इस प्रकार इसहाक उसे नहीं पहचान सके; क्योंकि उसके हाथ उसके भाई एसाव के समान रोएंदार थे। अत: इसहाक ने उसे आशीर्वाद दिया।
उत्पत्ति 27:24 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) पर उन्होंने पूछा, ‘क्या तू निश्चय ही मेरा पुत्र एसाव है?’ याकूब बोला, ‘हाँ, मैं हूँ।’ पवित्र बाइबल इसहाक ने कहा, “क्या सचमुच तुम मेरे पुत्र एसाव हो?” याकूब ने उत्तर दिया, “हाँ, मैं हूँ।” Hindi Holy Bible और उसने पूछा, क्या तू सचमुच मेरा पुत्र ऐसाव है? उसने कहा हां मैं हूं। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) और उसने पूछा, “क्या तू सचमुच मेरा पुत्र एसाव है?” उसने कहा, “हाँ, मैं हूँ।” नवीन हिंदी बाइबल तब उसने पूछा, “क्या तू सचमुच मेरा पुत्र एसाव है?” और उसने कहा, “हाँ, मैं वही हूँ।” सरल हिन्दी बाइबल यित्सहाक ने पूछा, “क्या तू सही में मेरा पुत्र एसाव है?” याकोब ने उत्तर दिया, “मैं हूं.” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 और उसने पूछा, “क्या तू सचमुच मेरा पुत्र एसाव है?” उसने कहा, “हाँ मैं हूँ।” |
इस प्रकार इसहाक उसे नहीं पहचान सके; क्योंकि उसके हाथ उसके भाई एसाव के समान रोएंदार थे। अत: इसहाक ने उसे आशीर्वाद दिया।
इसहाक ने कहा, ‘तो मुझे भोजन परोस। मैं अपने पुत्र के शिकार को खाऊंगा जिससे मैं अपनी आत्मा से तुझे आशीर्वाद दूँ।’ उसने भोजन परोसा। इसहाक ने भोजन किया। वह उनके लिए अंगूर का रस भी लाया, और उन्होंने उसे पिया।
राजा ने उससे पूछा, ‘क्या बात है?’ स्त्री ने उत्तर दिया, ‘महाराज, मैं विधवा हूँ। मेरा पति मर गया है।
तब वृद्ध नबी ने उससे कहा, ‘जैसे तुम नबी हो, वैसे मैं भी हूं।’ फिर वृद्ध नबी ने उससे यह झूठ कहा, ‘प्रभु के दूत ने प्रभु के वचन के द्वारा मुझ से यह कहा है: “तू उसे अपने साथ अपने घर में लौटा ला जिससे वह रोटी खाए और पानी पीए।” ’
तुम्हारी अधार्मिकता ही तुम्हें विवश करती है। और तुम इस प्रकार की बातें करते हो; तुमने धूर्त की जबान चुनी है!
प्रभु झूठ बोलनेवाले मनुष्यों से घृणा करता है; पर जो मनुष्य सच्चाई से काम करते हैं, उनसे प्रभु प्रसन्न होता है।
पहला वरदान: छल-कपट और झूठ से मुझे बचा। दूसरा वरदान: न मुझे धन दे, और न गरीबी। केवल उतना भोजन दे जो मेरे जीवन के लिए आवश्यक है;
तुम्हें ये कार्य करने हैं : एक-दूसरे से सच बोलो। तुम न्यायालयों में सच्चाई से न्याय करो, और शान्ति की स्थापना करो।
इसलिए आप लोग झूठ बोलना छोड़ दें और अपने-अपने पड़ोसी से सत्य बोलें, क्योंकि हम एक दूसरे के अंग हैं।
कभी एक दूसरे से झूठ नहीं बोलें। आप लोगों ने अपना पुराना स्वभाव और उसके कर्मों को उतार कर
जब कर्मचारियों की दृष्टि दाऊद पर पड़ी तब वह पागल-सा बन गया। जब उन्होंने उसे पकड़ा तब वह पागलपन का अभिनय करने लगा। वह फाटकों के किवाड़ों पर ढोल बजाने लगा। उसने दाढ़ी के ऊपर लार बहने दी।
दाऊद ने पुरोहित अहीमेलक को उत्तर दिया, ‘महाराज ने मुझे एक आदेश दिया है। उन्होंने मुझसे यह कहा है : “जिस विशेष कार्य के लिए मैं तुम्हें भेज रहा हूँ, उसका पता किसी भी व्यक्ति को नहीं होना चाहिए। मेरा यह आदेश भी किसी को मालूम नहीं होना चाहिए।” जहाँ तक मेरे सैनिकों का सम्बन्ध है, मैंने उन्हें आदेश दिया है कि वे अमुक स्थान पर मुझसे मिलें।
और आकीश उससे पूछता था, ‘तुमने आज कहां छापा मारा?’ दाऊद उत्तर देता, ‘यहूदा प्रदेश के नेगेब क्षेत्र पर।’ अथवा, ‘यर्हमएली गोत्र के नेगेब क्षेत्र पर!’ अथवा, ‘केनी गोत्र के नेगेब क्षेत्र पर।’