
जिस स्थान पर परमेश्वर ने याकूब से वार्तालाप किया था, उसने उस स्थान का नाम बेत-एल रखा।
याकूब कनान देश के लूज नगर (अर्थात् बेत-एल) में आया। उसका परिवार एवं उसके साथ के सब लोग भी आए।
याकूब ने वहाँ एक वेदी बनाई और उस स्थान का नाम ‘एल-बेत-एल’ रखा; क्योंकि जब वह अपने भाई के सम्मुख से भागा था, तब वहाँ परमेश्वर ने स्वयं को उस पर प्रकट किया था।
याकूब ने यूसुफ से कहा, ‘सर्वशक्तिमान परमेश्वर ने मुझे कनान देश के लूज नगर में दर्शन दिए थे। उसने मुझे यह आशिष दी थी,
यारोबआम ने बछड़े की एक प्रतिमा बेत-एल नगर में और दूसरी प्रतिमा दान नगर में प्रतिष्ठित की।
एलियाह ने एलीशा से कहा, ‘प्रभु मुझे बेत-एल नगर को भेज रहा है, इसलिए तू यहीं ठहर।’ पर एलीशा ने उत्तर दिया, ‘जीवन्त प्रभु की सौगन्ध! आपके जीवन की सौगन्ध! मैं आपको कदापि अकेला नहीं छोड़ूंगा।’ अत: वे बेत-एल नगर को गए।
तब अबियाह ने यारोबआम का पीछा किया, और उससे ये नगर छीन लिए: बेतएल और उसके आस-पास के गांव, यशनाह और उसके आस-पास के गांव, एप्रोन और उसके आस-पास के गांव।
ओ इस्राएल प्रदेश! यद्यपि तूने मेरे साथ विश्वासघात किया, तथापि यहूदा प्रदेश अधर्म न करे। गिलगाल नगर में प्रवेश मत करो। बेत-आवेन पर पूजा के लिए मत चढ़ो। वहाँ ‘जीवित परमेश्वर की सौगन्ध’ मत लो।
सीमा-रेखा वहां से दक्षिण दिशा में लूज की ओर, लूज पर्वत-श्रेणी (अर्थात् बेत-एल) की ओर जाती थी। वहां से निचले बेत-होरोन के दक्षिण में स्थित पर्वत से होते हुए अट्रोत-अद्दार पर नीचे उतर जाती थी।
यहोशुअ ने पांच हजार सैनिक लिए और उन्हें ऐ नगर के पश्चिम में, ऐ नगर और बेत-एल के मध्य एक स्थान पर छिपाकर बैठा दिया।
तब सब इस्राएली लोग, समस्त सेना बेत-एल गई। वे प्रभु के सम्मुख आए। वे वहाँ प्रभु के सम्मुख बैठ गए। वे रोए। उन्होंने सन्ध्या समय तक उपवास किया, और प्रभु के सम्मुख अग्नि-बलि और सहभागिता-बलि अर्पित की।
जब तुम वहाँ से और आगे बढ़ोगे, और ताबोर के बांज वृक्ष के पास पहुँचोगे तब तुम्हें वहाँ तीन मनुष्य मिलेंगे, जो बेत-एल की ओर परमेश्वर के पास जा रहे होंगे। उनमें से एक मनुष्य बकरी के तीन बच्चे, दूसरा तीन रोटियाँ और तीसरा अंगूर के रस से भरा एक कुप्पा ले जा रहा होगा।
वह प्रतिवर्ष बेत-एल, गिलगाल और मिस्पाह का दौरा करता था। वह इन स्थानों में इस्राएलियों का न्याय करता था।